आगामी त्योहारों के दृष्टिगत पूरी चौकसी बरते जिला प्रशासन : योगी आदित्यनाथ

> मुख्यमंत्री ने नवरात्रि, दुर्गा पूजा तथा अन्य त्योहारों व आयोजनों के सम्बन्ध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की।


> ऊर्जा विभाग को नवरात्रि, दुर्गा पूजा, दशहरा, दीपावली तथा छठ पूजा तक सभी त्योहारों के दौरान विद्युत की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश।


> सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रभावी बैन लगाते हुए इसके इस्तेमाल पर रोक सुनिश्चित करने के निर्देश।


> दशहरा मेला स्थलों पर स्थापित किए जाएं 'खोया-पाया केन्द्र'।



लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को यहां अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नवरात्रि एवं दुर्गा पूजा आयोजनों के दृष्टिगत पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों को सावधानी बरतने के साथ-साथ सतर्क रहने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी जनपदों के जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों / पुलिस अधीक्षकों को सभी सावधानियां बरतने के साथ-साथ आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन जनता के साथ सकारात्मक रवैया अपनाए, ताकि सभी पर्व हर्षोल्लास के वातावरण में मनाए जा सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक / पुलिस अधीक्षक अपने-अपने जनपदों में पर्व के आयोजकों से निरन्तरता के साथ संवाद स्थापित करें, ताकि कोई कठिन परिस्थिति उत्पन्न न हो। उन्होंने जनपदों के सभी संवेदनशील स्थानों को पहले से चिन्हित करने और आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नवरात्रि के दौरान पूरे प्रदेश में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मन्दिरों में पहुंचेंगे। इसके दृष्टिगत सुरक्षा के पुख्ता इन्तजाम पहले से ही सुनिश्चित किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए मन्दिर परिसरों तथा मार्गों पर अच्छी प्रकाश व्यवस्था व साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि आगामी दिवसों में दुर्गा पूजा, दशहरा, दीपावली तथा छठ पूजा जैसे त्योहार मनाए जाएंगे, इसके दृष्टिगत पूरी चौकसी बरती जाए। उन्होंने ऊर्जा विभाग को नवरात्रि, दुर्गा पूजा, दशहरा, दीपावली तथा छठ पूजा तक सभी त्योहारों के दौरान विद्युत की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने इन त्योहारों के दौरान आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों तथा विसर्जन यात्राओं की वीडियोग्राफी कराने के निर्देश सभी जनपदों के जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों व पुलिस अधीक्षकों को दिए। उन्होंने थाना व जनपद स्तर पर पीस कमेटी की बैठकें हर हाल में आयोजित करने के निर्देश सभी जिलाधिकारियों व पुलिस अधीक्षकों/ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को दिए। साथ ही, हर स्तर पर सुरक्षा प्रबन्ध चाक-चौबन्द रखने तथा असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगाह रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन, मण्डल, जनपद, तहसील तथा थाना स्तर के सभी अधिकारी इन त्योहारों को सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने के लिए अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि पूजा-पण्डालों, रामलीला मंचन के स्थानों के आस-पास साफ-सफाई और सुरक्षा के विशेष प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं। सभी जनपदों के वरिष्ठ अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि ये सभी पर्व और त्योहार शान्ति के साथ मनाए जा सकें। उन्होंने कहा कि शान्ति व्यवस्था पर पूरा फोकस किया जाए तथा शरारती तत्वों से सख्ती से निपटा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन त्योहारों की सुदृढ़ व्यवस्था के सम्बन्ध में पुलिस महानिदेशक द्वारा सभी जनपदीय पुलिस अधिकारियों एवं अन्य सम्बन्धित उच्चाधिकारियों को जो निर्देश पूर्व में भेजे गए हैं, उनका अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि इन  त्योहारों के दौरान किसी भी नई परम्परा को न शुरू किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूजा आयोजकों के साथ दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के मार्ग का निर्धारण पहले से कर लिया जाए और विवाद की स्थिति में बातचीत कर रास्ता निकाला जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि किसी भी स्थिति में कोई अप्रिय घटना घटित न हो। उन्होंने कहा कि दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए जलकुण्डों की व्यवस्था की जाए, ताकि नदियों में प्रदूषण न फैले। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा, रामलीला मेले और विसर्जन यात्रा के दौरान असामाजिक तत्वों पर अंकुश लगाते हुए महिलाओं से छेड़छाड़ व अन्य आपराधिक घटनाओं को रोका जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि असामाजिक व अवांछनीय तत्वों के विरुद्ध कड़ी निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। छोटी से छोटी घटनाओं को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल घटना स्थल का निरीक्षण हो तथा विवाद को हल करने के लिए कड़े और प्रभावी उपाय सुनिश्चित किए जाएं। रामलीला के स्थानों, दुर्गा प्रतिमाओं के स्थापना स्थलों तथा प्रतिमा विसर्जन के स्थानों आदि को पहले से ही चिन्हित करते हुए सुरक्षा सम्बन्धी कार्यवाही समय रहते कर ली जाएशान्ति समितियों की बैठक कर सम्भ्रान्त नागरिकों व शान्ति समितियों के सदस्यों का सक्रिय सहयोग प्राप्त किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि नदियों के घाटों, सरोवरों आदि पर जल पुलिस, बाढ़ राहत पुलिस के साथ होमगार्ड्स, सिविल डिफेन्स के पदाधिकारियों व सदस्यों की सेवाएं प्राप्त की जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि संचार, अग्निशमन, चिकित्सीय व्यवस्थाओं के साथ-साथ बचाव एवं राहत टीमों का गठन भी सुनिश्चित किया जाए। अभिसूचना इकाइयों के अधिकारियों, कर्मचारियों को सतर्क करते हुए पर्याप्त फीडबैक लिया जाए।



मुख्यमंत्री ने पूजा स्थलों तथा अन्य कार्यक्रम स्थलों के साथ पूरे शहर में साफ-सफाई तथा पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी जनपदों में स्वच्छता अभियान संचालित किए जाएं। उन्होंने मन्दिर परिसरों, पूजा पण्डालों से रात्रि में वापस लौटने वाली महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मूर्ति विसर्जन के मार्ग में स्थित अवरोधों को पहले से ही दूर करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाए। सड़कों को गड्ढामुक्त किया जाए तथा बैरीकेडिंग के लिए लगाए गए बैरियर्स पर रिफ्लेक्टर्स लगाए जाएं। किसी भी आकस्मिकता की स्थिति से निपटने के लिए सरकारी एम्बुलेंस सेवाओं को एलर्ट रखा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि विद्युत और अग्नि से सम्बन्धित दुर्घटनाएं न हों। इन्हें रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि विजय दशमी पर शस्त्र पूजन के दौरान शस्त्रों का प्रदर्शन न होने पाए। उन्होंने दशहरे पर पुतला दहन के कार्यक्रम स्थलों को चिन्हित करते हुए वहां अग्निशमन, बिजली एवं कई निकास मार्गों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दशहरा मेला स्थलों पर 'खोया-पाया केन्द्र' स्थापित किए जाएं। उन्होंने यातायात व्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित करने के भी निर्देश दिए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री जी ने निराश्रित/ बेसहारा गोवंश की समस्या पर शीघ्रता से प्रभावी नियंत्रण करने के निर्देश दिए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि इनसे किसानों की फसलों को कोई नुकसान न हो। साथ ही, इनके कारण होने वाली मार्ग दुर्घटनाओं पर भी नियंत्रण लगाया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निराश्रित/ बेसहारा गोवंश को रखने के लिए सभी जनपदों के लिए धनराशि आवंटित की गई है, जिसका प्रभावी उपयोग इस समस्या से निपटने के लिए किया जाए। मुख्यमंत्री ने सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों तथा पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने जनपदों में कानून व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने और प्रभावी पेट्रोलिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने आई0जी0आर0एस0 तथा सी0एम0 हेल्पलाइन पर दर्ज कराई जाने वाली पुलिस से सम्बन्धित शिकायतों पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने आई0जी0आर0एस0 तथा सी0एम0 हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायतों के असन्तोषजनक निस्तारण के लिए जनपद ललितपुर, औरैया, सीतापुर, बिजनौर, झांसी, सिद्धार्थनगर, कानपुर देहात, मेरठ, मैनपुरी तथा एटा को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि इसमें प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 02 अक्टूबर, 2019 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी 'स्वच्छ भारत मिशन के तहत पूरे देश को ओ0डी0एफ0 घोषित करेंगे। अतः सभी जिलाधिकारी अपने-अपने जनपदों में शौचालय निर्माण की पेण्डेन्सी को तुरन्त खत्म करें। उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रभावी बैन लगाते हुए इसके इस्तेमाल पर रोक सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिन जनपदों में नयी पुलिस अवस्थापना सुविधाएं जैसे–पुलिस थाना, पुलिस लाइन्स, बैरक इत्यादि निर्मित किए जाने हैं, के जिलाधिकारियों को तत्काल जमीन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बाढ़ग्रस्त जनपदों के जिलाधिकारियों को बाढ़ के मद्देनजर सभी आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए। राहत शिविरों को प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। इन शिविरों में खाद्य सामग्री तथा अन्य आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। साथ ही, शिविरों में मौजूद लोगों को आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएं। पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था की जाए। उन्होंने दैवीय आपदा तथा बाढ़ में मृत लोगों के आश्रितों को 24 घण्टे के अन्दर आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बाढ़ उतरने के उपरान्त अगले 15 दिनों तक विशेष सावधानी बरती जाए, क्योंकि इस दौरान बीमारियां फैलने की प्रबल सम्भावना होती है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के निवासियों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने जिलाधिकारियों को अपने-अपने जनपदों में बाढ़ से हुए नुकसान का शीघ्र आकलन करते हुए इसका मेमोरेण्डम 05 अक्टूबर, 2019 तक भेजने के निर्देश दिए, ताकि इसकी रिपोर्ट केन्द्र सरकार को समयबद्धता के साथ प्रेषित की जा सके। उन्होंने आकांक्षात्मक जनपदों के जिलाधिकारियों को इन जनपदों के लिए निर्धारित मानकों को शीघ्रता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने फेज-3 में नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाने के दृष्टिगत सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारियों को शीघ्र भूमि उपलब्ध कराने के साथ-साथ प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव गृह, अपर मुख्य सचिव राजस्व, अपर मुख्य सचिव आई0टी0 एवं इलेक्ट्रॉनिक्स, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिदेशक (इण्टेलीजेन्स) सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


Popular posts from this blog

उ प्र सहकारी संग्रह निधि और अमीन तथा अन्य कर्मचारी सेवा (चतुर्थ संशोधन) नियमावली, 2020 प्रख्यापित

उ0प्र0 सरकारी सेवक (पदोन्नति द्वारा भर्ती के लिए मानदण्ड) (चतुर्थ संशोधन) नियमावली-2019 के प्रख्यापन को मंजूरी

कोतवाली में मादा बंदर ने जन्मा बच्चा