आईआईटी कानपुर C3i सेन्टर ने भारत में विद्यार्थियों के लिए पहली बार CSAW को बृहद स्तर पर प्रचार-प्रसार करने का निभाया उत्तरदायित्व

> IIT कानपुर स्थित C3i सेन्टर पिछले चार वर्षों से इस अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है।

> इस वर्ष का चैलेंज डेलावेयर विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी में विकसित किया गया है। 


 

कानपुर। वर्ष 2016 में एन वाई यू टंडन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग ने आईआईटी कानपुर के साथ सहयोग किया। साइबर सिक्यूरिटी एण्ड साइबर डिफेंस ऑफ क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रेक्चर्स (C3i सेन्टर) के अंतर विषयक केन्द्र ने भारत में विद्यार्थियों के लिए समानान्तर फाइलन राउन्ड का आयोजन कर पहली बार ब्रुकलिन न्यूयार्क से बाहर सिक्यूरिटी जागरूकता CSAW को बृहद स्तर पर प्रचार-प्रसार करने का उत्तरदायित्व निभाया है। वर्ष 2019 में फ्रांस, इजराइल, मैक्सिको, संयुक्त अरब अमीरात एवं अमेरिका-कनाडा जैसे वैश्विक स्थानों पर इसका आयोजन किया जाएगा। सिक्यूरिटी जागरूकता (CSAW) गेम्स की स्थापना वाई यू टंडन के संगणक विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग के प्रोफेसर नसीर मेमन एवं उनके विद्यार्थियों द्वारा की गई थी। विद्यार्थियों ने सूचना सिक्यूरिटी प्रोफेशनल्स एवं फैकल्टी के मार्गदर्शन में इस प्रतियोगिता के डिजाइन को जारी रखा तथा एनवाईयू टंडन के विद्यार्थियों द्वारा चालित अफेन्सिव सिक्यूरिटी, इन्सिडेन्ट रिस्पान्स एण्ड इंटरनेट सिक्यूरिटी (OSIRIS) लैब से संचालित होता रहा। सिक्यूरिटी जागरूकता (CSAW) को लेकर बढ़ते उत्साह एवं पैन इंडिया के आधार पर विद्यार्थियों का व्यापक भागीदारी पिछले लगातार चार वर्षों से बढ़ रही है। विशेष रूप से भारत में 203 प्रतिभागियों में से 21 प्रतिभागी अपनी रैंकिंग एवं क्रेडेंशियल के आधार शॉर्ट लिस्टिड किये गए जो विभिन्न सिक्यूरिटी जागरूकता (CSAW) चुनौतियों के तहत आपस में एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा करेंगे। अंतिम सूची में स्थान पाने वाले प्रतिभागियों की सूची निम्नलिखित लिंक पर दी गई है l  https://csaw.cse.iitk.ac.in

 

कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष एवं नेशनल इंटर-डिसिप्लिनरी सेंटर फॉर साइबर सिक्योरिटी तथा साइबर डिफेंस ऑफ़ क्रिटिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर C3i सेन्टर के संयुक्त समन्वयक प्रोफेसर  संदीप कुमार  शुक्ला ने जानकारी दी कि, "साइबर अटैक राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ-साथ प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा और गोपनीयता के लिए एक बड़ा खतरा है। साइबर सुरक्षा के क्षेत्र  में प्रतिभाओं का पोषण करना और हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर तथा महत्वपूर्ण प्रणालियों को सुरक्षित करने के लिए अगली पीढ़ी के पेशेवरों को तैयार करना वर्तमान समय में एक अनिवार्यता है। IIT कानपुर स्थित C3i सेन्टर पिछले चार वर्षों से इस अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। SERB / DST(साइंस एंड इंजीनियरिंग रिसर्च बोर्ड / डिपार्टमेंट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी) C3i सेंटर्स के 'साइबर सुरक्षा जागरूकता' कार्यक्रम के एक भाग के रूप में इस कार्यक्रम को पोषित कर रहा है। आईआईटी कानपुर विभिन्न साइबर सुरक्षा खेलों और कार्यक्रमों में प्रतिस्पर्धा करने के लिए पूरे भारतवर्ष के छात्रों को 2 दिनों के लिए परिसर में आमंत्रित करता है ताकि वे क्षेत्र में आगे रुचि लें और भविष्य में साइबर सुरक्षा को अपने पेशे के रूप में चुनें। प्रतिस्पर्धी कार्यक्रमों के दौरान  प्रतिभागियों के ज्ञान को बढ़ाने के लिए विभिन्न आमंत्रित व्याख्यानों और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है। सिक्यूरिटी जागरूकता (CSAW) की परम्परागत चुनौतियों के अतिरिक्त आईआईटी कानपुर स्थित C3i केंद्र द्वारा इस वर्ष भविष्य के सुरक्षा विशेषज्ञों हेतु दो नई सुविधाओं का शुभारंभ  किया गया है। ये सुविधाओं में SCADA, CTF और क्रिटिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी (CIS) वर्कशाप शामिल हैं जो साइबर सिक्यूरिटी के क्षेत्र में विद्यार्थियों के अन्दर रूचि पैदा करने एवं राष्ट्र को भविष्य के सुरक्षा विशेषज्ञ प्रदान करने से संबंधित हैं।

 

सिक्यूरिटी जागरूकता (CSAW) के तहत आने वाली विभिन्न सिक्यूरिटी चुनौतियाँ:

 

कैप्चर द फ्लैग

कैप्चर द फ्लैग कार्यक्रम के लिए देश भर में पंजीकृत समस्त कॉलेज जाने वाले छात्र,नये स्नातक विद्यार्थी एवं पूर्व-स्नातक विद्यार्थी के लिए सिक्यूरिटी जागरूकता (CSAW) एक प्रमुख कार्यक्रम है जिसके माध्यम से हैकिंग एवं प्रोटेक्शन कौशल की जाँच की जाती है।अनवरत साफ्टवेयर हैकिंग के 48 घंटे पश्चात पूर्वस्नातक विद्यार्थियों का एक सर्वोच्च समूह 559 टीमों में से चयनित किया गया जो अंतिम रूप से चुने गये हब में से एक के साथ प्रतिस्पर्धा करेगा। निश्चित रूप से कैप्चर द फ्लैग (CTF) प्रीलिम्स में भागीदारी करने वाली 192 भारतीय टीमों में से सर्वोच्च 10 टीमों को आईआईटी कानपुर में अपने कौशल एवं प्रतिभा को प्रदर्शित करने के लिए आमंत्रित किया गया जो कि विश्वस्तरीय अन्य हैकरों के साथ प्रतिस्पर्धा करेगी। भारतीय क्षेत्र की CTF फाइनल टीम देखने के लिए https://csaw.cse.iitk.ac.in/ctffinalists पर जाएं, सभी सात साइटों में CSAW के फाइनल में प्रतिस्पर्धा करने वाली CTF टीमों को देखने के लिए, https://csaw.engineering.nyu.edu/ctf/Finalists पर जाएँ।

 

SCADA CTF

हैकर्स से संबंधित क्षेत्रों का विस्तार करते हुए इस साल C3i केन्द्र की VAPT टीम ने CSAW'19 के तहत SCADA CTF को प्रारंभ करने के लिए तैयारी कर ली है। यह CTF विशेष रूप से वास्तविक समय के औद्योगिक हार्डवेयर सिस्टम पर ध्यान केंद्रित करेगा एवं संचार प्रोटोकॉल, रिवर्स इंजीनियरिंग; वेब, क्रिप्टो, स्टेग्नोग्राफ़ी आदि को कवर करेगा।

 

एंबेडेड सिक्योरिटी चैलेंज

दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी हार्डवेयर हैकिंग प्रतियोगिता,हार्डवेयर सुरक्षा पर दुनिया भर में छात्रवृत्ति के लिए चुनौती एवं अंशदान उपलब्ध कराती है। टूर्नामेंट में "लाल टीम, ब्लू टीम" प्रारूप लागू होता है जो रीयल-वर्ल्ड हमलों की सदृश होता है। इस वर्ष का चैलेंज डेलावेयर विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी में विकसित किया गया है जिसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान जो कंप्यूटिंग सिस्टम में उपयोगकर्ता प्रमाणीकरण तक पहुंच बनाने से लेकर हर चीज में एक मुख्य सुरक्षा तकनीक के रूप में शामिल रहती है।

 

प्रतिभागी टीम का विवरण https://csaw.cse.iitk.ac.in/escfinalists पर देखा जा सकता है।

 

CIS वर्कशॉप: C3i द्वारा एक सुरक्षा पंच

भविष्य के सुरक्षा विशेषज्ञों के लिए C3i द्वारा इस वर्ष एक और नई सुविधा प्रारंभ की गई है। इस अनूठी कार्यशाला के माध्यम से सुरक्षा वास्तुकला, भेद्यता मूल्यांकन और प्रवेश परीक्षण, हनीपोट्स में फंसाने, घुसपैठ का पता लगाने और महत्वपूर्ण वातावरण में मैलवेयर विश्लेषण की शुरुआत करके पेशेवरों के कौशल को बढ़ाया जाएगा। कार्यशाला का उद्देश्य उपकरण,संचार प्रोटोकॉल, मानव मशीन इंटरफेस और SCADS अनुप्रयोगों सहित औद्योगिक नियंत्रण प्रणालियों के व्यक्तिगत घटकों की समझ विकसित करना है।  इस कार्यशाला के दौरान शामिल किये जाने वाले विषय बिजली प्रणाली स्वचालन, प्रक्रिया स्वचालन, बैच स्वचालन, कारखाना स्वचालन आदि पर सीधे लागू होंगे।

 

अनुप्रयुक्त अनुसंधान प्रतियोगिता

युवा साइबर सुरक्षा शोधकर्ताओं के लिए एक प्रमुख प्रतियोगिता, एप्लाइड रिसर्च प्रतियोगिता में केवल पूर्व समीक्षित सुरक्षा पत्रों को स्वीकार किया जाता है जो पहले से ही अध्यनशील पत्रिकाओं और सम्मेलनों द्वारा प्रकाशित किए गए हो। इस सालशीर्ष शिक्षाविदों और पेशावरों ने फाइनलिस्ट की सूची बनाने के लिए 157 पत्रों की समीक्षा की। CSAW के अंतिम दौर के दौरान प्रत्येक पेपर का एक छात्र लेखक निर्णायक कोपोस्टर प्रारूप में प्रस्तुत करेगाजो पोस्टर प्रारूप के शोध की मौलिकता, प्रासंगिकता और प्रयोज्यता का मूल्यांकन करेंगे। चुने गए टॉप 5 पेपर्स अपने शोध का प्रदर्शन करेंगे और 7 नवंबर, 2019 को आईआईटी कानपुर परिसर में प्रतिस्पर्धा करेंगे।

 

प्रतिभागियों और उनके काम का विवरण https://csaw.cse.iitk.ac.in/arcfinalists पर देखा जा सकता है। आईआईटी कानपुर के C3i केंद्र द्वारा आयोजित होने वाला यह तीन दिवसीय कार्यक्रम 6 नवंबर 2019 को उद्योग और शिक्षा जगत से आमंत्रित साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों द्वारा मुख्य भाषण और वार्ता के साथ शुरू होगा। वक्ताओं का विवरण https://csaw.cse.iitk.ac.in/ होमपेज पर देखा जा सकता है। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों से युक्त निर्णायकों का एक पैनल (सीटीएफ़को छोड़कर जो ग्लोबल सीटीएफ प्लेटफार्म पर आनलाइन खेला जाता है) सिक्यूरिटी जागरूकता (CSAW) के विजेताओं का चयन करने के लिए तैयार किया गया है।  विजेताओं को नकद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा तथा C3i केंद्र के सहयोग से आगे के सहयोग एवं शोध सुविधाएं भी  उपलब्ध कराई जाएगीं। CSAW की कार्य प्रणाली,आईआईटी कानपुर स्थित C3i केंद्र को साइबर सुरक्षा पर जागरूकता पैदा करने के मामले में NYU के साइबर सुरक्षा केंद्र जैसी बनाती है।

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