बांग्लादेश के साथ अपनी साझेदारी को प्राथमिकता देता है भारत: नरेन्द्र मोदी

- प्रधानमंत्री की 'बांग्लादेश के प्रधानमंत्री की भारत की आधिकारिक यात्रा के दौरान' द्विपक्षीय परियोजनाओं के वीडियो उद्घाटन पर टिप्पणी।



महामहिम, प्रधानमंत्री शेख हसीना, महानुभाव, Friends, नमस्कार।


शबाइके शारोदीयो शुभेच्छा।


मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री शेख हसीना जी के साथ तीन और द्विपक्षीय परियोजनाएं का उद्घाटन करने का मौका मुझे मिला है। पिछले एक साल में, हमने वीडियो लिंक से 9 परियोजनाओं को लान्च किया। आज के तीन परियोजनाओं को जोड़कर एक साल में हमने एक दर्जन संयुक्त परियोजनाएं लांच किए हैं। इस उपलब्धि पर मैं दोनों देशों के अधिकारियों और सभी नागरिकों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आज की ये तीन परियोजनाएं तीन अलग-अलग क्षेत्रों में हैं:— एलपीजी आयात, व्यावसायिक प्रशिक्षण और सामाजिक सुविधा। लेकिन इन तीनों का उद्देश्य एक ही है। और वो है - हमारे नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाना। यही भारत-बांग्लादेश संबंधों का मूल-मंत्र भी है। भारत- बांग्लादेश साझेदारी का आधार है कि हमारी मित्रता से हर नागरिक का विकास सुनिश्चित हो। बांग्लादेश से थोक एलपीजी की सप्लाई दोनों देशों को फायदा पहुंचाएगी। इससे बांग्लादेश में निर्यात, आमदनी और रोज़गार भी बढ़ेगा। ट्रॉन्सपोर्टेशन दूरी पंद्रह सौ किमी. कम हो जाने से आर्थिक लाभ भी होगा और पर्यावरण को भी नुकसान कम होगा। दूसरा प्रोजेक्ट - बांग्लादेश भारतीय पेशेवर कौशल विकास सं थान, बांग्लादेश के औद्योगिक विकास के लिए कुशल मैनपावर और टेक्निशियन तैयार करेगा। महानुभाव, आखिर में, ढाका के रामकृष्ण मिशन में विवेकानंद भवन का प्रोजेक्ट, जो दो महामानवों के जीवन से प्ररेणा लेता है। हमारे समाजों और मूल्यों पर स्वामी रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद का अमिट प्रभाव हैबांग्ला संस्कृति की उदारता और खुली भावना की तरह ही इस मिशन में भी सभी पन्थों को मानने वालों के लिएर थान है। और यह मिशन हर सम्प्रदाय के उत्सव को समान रूप से मनाता हैभवन में 100 से अधिक यूनिवर्सिटी छात्रों और रिसर्च स्कॉलर्स के रहने की व्यब था की गई है। महानुभाव, भारत बांग्लादेश के साथ अपनी साझेदारी को प्राथमिकता देता है। हमें गर्व है कि भारतबांग्लादेश संबंध दो मित्र पड़ौसी देशों के बीच सहयोग का पूरी दुनिया के लिए एक बेहतरीन उदाहरण है। मुझे खुशी है कि हमारी आज की बातचीत से हमारे संबंधों को और भी ऊर्जा मिलेगी।



जय हिन्द! जय बांग्ला! जय भारत-बांग्ला बंधुत्व!


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