सीसीआई ने जीएमआर एयरपोर्ट्स लिमिटेड की अंशभागिता खरीदे जाने को मंजूरी दी
> प्रतिस्पर्धा अधिनियम, 2002 की धारा 31(1) के तहत ट्रिल अर्बन ट्रांसपोर्ट, वालकाइरी इन्वेस्टमेंट और सोलिस कैपिटल (सिंगापुर) जीएमआर एयरपोर्ट्स लिमिटेड की अंशभागिता खरीदेंगे।
नई दिल्ली। प्रस्तावित शेयर खरीद टिल अर्बन ट्रांसपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड, वालकाइरी इनवेस्टमेंट पीटीई लिमिटेड और सोलिस कैपिटल (सिंगापुर) पीटीई लिमिटेड द्वारा सामूहिक रूप से जीएमआर एयरपोर्ट्स लिमिटेड की 55.2 प्रतिशत तक इक्विटी खरीदे जाने से संबंधित है। ट्रिल अर्बन ट्रांसपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (टीयूटीपीएल) दरअसल टाटा रियल्टी एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (ट्रिल) के पूर्ण स्वामित्व वाली एक सहयोगी कंपनी है। वहीं, ट्रिल दरअसल टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड के पूर्ण स्वामित्व वाली एक सहयोगी कंपनी हैटीयूटीपीएल शहरी परिवहन एवं अवसंरचना से जुड़ी सुविधाएं जैसे कि रोपवे, मेट्रो रेल ट्रांजिट सिस्टम बनाती है। वालकाइरी सेबी (विदेशी उद्यम पूंजी निवेशक) नियमन, 2000 के तहत भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) में पंजीकृत एक विदेशी उद्यम पूंजी निवेशक हैवालकाइरी दरअसल एक विशेष कंपनी है जिसका गठन सिंगापुर में एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रूप में हुआ है और यह जीआईसी प्राइवेट लिमिटेड से संबद्ध है। सोलिस सेबी (विदेशी उद्यम पूंजी निवेशक) नियमन के तहत सेबी में पंजीकृत एक विदेशी उद्यम पूंजी निवेशक (एफवीसीआई) है। सोलिस दरअसल एसएसजी ग्रुप की एक निवेश कंपनी है। इसे एसएसजी कैपिटल मैनेजमेंट (सिंगापुर) पीटीई लिमिटेड द्वारा परामर्श दिया जाता है जिसका नियमन कोष या फंड प्रबंधन संबंधी गतिविधियों के लिए सिंगापुर के मौद्रिक प्राधिकरण द्वारा किया जाता है। जीएमआर एयरपोर्ट्स लिमिटेड (जीएएल) एक सीआईसी-एनडी-एसआई (व्यथित रूप से महत्वपूर्ण कोर निवेश कंपनी) के रूप में आरबीआई में पंजीकृत है और यह एक निवेश होल्डिंग कंपनी है। जीएएल अपनी सहायक कंपनियों के जरिए भारत के साथ-साथ विश्व भर में हवाई अड्डों के विकास, प्रबंधन एवं परिचालन में संलग्न है। इसके साथ ही यह सहायक कारोबारी गतिविधियों में भी संलगन है।