गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण से गोरखपुर तथा आस-पास के जनपदों को देश की राजधानी तक त्वरित गति की सुगम यातायात सुविधा होगी उपलब्ध

> पैकेज-1 के लिए मे0 एप्को इन्फ्राटेक प्रा0लि0 तथा पैकेज-2 के लिए मे0 दिलीप बिल्डकाॅन लि0 निर्माणकर्ताओं के चयन को अनुमोदित कर दिया है।


> गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजना' की आंकलित सिविल कार्य निर्माण लागत लगभग 5,876.68 करोड़ रुपए है।



लखनऊ (का ० उ ० सम्पादन)। मंत्रिपरिषद ने 'गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजना' के इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेन्ट एण्ड कन्सट्रक्शन (ई0पी0सी0) पद्धति पर क्रियान्वयन हेतु परियोजना के विभिन्न पैकेजों हेतु निर्माणकर्ताओं के चयन के अनुमोदन सम्बन्धी प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है। मंत्रिपरिषद ने 'सचिव समिति' की बैठक दिनांक 31 अक्टूबर, 2019 में प्रदान की गई संस्तुति के क्रम में 'गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे' परियोजना के दोनों पैकेजों के (ई0पी0सी0) पद्धति पर क्रियान्वयन हेतु न्यूनतम वित्तीय निविदाएं प्रस्तुत करने वाले निर्माणकर्ताओं-पैकेज-1 के लिए मे0 एप्को इन्फ्राटेक प्रा0लि0 तथा पैकेज-2 के लिए मे0 दिलीप बिल्डकाॅन लि0 के चयन को अनुमोदित कर दिया है। 'गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे' परियोजना के क्रियान्वयन, निर्माण के अनुश्रवण इत्यादि कार्यों के लिए तकनीकी स्टाफ को रखे जाने की प्रक्रिया पर भी मंत्रिपरिषद ने सैद्धान्तिक अनुमोदन प्रदान कर दिया है। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से गोरखपुर तथा आस-पास के जनपदों व प्रदेश की राजधानी तथा पूर्वान्चल एक्सप्रेस-वे, 'आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे' एवं 'यमुना एक्सप्रेस-वे' के माध्यम से देश की राजधानी तक त्वरित गति की सुगम यातायात सुविधा उपलब्ध होगी। 04-लेन प्रवेश नियंत्रित इस लिंक एक्सप्रेस-वे से ईंधन की महत्वपूर्ण बचत एवं प्रदूषण नियंत्रण भी सम्भव हो सकेगा। परियोजना से आच्छादित क्षेत्रों का सामाजिक एवं आर्थिक विकास के साथ ही कृषि, वाणिज्य, पर्यटन तथा उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। 'गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे' आच्छादित क्षेत्रों में विभिन्न उत्पादक इकाइयों, विकास केन्द्रों तथा कृषि उत्पादन क्षेत्रों को प्रदेश की राजधानी एवं राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने हेतु एक औद्योगिक काॅरीडोर के रूप में सहायक होगा। यह लिंक एक्सप्रेस-वे, हैण्डलूम उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों, कोल्ड स्टोरेज, भण्डारण गृह, मण्डी तथा दुग्ध आधारित उद्योगांे आदि की स्थापना हेतु एक उत्प्रेरक के रूप में सहायक होगा। प्रस्तावित लिंक एक्सप्रेस-वे के निकट इण्डस्ट्रियल टेªनिंग इंस्टीट्यूट, शिक्षण संस्थान, मेडिकल संस्थान आदि की स्थापना हेतु भी अवसर उपलब्ध होंगे। प्रस्तावित लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण से परियोजना आच्छादित क्षेत्रों के पर्यटन विकास को बल मिलेगा एवं विकास से वंचित प्रदेश के इन पूर्वी क्षेत्रों में सर्वांगीण एवं बहुमुखी विकास सम्भव हो सकेगा। परियोजना के क्रियान्वयन तथा उसके समीप शिक्षण संस्थाओं, कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना से प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 10,000 व्यक्तियों के लिए रोजगार सृजन की सम्भावना है। 'गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजना' की आंकलित सिविल कार्य निर्माण लागत लगभग 5,876.68 करोड़ रुपए है। इस धनराशि के लिए विभिन्न बैंकों से लगभग 2275 करोड़ रुपए के ऋण लिया जाना प्रस्तावित है। परियोजना के लिए वांछित भूमि के लिए कुल 1563.90 करोड़ रुपए की धनराशि का आंकलन किया गया है, जिसके सापेक्ष शासन से 940 करोड़ रुपए की धनराशि अवमुक्त कर दी गयी है। परियोजना निर्माण में लगभग 36 माह का समय लगना सम्भावित है।


Popular posts from this blog

उ प्र सहकारी संग्रह निधि और अमीन तथा अन्य कर्मचारी सेवा (चतुर्थ संशोधन) नियमावली, 2020 प्रख्यापित

उ0प्र0 सरकारी सेवक (पदोन्नति द्वारा भर्ती के लिए मानदण्ड) (चतुर्थ संशोधन) नियमावली-2019 के प्रख्यापन को मंजूरी

कोतवाली में मादा बंदर ने जन्मा बच्चा