महिला महाविद्यालय का स्वर्ण जयंती वर्ष समापन समारोह स्वर्णोत्सव भव्यता से आयोजित

> अत्याधुनिक तकनीकि से संपन्न महाविद्यालय परिसर की वाई-फाई सुविधा व डिजिटल नोटिस बोर्ड का उदघाटन। 


> स्वर्ण जयंती स्मारिका का विमोचन भी संपन्न। 


> बालिकाओं के स्वर्णिम भविष्य को साकार कर रहा है महाविद्यालय: नीलिमा कटियार


> महाविद्यालय की विशिष्ट उपलब्धि वे छात्राएं हैं जो नाये आयाम स्थापित कर रही हैं: प्रतिभा शुक्ला


> नारी शिक्षा के क्षेत्र में महाविद्यालय का योगदान अविस्मरणीय: कुमकुम स्वरुप


> स्वर्णोत्सव कार्यक्रम में थाल सज्जा, कलश सज्जा, वंदनवार, कृत्रिम आभूषण निर्माण, गिफ्ट पैकिंग, टाई एंड डाई, पाक कला, स्लोगन लेखन व अल्पना प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं।



कानपुर (का ० उ ० सम्पादन)। बीते बुधवार 13 नवंबर को कानपुर दक्षिण के नारी शिक्षा के क्षेत्र में अग्रगण्य महिला महाविद्यालय पी जी कॉलेज की स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण होने उपलक्ष्य में सत्र 2018, सितम्बर माह से प्रारम्भ किये गए स्वर्ण जयंती वर्ष के समापन समारोह स्वर्णोत्सव का भव्य आयोजन महिला महाविद्यालय में किया गया। समापन समारोह का शुभारम्भ मुख्य अतिथि राज्यमंत्री उच्च शिक्षा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, उ प्र शासन नीलिमा कटियार, विशिष्ट अतिथि डॉ अनिल मिश्रा, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, कानपुर तथा सम्मानित अतिथि विधायक, अकबरपुर प्रतिभा शुक्ला, डॉ वीरेंद्र स्वरुप एजुकेशन फाउंडेशन की सचिव कुमकुम स्वरुप, सचिव डॉ बी आर अग्रवाल, प्राचार्या डॉ अलका कटियार, डॉ कल्पना श्रीवास्तव व सह संयोजिका द्वारा सरस्वती माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। सर्वप्रथम अत्याधुनिक तकनीकि से संपन्न महाविद्यालय परिसर की वाई-फाई सुविधा व डिजिटल नोटिस बोर्ड का उदघाटन राज्यमंत्री उ प्र शासन द्वारा किया गया।  इस अवसर पर स्वर्ण जयंती स्मारिका का विमोचन भी संपन्न हुआ। अतिथिगणों का स्वागत करते हुए  सचिव कुमकुम स्वरुप ने महाविद्यालय की गरिमामयी उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा कि नारी शिक्षा के क्षेत्र में महाविद्यालय का योगदान अविस्मरणीय है तथा दक्षिण क्षेत्र के महाविद्यालयों में ये अग्रणी है। प्राचार्या ने महाविद्यालय के विभिन्न  क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान एवं विशिष्ट उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए प्रगति आख्या प्रस्तुत की।



मुख्य अतिथि नीलिमा कटियार ने इस अवसर पर डॉ वीरेंद्र स्वरुप एजुकेशन फाउंडेशन को शुभकामनायें दी और कहा कि बालिकाओं के स्वर्णिम भविष्य को साकार करने के साथ साथ ये कॉलेज राष्ट्र की नीव को भी मज़बूत कर रहा है। नारियां आज जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। इसके उपरांत विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, डॉ अनिल मिश्रा ने कहा कि स्वरणोत्सव महाविद्यालय की गौरवशाली पृष्ठभूमि की अभिव्यक्ति है जिसके प्रांगड़ में समाज व राष्ट्र का पथ प्रशस्त करने वाली अनेक प्रतिभाओं ने जन्म लिया है। तदनन्तर सम्मानित अतिथि प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि महाविद्यालय की विशिष्ट उपलब्धि वे छात्राएं हैं जो शैक्षिक, व्यावसायिक, राजनीतिक, अदि क्षेत्रों में विशिष्ट पदों पर कार्यरत हैं व प्रगति के नाये आयाम स्थापित कर रही हैं। तदुपरांत महाविद्यालय की वर्त्तमान प्राचार्या  सहित 4 पूर्व प्राचार्याओं को सम्मानित किया गया। पूर्व प्राचार्या डॉ आशा त्रिपाठी तथा डॉ नवीन मोहिनी ने अपने अविस्मरणीय संस्मरणों एवं अनुभवों से प्रेक्षागार में उपस्थित विद्वतजनों को भाव विभोर कर दिया एवं भविष्य निर्माण की दिशा में छात्राओं का मार्गदर्शन किया। इसी क्रम में माननीय अतिथि एवं पूर्व छात्रा प्रतिभा शुक्ला को भी सम्मानित किया गया। उनकी उपलब्धि पर महाविद्यालय के कार्यबल व छात्राओं ने गौरवान्वित महसूस किया। विभिन्न छेत्रों प्रतिष्ठित पदों पर कार्यरत 27 पूर्व छात्राओं जिनमें कंचन लता, डॉ कुमुद श्रीवास्तव, डॉ उपज्ञा, डॉ दया दीक्षित, शिवानी यादव, अंजलि अवस्थी आदि रहीं। इस श्रंखला में डॉ कल्पना श्रीवास्तव द्वारा स्वरणोत्सव में आयोजित प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिताओं का विवरण दिया गया। स्वर्ण जयंती कार्यक्रम को अविस्मरणीय बताते हुए फोक ऑर्केस्ट्रा, माइम पाश्चात्य समूह गान जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम छात्रों ने प्रस्तुत किये वहीं दो पूर्व छात्राओं पूजा गुप्ता ने व सौम्या त्रिवेदी ने कत्थक प्रस्तुति दी।



स्वर्ण जयंती वर्ष 2018 -2019 के उपलक्ष्य में त्रिदिवसीय श्रद्धेय धारारानी स्मृति समारोह का आयोजन सितम्बर 2018 में किया गया था व पूर्ण सत्र में समय समय पर विभिन्न प्रतियोगिताओं व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इसी स्वर्ण जयंती वर्ष में पंचम दीक्षांत समारोह का भी आयोजन किया गया।  जिसमें राजयपाल राम नाईक द्वारा छात्राओं को पदक व उपाधि प्रदान किये गए। स्वर्णोत्सव के अवसर पर बी एड विभाग, कला विभाग तथा गृहविज्ञान विभाग द्वारा निम्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया एवं विजेता प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया गया। प्रदर्शनी व प्रतियोगिता थाल सज्जा (बी एड प्रथम) में प्रथम पुरस्कार प्रेम लता सिंह व द्वितीय पुरस्कार स्नेहा सिंह ने जीता।प्रदर्शनी व प्रतियोगिता कलश सज्जा (बी एड प्रथम) में ईशा वर्मा प्रथम, सुधा रैना द्वितीय व प्रियंका ने तृतीय पुरस्कार जीता। प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता वंदनवार (बी एड प्रथम) में प्रथम पुरस्कार सुधा रैना ने जीता। प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता कृत्रिम आभूषण निर्माण में एम ए की सौम्य सिंह प्रथम, बी ए की सौम्या कुमारी द्वितीय व बी ए की दीपिका यादव ने तृतीय पुरस्कार जीता। प्रतियोगिता एवं प्रदर्शनी गिफ्ट पैकिंग में एम ए की सौम्या सिंह प्रथम, बी ए की आरती द्वितीय व बी ए की सौम्या कुमारी ने तृतीय पुरस्कार जीता। टाई एंड डाई (बाँधनी) बी ए की वैशाली सिंह प्रथम, बी ए की अर्चना देवी यादव द्वितीय व एम ए की प्रिय कतेरिया ने तृतीय पुरस्कार जीता। पाक कला में प्रथम सौम्या शुक्ला, द्वितीय रिया अवस्थी व तृतीय शैल शर्मा रहीं। स्लोगन (बी एड प्रथम) प्रतियोगिता में राधिका गुप्ता प्रथम, प्रेम लता द्वितीय व अर्पणा त्रिपाठी ने तृतीय पुरस्कार जीता। अल्पना प्रतियोगिता (बी एड प्रथम) में ईशा वर्मा प्रथम प्रेम लता द्वितीय  तथा स्नेहा सिंह ने तृतीय पुरस्कार जीता।



समस्त कार्यक्रम का प्रभावपूर्ण संचालन डॉ ज्योति किरण व डॉ प्रज्ञा श्रीवास्तव द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु डॉ अलका कटियार ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर डॉ इंदुमती सिंह, डॉ सीमा वर्मा, डॉ ममता गंगवार, डॉ प्रतिभा श्रीवास्तव, डॉ पुष्पा यादव, डॉ संगीता सितानी, डॉ मोहिनी अग्रवाल, डॉ नीता मिश्रा, डॉ वंदना शर्मा, डॉ रश्मि चतुर्वेदी, डॉ दीपाली श्रीवास्तव ने कार्यक्रम के सफल आयोजन में सक्रीय सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से किया गया।


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