"लॉकडाउन में काउंसलर्स की भूमिका" विषय पर वेबिनार आयोजित

> काउंसलर्स समाज में आत्मविश्वास बढ़ाने का कार्य करें: डॉ सुधांशु राय



कानपुर। सावधान मूवमेंट ग्रुप जो समाज की विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं को सम्मिलित कर बनाया गया है और कोरोना संकट के दौरान अपने काउंसलर्स के द्वारा समाज के हर वर्ग की काउंसलिंग लगातार कर रहा है। रविवार 31 मई को इसी क्रम में कोविड 19 सावधान मूवमेंट कानपुर के तत्वाधान में "लॉकडाउन में काउंसलर्स की भूमिका" विषय पर वेबिनार आयोजित किया गया। जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के काउंसलर्स ने प्रतिभाग किया। वेबिनार की अध्यक्षता करते हुए छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के चीफ काउंसलर एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के नोडल अधिकारी डॉ सुधांशु राय ने कोरोना काल में अपने को कैसे मानसिक रूप से बेहतर रख सकते हैं इसके उपाय बताए। उन्होंने कहा कि काउंसलर्स को हमेशा लोगों का मनोबल और आत्मविश्वास बढ़ाने का कार्य करना है और हर परिस्थिति में सकारात्मक सोच को विकसित कराना है तभी काउंसलर अपने  उद्देश्यों में सफल रह सकते हैं। दिल्ली की प्रो डॉ अपूर्वा वशिष्ठ ने इस संकटकाल में जब कोरोना का भय लोगों के अंदर व्याप्त है उस परिस्थिति में सकारात्मकता को अपनाने पर बल दिया। वेबीनार का संचालन करते हुए भारत उत्थान न्यास की महिला प्रमुख डॉ कामायनी शर्मा ने कहा कि इस समय हर काउंसलर को एक नई सोच और रणनीति के साथ अपने कार्यों को नया स्वरूप देना है और एक लंबी श्रृंखला में अपनी बातों को पहुंचाने की चेष्टा करनी है! संयोजक रुचि त्रिवेदी ने कहा कि हमें यह प्रयास करना चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा व्यक्तियों तक काउंसलर की सेवा पहुंचे! आईसीएसई  कानपुर कोऑर्डिनेटर डॉ पारुल भार्गव ने विद्यार्थियों के मानसिक अवसादों को दूर करने के सुझाव प्रस्तुत किये। डॉ राजीव मिश्रा ने मन की संतुष्टि हेतु कविताओं को एक उत्तम माध्यम बताया तो वहीं संकल्प मेहता ने स्कूल के छात्रों की दशा पर सवाल उठाते हुए उनके उत्थान के लिए जागरूक करने पर बल दिया। सक्षम संस्था की प्रदेश महिला प्रमुख डॉ शिवा मिश्रा ने महिलाओं के लिए विशेष काउंसलिंग की व्यवस्था करने को कहा ! गौरी शंकर कोष्ठा एवं सह संयोजक भावना श्रीवास्तव ने योग को अपनी दैनिक क्रिया में शामिल करने का बल दिया। बृहस्पति कॉलेज की प्रो डॉ नीता अग्निहोत्री ने लॉकडाउन के नियमों का पालन करने की सीख अपने परिवार से शुरू करते हुए देने को कहा। सह संयोजक श्रीमती सुरभि द्विवेदी ने कहा कि वेबीनार के माध्यम से हम नई तकनीकों को सीख सकते हैं। इसके अतिरिक्त गुरु चरण अरोड़ा ने कैरियर काउंसलिंग पर जोर देने को कहा। इस अवसर पर शिखा अग्रवाल, प्रतिमा गुप्ता, मीना पांडे, रचना पांडे, गोपाल गुप्ता, पंकज शर्मा, रिदम त्रिवेदी, अल्का शरद त्रिवेदी सहित कई प्रबुद्ध जनों ने अपने अपने विचार प्रस्तुत किये एवं प्रश्न पूछे। वेबिनार के तकनीक हेड डॉ अनुराग पांडेय ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया!


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