प्रत्येक थाना, चिकित्सालय, राजस्व न्यायालय, तहसील, विकास खण्ड तथा जेल में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना हो 

मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय अनलॉक समीक्षा बैठक में टीम 11 को दिए निर्देश


ट्रेनिंग, सर्विलांस, मेडिकल टेस्टिंग तथा कोविड हेल्प डेस्क के कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाएं : मुख्यमंत्री 


> कोविड-19 के आपदाकाल में विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों द्वारा किए जाने वाले कार्यों का विशेष रूप से मूल्यांकन किया जाएगा : मुख्यमंत्री


> सर्विलांस कार्य को सुदृढ़ करने से मेडिकल टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी : मुख्यमंत्री


>>> मुख्यमंत्री के टीम 11 निर्देश :


>>> स्क्रीनिंग के पश्चात मेडिकल टेस्टिंग के लिए आवश्यकतानुसार सैम्पल लिए जाएं।


>>> कोविड तथा नॉन कोविड अस्पतालों में प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन करते हुए उपचार किया जाए।


>>> चिकित्सालय में भर्ती मरीजों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए।


>>> कोविड - 19 से बचाव के सम्बन्ध में जागरूकता का निरन्तर प्रसार किया जाए।


>>> मास्क लगाने के लिए प्रवर्तन कार्यवाही में सघनता लाएं।


>>> निःशुल्क राशन वितरण का कार्य सुचारु ढंग से कराया जाए।


>>> अवैध शस्त्रों पर नियंत्रण के लिए त्वरित और सघन अभियान संचालित करें।



कोविड 19 के दृष्टिगत प्रदेश में गठित सभी समितियां संक्रमण की रोकथाम हेतु निरंतर प्रयासरत हैं। इसी क्रम में मंगलवार 23 जून को मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन पर गठित समितियों के अध्यक्षों के साथ बैठक की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।        (फोटो : मुख्यमंत्री सूचना परिसर)

लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रत्येक थाना, चिकित्सालय, राजस्व न्यायालय, तहसील, विकास खण्ड तथा जेल में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड हेल्प डेस्क पर कोविड-19 के संक्रमण से बचाव सम्बन्धी सावधानियों के पोस्टर लगाए जाएं। कोविड हेल्प डेस्क पर पल्स ऑक्सीमीटर, इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा सेनिटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। मेडिकल उपकरणों के संचालन के सम्बन्ध में कोविड हेल्प डेस्क पर तैनात कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाए। इन कर्मियों को मास्क तथा ग्लव्स उपलब्ध कराए जाएं। मुख्यमंत्री योगी मंगलवार 23 जून को लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोविड हेल्प डेस्क पर हमेशा एक से दो कर्मी अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहें। कोविड हेल्प डेस्क का प्रतिदिन प्रातः से सायं तक संचालन किया जाए। प्राइवेट अस्पतालों को भी कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने स्थापित की गईं कोविड हेल्प डेस्क की सूची उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री जी ने जनपदों में भेजे जाने वाले विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों को जनपदों में रहकर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को बेहतर करने में सम्बन्धित मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड - 19 के आपदाकाल में इन अधिकारियों द्वारा किए जाने वाले कार्यों का विशेष रूप से मूल्यांकन किया जाएगा। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि टेस्टिंग की संख्या में लगातार वृद्धि की जाए। सर्विलांस व्यवस्था को और बेहतर करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इस उददेश्य के लिए जनपदों में विशेष सचिव स्तर के अधिकारी भेजे जा रहे हैं। सर्विलांस कार्य को सुदृढ़ करने से मेडिकल टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री जी ने मेडिकल स्क्रीनिंग के कार्य के लिए अविलम्ब 01 लाख से अधिक टीम गठित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि टीम के द्वारा प्रत्येक व्यक्ति की हर सप्ताह नियमित तौर पर मेडिकल स्क्रीनिंग का कार्य किया जाए। टीम के सदस्यों को मास्क, ग्लव्स एवं सेनिटाइजर उपलब्ध कराया जाए। स्क्रीनिंग के पश्चात मेडिकल टेस्टिंग के लिए आवश्यकतानुसार सैम्पल लिए जाएं। लक्षणरहित संक्रमित लोगों को उपचार के लिए कोविड चिकित्सालय में भर्ती किया जाए। उन्होंने ट्रेनिंग, सर्विलांस, मेडिकल टेस्टिंग तथा कोविड हेल्प डेस्क के कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड चिकित्सालयों में बेड की संख्या बढ़ाने के लिए निरन्तर प्रयास किए जाएं। कोविड तथा नॉन कोविड अस्पतालों में प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन करते हुए उपचार किया जाए। अस्पतालों में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। डॉक्टर तथा नर्सिंग स्टाफ द्वारा नियमित राउण्ड लिया जाए। चिकित्सालय में भर्ती मरीजों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने चिकित्सा कर्मियों को मेडिकल इंफेक्शन से सुरक्षित रखने के लिए ट्रेनिंग पर विशेष बल दिया। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि रेडियो तथा टेलीविजन के माध्यम से कोविड - 19 से बचाव के सम्बन्ध में जागरूकता का निरन्तर प्रसार किया जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग करते हुए लोगों को मास्क लगाने, फिजिकल डिस्टेंस बनाए रखने तथा संक्रमण के लक्षणों आदि के बारे में जागरूक किया जाए। उन्होंने मास्क लगाने के लिए प्रवर्तन कार्यवाही में सघनता लाने के निर्देश देते हुए कहा कि पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से इसके लिए भी लोगों को प्रेरित व जागरूक किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि निःशुल्क राशन वितरण का कार्य सुचारु ढंग से कराया जाए। कोविड-19 से बचाव की समुचित सावधानी बरतते हुए खाद्यान्न वितरित किया जाए। उन्होंने गौ-आश्रय स्थलों की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के निर्देश देते हुए कहा कि बरसात के मौसम में पशु रोगों के दृष्टिगत गौवंश के स्वास्थ्य के प्रति आवश्यक सावधानियां बरती जाएं। उन्होंने अवैध शस्त्रों पर नियंत्रण के लिए त्वरित और सघन अभियान संचालित करने के निर्देश भी दिए। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आर के तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस पी गोयल, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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