उन्नत एवं उत्कृष्ट स्तर के शोध संस्थान की स्थापना किये जाने की कार्यवाही शीघ्रता से की जाए : मुख्यमंत्री

> मुख्यमंत्री के समक्ष एडवांस सेन्टर फॉर वायरस रिसर्च एण्ड थेराप्यूटिक्स स्थापित किये जाने के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण।


> कोविड-19, जेई, डेंगू सहित अन्य वायरस के दृष्टिगत प्रदेश को एक उन्नत व उत्कृष्ट शोध संस्थान की है आवश्यकता : मुख्यमंत्री


> प्रदेश में बीएसएल-4 स्तर के वायरस शोध संस्थान की स्थापना की दिशा में आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे सीएसआईआर - सीडीआरआई, केजीएमयू तथा एकेटीयू लखनऊ।




उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 2 जुलाई 2020 को लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर प्रदेश में एडवांस सेन्टर फॉर वायरस रिसर्च एण्ड थेरेप्यूटिक्स स्थापित किए जाने के सम्बन्ध में दिए गए प्रस्तुतीकरण का अवलोकन करते हुए।  (फोटो : मुख्यमंत्री सूचना परिसर)


लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेश में बीएसएल-4 स्तर के एडवांस सेन्टर फॉर वायरस रिसर्च एण्ड थेराप्यूटिक्स स्थापित किये जाने हेतु ठोस कार्य योजना प्रस्तुत किये जाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने इस सम्बन्ध में मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव प्राविधिक शिक्षा तथा अपर मुख्य सचिव वित्त को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारीगण सीएसआईआर-सेन्ट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट, किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ तथा डॉ एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ के साथ इस सम्बन्ध में विचार-विमर्श करते हुए शीघ्र कार्यवाही करें। मुख्यमंत्री योगी ने यह निर्देश गुरुवार 2 जुलाई को यहां अपने सरकारी आवास पर प्रदेश में एडवांस सेन्टर फॉर वायरस रिसर्च एण्ड थेराप्यूटिक्स स्थापित किये जाने के सम्बन्ध में दिये गये प्रस्तुतिकरण के अवसर पर दिये। यह प्रस्तुतिकरण सीएसआईआर-सीडीआरआई, केजीएमयू लखनऊ तथा एकेटीयू लखनऊ द्वारा दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19, जेई, डेंगू सहित अन्य वायरस के दृष्टिगत प्रदेश को वायरस के सम्बन्ध में एक उन्नत व उत्कृष्ट शोध संस्थान की आवश्यकता है। वायरस और इससे प्रसारित संक्रमण पूरी दुनिया के समक्ष हमेशा एक चुनौती रहा है। कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी इसका एक उदाहरण है। इसी प्रकार जेई, डेंगू एवं अन्य वायरल जनित रोग भी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय और भविष्य के दृष्टिगत प्रदेश में वायरस के सम्बन्ध में एक उन्नत एवं उत्कृष्ट स्तर के शोध संस्थान की स्थापना किये जाने की कार्यवाही शीघ्रता से की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में केजीएमयू और सीडीआरआई जैसे उत्कृष्ट संस्थान मौजूद हैं, जो इस दिशा में बेहतर कार्य कर सकते हैं। इसी प्रकार एकेटीयू, कम्प्यूटर और आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स के क्षेत्र में अपनी सेवाएं प्रदान कर सकता है। इस अवसर पर कुलपति केजीएमयू प्रो एमएलबी भट्ट, निदेशक सीडीआरआई प्रो तपस कुण्डू, कुलपति एकेटीयू विनय कुमार पाठक ने प्रदेश में बीएसएल-4 स्तर के वायरस शोध संस्थान की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि उनके संस्थान इस दिशा में आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे। उन्होंने अपने-अपने संस्थानों में वायरस शोध सम्बन्धी गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। प्रस्तुतिकरण के दौरान मुख्य सचिव आर के तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव प्राविधिक शिक्षा एस राधा चौहान, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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