वेबिनार के माध्यम से नई शिक्षा नीति से सम्बन्धित प्रश्नों एवं जिज्ञासा का शमन किया
कानपुर। शनिवार 12 सितम्बर को महिला महाविद्यालय किदवई नगर कानपुर के तत्वावधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 अवसर और चुनौतियां विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यकम का आरम्भ मख्य अतिथि एनसीईआरटी नई दिल्ली के निदेशक प्रो ऋषिकेष सेनापति, मुख्य वक्ता शिक्षाशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष, भूतपूर्व डीन शिक्षा संकाय, लखनऊ विश्वविद्यालय सेवानिवृत्त प्रो एम वर्मा, विशिष्ट वक्ता के सेन्थिल कुमार जो एसोसिएट प्रोफेसर हैं राजनीति एवं जन प्रशासनिक विभाग, अलगप्पा विश्वविद्यालय, करई कुण्डी, तमिलनाडु, आयोजन अध्यक्ष, महिला महाविद्यालय, किदवई नगर, कानपुर की प्राचार्या डा बी आर अग्रवाल, संयोजिका शिक्षा शास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष डा अल्का कटियार, आयोजन सचिव बी एड विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डा प्रज्ञा श्रीवास्तव के द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर किया गया। सम्मानित अतिथियों का स्वागत करते हुए प्राचार्या ने अपने वक्तव्य में कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 में किए गए बदलाव जहां विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का चतुर्मखी विकास करेंगे वहीं विभिन्न क्षेत्रों में व्याप्त चुनौतियों का सामना करने में भी सक्षम बनायेंगे। तत्पश्चात् मुख्य अतिथि एवं एनसीईआरटी निदेशक प्रो ऋषिकेष सेनापति ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत विद्यालयी एवं महाविद्यालयी शिक्षा का विकास समता, समानता एवं सामाजिक एकता के तथ्यों को ध्यान में रख कर किया जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने विश्वस्तरीय मानकों को दृष्टिगत रखते हुए उच्च शिक्षा संस्थानो के शैक्षिक एवं प्रशासनिक स्तर का विकास करने पर बल दिया। इसके उपरान्त मुख्य वक्ता प्रो एम वर्मा ने निजी विश्वविद्यालयों एवं स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों के अनुमोदन की चरणबद्व प्रक्रिया तथा स्वायत्तता से सम्बन्धित जानकारी प्रदान की तथा नई शिक्षा नीति में उक्त संस्थानो के उन्नयन हेतु दिये गये सुझावों की सराहना की। इसी श्रृंखला में विशिष्ट वक्ता डा के सेन्थिल ने स्नातक एवं परास्नातक स्तर पर पहली बार लागू किए गए मल्टीपल एंट्री और एक्जिट सिस्टम से सम्बन्धित तथ्यों की जानकारी देते हुए कहा कि यह उन विद्यार्थियों के भविष्य के लिए विशेष उपयोगी है जिनकी पढ़ाई बीच में छूट जाती है इसके साथ ही नई शिक्षा नीति में ग्रॉस एनरोलमेंट रजिस्ट्रेशन जी ई आर को 2035 में 50 प्रतिशत तक करने हेतु विभिन्न उपायों पर चर्चा की। इसके पश्चात वेबिनार में शामिल विद्यार्थियों एवं प्रवक्तागणों के नई शिक्षा नीति से सम्बन्धित प्रश्नों एवं जिज्ञासा का शमन किया। समस्त कार्यक्रमों को सूत्रबद्ध आयोजन सचिव डा0 प्रज्ञा श्रीवास्तव के द्वारा किया गया । कार्यकम के अन्त में कार्यकम संयोजिका डा अल्का कटियार ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। इस अवसर पर आयोजन समिति के सदस्य डा प्रतिभा श्रीवास्तव, डा संगीता सितानी, डा नीता मिश्रा, डा दीपाली निगम सहित महाविद्यालय की समस्त प्रवक्ताओं ने सक्रिय सहभागिता की। मख्य संरक्षक महासचिव, दयानन्द शिक्षा संस्थान डा नागेन्द्र स्वरूप, संरक्षक सचिव, प्रबन्ध समिति इंजी0 गौरवेन्द्र स्वरूप, निदेशिका कुलपति, छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर प्रो नीलिमा गुप्ता का इस कार्यक्रम में निर्देशन एवं संरक्षण प्राप्त हुआ।