वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन का हुआ आइएसओ प्रमाणीकरण
→ 16 अगस्त 2022 तक के लिए यह प्रमाणपत्र मिला है।
वाराणसी। पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र स्मार्ट सिटी की राह पर चल रहे वाराणसी शहर की रेल व्यवस्था में एक और सितारा जड़ गया है। वाराणसी स्थित कैंट रेलवे स्टेशन को इस बार आइएसओ का तमगा मिला है। यह प्रमाणपत्र पर्यावरण संरक्षण के लिए यहां हो रहे विशिष्ट प्रयासों के लिए दिया गया है। आइएसओ प्रमाणन की नई उपलब्धि मिलने से कैंट रेलवे स्टेशन प्रशासन अब खुशियां मना रहा है। इसे वाराणसी का यह प्रमुख रेलवे स्टेशन देश के चुनिंदा और बड़े रेलवे स्टेशनों में शामिल हो गया है जहां पर्यावरण की भी सेहत का ख्याल रखा जा रहा हैआइएसओ (इंटरनेशनल स्टैंडर्ड आर्गनाइजेशन) 14001:2015 पर्यावरण संरक्षण, यात्री सुविधा इत्यादि के लिए दिया जाता है। मानकों को पूरा करने के लिए कैंट रेलवे स्टेशन प्रशासन जमीनी स्तर पर प्रयास कर रहा था। अब प्रमाणन मिलने के बाद कैंट रेलवे स्टेशन को अन्य मानकों के लिए भी प्राथमिकता मिलनी तय हो गई है। इससे यह स्टेशन देश के शीर्ष रेलवे स्टेशनों में भी शामिल हो गया है जहां पर पर्यावरण संरक्षण के लिए अतिरिक्त प्रयास हो रहा है। कैंट रेलवे स्टेशन प्रशासन अपने उपयोग की कुल बिजली का 18 फीसद सौर ऊर्जा से पैदा कर खपत करता है। इसके अलावा यहां धुलाई और नाले के गंदे पानी को री-साइकिल कर उसे दूसरी जरूरतों में खर्च करता है। कूड़े के निस्तारण, सफाई भी आइएसओ के मानकों को पूरा करने वाले साबित हुए। इसकी वजह से कूडा प्रबंधन के साथ ही जल प्रबंधन में भी परिसर नई नजीर सामने रख रहा है। अब वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के प्रयासों से दूसरे भी प्रेरित होकर पर्यावरण संरक्षण के लिए नई पहल करेंगे।