वर्ल्डस्किल्स एक्सपो कज़ान में भारतीय पैवेलियन का हुआ उद्घाटन
>भविष्य में हम वर्ल्डस्किल्स की मेजबानी के लिए लगाएंगे बोली: डॉ महेंद्र नाथ पांडे
> राष्ट्रीय कौशल विकास निगम की वर्ल्डस्किल्स इंडिया पहल कौशल के क्षेत्र में युवा प्रतिभाओं की सर्वश्रेष्ठ तकनीक को उभारने का काम निरंतर कर रही है।
>डिजिटल अर्थव्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रतियोगिता में फ्यूचर स्किल्स' श्रेणी पेश।
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडे ने वर्ल्ड स्किल्स कज़ान 2019 में इंडिया पवेलियन का उद्घाटन किया।
विश्व की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय व्यावसायिक कौशल प्रतियोगिता, वर्ल्डस्किल्स कज़ान 2019 की रूस के कज़ान में एक भव्य समारोह में शुरूआत हुई। 62 अन्य प्रतिभागी देशों के साथ रंगारंग परिधानों में 48 सदस्यीय भारतीय दल की शानदार परेड ने लोगों का मन मोह लियाकज़ान अरेना में उदघाटन समारोह में 2.5 लाख से अधिक लोग शामिल हुए, जहां 63 देशों के युवाओं ने विभिन्न संस्कृतियों का प्रदर्शन किया। वर्लड स्किल्स की छठी सबसे बड़ी टुकड़ी 48सदस्यीय भारतीय दल ने विशाल देश की समृद्ध विविधता और सुंदरता से भरे अपने प्रदर्शन से लोगों का दिल जीत लिया। रूसी संघ के प्रधान मंत्री दिमित्री मेदवेदेव ने छह दिवसीय कार्यक्रम की शुरूआत की जिसमें 56 कौशल और व्यापार में प्रतिस्पर्धा करने वाले दुनिया भर के 1,300 से अधिक प्रतियोगियों को देखने का अवसर मिलेगा। वर्ल्डस्किल्स कज़ान 2019 में देश का प्रतिनिधित्व कर रहे भारत के प्रतियोगी भारत में विभिन्न स्तरों पर आयोजित कौशल प्रतियोगिताओं की श्रृंखला के माध्यम से गए हैं। कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) की पहल, वर्ल्डस्किल्स इंडिया एक कुशल भारत के निर्माण के दृष्टिकोण का अभिन्न अंग है, जो तकनीक और कौशल के क्षेत्र में युवा प्रतिभाओं की सर्वश्रेष्ठ तकनीक को उभारती है। भारतीय दल का नेतृत्व कर रहे कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडे ने भी कज़ान एक्सपो प्रतियोगिता क्षेत्र में भारतीय पैवेलियन का उदघाटन कियाइस पैवेलियन में भारत की संस्कृति, परंपराओं, विविधता और कौशल के असंख्य खूबियों को दर्शाया गया है। डॉ. पांडे प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करने के लिए कज़ान में हैं और इसका उद्देश्य जी2जी(गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट) और बी2बी (बिज़नेस टू बिज़नेस) संबंधों का निर्माण करना है। अपनी यात्रा के दौरान डॉ. पाण्डेय उद्योग के प्रतिनिधियों को 'स्केल, स्पीड एंड स्टैंडर्ड्स के साथ भविष्य के लिए कौशल विषय पर संबोधित करेंगेवह बहुराष्ट्रीय निगमों के साथ भारतीय कार्यबल के ज्ञान के आदान-प्रदान और वैश्विक गतिशीलता का पता लगाने के लिए डीएमजी मोरी, सिस्को, सीमेंस, लिंकन इलेक्ट्रिक जैसे प्रमुख उद्योगों के प्रतिनिधियों से मिलेंगे। भारतीय दल 23 अगस्त से प्रतियोगिता शुरू होने के बाद 44 कौशलों- मोबाइल रोबोटिक्स, प्रोटोटाइप मॉडलिंग, हेयरड्रेसिंग, बेकिंग, कन्फेक्शनरी और पेटिसरी, वेल्डिंग, ईंट बिछाने, कार पेंटिंग, फ्लोरिस्ट्री आदि में भाग लेगाकजान में प्रतिभागियों की सहायता के लिए चवालीस कौशल विशेषज्ञ और विभिन्न भारतीय भाषाओं के 14 दुभाषिए भी गए हैं।
रूस के कज़ान में आयोजित होने वाले वर्ल्ड स्किल्स (22-27 अगस्त 2019) के उद्घाटन समारोह में टीम इंडिया के कौशल राजदूत जहां 60 से अधिक देशों के युवा पेशेवर भाग ले रहे हैं।
वर्ल्डस्किल्स में भारतीय पैवेलियन का उद्घाटन करते हुए कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडे ने कहा, “टीम इंडिया ने विदेश में भारतीय संस्कृति का जोशपूर्ण अद्वितीय प्रदर्शन कर रहे हैं। ये युवा इस तरह के अंतर्राष्ट्रीय आयोजन में केवल प्रतियोगी ही नहीं हैं बल्कि भारतीय संस्कृति के राजदूत भी हैं। इनके खूबसूरत प्रदर्शन को देखकर मुझे खुशी हुई है। मेरी शुभकामनाएं टीम के साथ हैं और मुझे आशा है कि वे अपने कौशल से अनेक पुरस्कार जीतेंगे। ये भारत का भविष्य हैं और उनका व्यावसायिक कौशल उनके लिए अनेक दरवाजे खोलेगा। सरकार ने तकनीकी प्रशिक्षण और व्यावसायिक कौशल को बढ़ावा देने के लिए अनेक पहल की हैं। इस वर्ष हमारे साथ 48 सदस्यीय दल आया है जबकि पिछली बार 28 सदस्यीय दल आया था। मुझे टीम के अच्छे प्रदर्शन का भरोसा है। भविष्य में, हम वर्ल्डस्किल्स की मेजबानी के लिए बोली लगाएंगे। कौशल विकास मंत्रालय और अन्य सरकारी विभाग भारत के युवाओं की प्रतिभा को काम में लाने के लिए सभी प्रयास करने का निर्देश दे रहे हैं। हमने 12.6 लाख लोगों को प्रशिक्षण सहायता प्रदान की है और हम अन्य मंत्रालयों की सहायता से निकट भविष्य में इस संख्या को दोगुना करना चाहते हैं।"
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडे ने विश्व कौशल कज़ान 2019 में मंत्रियों के सम्मेलन में वार्ता की।
एक स्कूल एक देश
उद्घाटन समारोह से पहले, प्रतिस्पर्धी दल एक स्कूल एक देश पहल के तहत अपनी राष्ट्रीय संस्कृतियों को प्रस्तुत करने के लिए एक साथ आए। इस पहल का उद्देश्य भाग लेने वाले देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है। प्रतिभागियों ने एक रूसी स्कूल, गियानसियम # 96 का दौरा किया, जहां उन्होंने रूसी स्कूल के छात्रों के साथ बातचीत की और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी भाग लिया।
वर्ल्डस्किल्स अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भविष्य के कौशल का परिचय
कौशल प्रतियोगिताओं के साथ-साथ आर्थिक और सामाजिक प्रभाव को अधिकतम करने के लिए कौशल के भविष्य विषयों की श्रृंखला पर बातचीत करने के लिए सरकार के प्रतिनिधियों, विशेषज्ञों के लिए वर्ल्डस्किल्स सम्मेलन 2019, आयोजित किया जाएगा। दो नई पहल - वर्ल्डस्किल्स जूनियर्स और फ्यूचर स्किल्स की भी इस संस्करण में शुरूआत की जा रही हैंवर्ल्डस्किल्स जूनियर का उद्देश्य 14-16 वर्ष की आयु के स्कूली बच्चों को व्यावसायिक और कौशल प्रशिक्षण में शामिल होने और साथ ही राष्ट्रीय टीमों में भाग लेने के लिए प्रेरित करना है। फ्यूचर स्किल्स में उच्च तकनीकी उत्पादन और डिजिटल अर्थव्यवस्था के युग में क्रियाकलापों के महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर जोर देना है।
स्किल इंडिया पविलियन रूस में अविश्वसनीय भारत की झलक जो भारत की संस्कृति परंपरा, विविधता, कौशल और असंख्य स्मारकों को ताजमहल से लेकर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक के कई स्मारकों को दर्शाती है।