टीम इंडिया के विश्व कुश्ती लाइनअप का नेतृत्व करेंगे बजरंग पुनिया

> टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल करने के लक्ष्य के साथ उतरेंगे 101 देशों से लगभग 1000 पहलवान।



नयी दिल्ली - भारत की टोक्यो ओलंपिक में कुश्ती मुकाबलों में पदक की सबसे बड़ी उम्मीद बजरंग पुनिया को कजाकिस्तान के नूर सुल्तान में 14 सितंबर से शुरु हो रही विश्व कुश्ती प्रतियोगिता के 65 किग्रा फ्री स्टाइल वर्ग में शीर्ष वरीयता दी गई है। विश्व चैंपियनशिप में उतर रहे अन्य भारतीय पहलवानों में राहुल अवारे को 61 किग्रा में दूसरी वरीयता, दीपक को 86 किग्रा में चौथी वरीयता और सीमा को 50 किग्रा में दूसरी वरीयता मिली है। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार (74 किग्रा) नौ साल के अंतराल के बाद विश्व चैंपियनशिप में वापसी कर रहे हैं। सुशील ने 2010 में मॉस्को में हुई विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था और वह उसी इतिहास को इस बार दोहराने की कोशिश करेंगे। सुशील ने ट्रायल जीतकर विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया था और उनका अगला लक्ष्य इस प्रतियोगिता से ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना है। विश्व चैंपियनशिप 14 से 22 सितंबर तक होगी और इसकी शुरुआत ग्रीको रोमन मुकाबलों से होगी। नौ दिन चलने वाली इस प्रतियोगिता में 101 देशों से लगभग 1000 पहलवान ग्रीको रोमन, पुरुष फ्री स्टाइल और महिला मुकाबलों में उतरेंगे। राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता पहलवान बजरंग ने 2018 में विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था और इस बार वह अपने पदक का रंग बदलने के साथ-साथ टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल करने के लक्ष्य के साथ उतरेंगे। बजरंग ने 2013 में विश्व चैंपियनशिप में 60 किग्रा में उतरते हुए कांस्य पदक जीता था और उसके पांच साल बाद 2018 में उन्होंने इस चैंपियनशिप में 65 किग्रा में उतरकर रजत पदक जीता। उनका लक्ष्य सुशील के 2010 के इतिहास को दोहराना और विश्व चैंपियनशिप में सुशील के बाद सीनियर स्तर पर स्वर्ण पदक जीतने वाला दूसरा पहलवान बनना है। पिछले एक वर्ष में बजरंग ने एशिया में अपनी बादशाहत बरकरार रखी है और 65 किग्रा के विश्व रैंकिंग में नंबर एकर थान पर पहुंचे हैं। उन्होंने विश्व चैंपियनशिप के लिए रुस में कड़ी तैयारी की है। उन्होंने कहा, “विदेशी पहलवानों के साथ ट्रेनिंग से मेरी तैयारी मजबूत हुई है। मैं जानता हूं कि मेरे वजन वर्ग के पहलवानों की तैयारी कैसी है और वह किस तरह लड़ते हैं। इस ट्रेनिंग ने मुझे आत्मविश्वास दिया है कि मैं अपने पदक का रंग बदलूं और ओलंपिक के लिए भी क्वालीफाई करूं।” यह चैंपियनशिप टोक्यो ओलंपिक के लिए पहला क्वालीफाइंग टूर्नामेंट है। कुश्ती की विश्व सं था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने सरयार्का के ओलंपिक साइक्लिंग सेंटर में चार सितंबर से पहलवानों के लिए सबसे बड़ा ट्रेनिंग शिविर शुरु कर दिया है जिससे पहलवानों को मुकाबलों में उतरने से पहले परि िथतियों से अभ्यस्त होने का पूरा मौका मिले। भारत का अधिकतर दल ट्रेनिंग कैंप के लिए रवाना हो चुका है लेकिन एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता विनेश फोगाट ने रुककर अपनी ट्रेनिंग मजबूत करने का फैसला किया है। मौजूदा समय में छठे नंबर की पहलवान विनेश ने खुद को 53 किग्रा में शिफ्ट किया है और वह अपना पहला विश्व खिताब जीतने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।महिला वर्ग में विनेश के अलावा सीमा को 50 किग्रा वर्ग में दूसरी वरीयता दी गई हैसीमा ने इसी वर्ष यासर डोगु में स्वर्ण पदक जीत विश्व रैंकिंग में तीसरार थान हासिल किया था। पुरुष 61 किग्रा वर्ग में राहुल अवारे को दूसरी सीड जबकि दीपक पुनिया को 86 किग्रा में चौथी वरीयता दी गई है। दीपक ने कहा, “मेरी तैयारी काफी अच्छी चल रही है और मैं विश्व चैंपियनशिप में अपना पदार्पण करने के लिए उत्साहित हूं। पिछले महीने विश्व जूनियर चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने से मेरे अंदर आत्मविश्वास बढ़ा है और यहां मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना हूं।"


भारतीय दल इस प्रकार है:


फ्रीस्टाइल : रवि कुमार (57 किग्रा), राहुल अवारे (61), बजरंग पुनिया (65), करण (70), सुशील कुमार (74), जीतेंद्र (79), दीपक पुनिया (86), परवीन (92), मौसम खत्री (97) और सुमित (125)


महिला : सीमा (50 किग्रा), विनेश (53), ललिता (55), सरिता (57), पूजा ढांढा (59), साक्षी मलिक (62), नवजोत कौर (65), दिव्या काकरान (68), कोमल भगवान गोले (72) और किरण (76)


ग्रीको रोमन : मनजीत (55 किग्रा), मनीष (60), सागर (63), मनीष (67), योगेश (72), गुरप्रीत सिंह (77), हरप्रीत सिंह (82), सुनील कुमार (87), रवि (97) और नवीन (130)


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