विकासपरक योजनाओं में भ्रष्टाचार की न रहे कोई गुंजाइश: योगी आदित्यनाथ

>बाराबंकी को सिद्धेश्वर महादेव का आशीर्वाद प्राप्त है:योगी


>मुख्यमंत्री ने जनपद बाराबंकी में 7126.00 लाख रु0 की लागत की 117 परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया।


मुख्यमंत्री ने लाभार्थीपरक योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए।



बाराबंकी - उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद की वजह से विकास अवरुद्ध था। अब वहां अनुच्छेद-370 को समाप्त कर दिया गया है, जिससे आतंकवाद के सफाये के साथ-साथ वहां पर चहुंमुखी विकास का मार्ग प्रशस्त होगा अनुच्छेद-370 को हटाना आतंकवाद को खत्म करने की दिशा का पहला चरण है, जो 70 वर्षों से मुमकिन नहीं हो पाया था, लेकिन आज वह सम्भव हो गया है। मुख्यमंत्री ने यह विचार सोमवार को जनपद बाराबंकी में विभिन्न विकास योजनाओं के लोकार्पण / शिलान्यास के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आज जिन परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया गया है, वह बाराबंकी के विकास के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं। इस अवसर पर उन्होंने लाभार्थीपरक योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र इत्यादि देकर लाभान्वित भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास की सोच समग्र होनी चाहिए, कहीं भी कमजोरी बदहाली होगी, तो वह देश विकसित और खुशहाल नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि हम समाज को समग्रता में विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं। प्रदेश सरकार द्वारा हर क्षेत्र में विकास को प्राथमिकता दी जा रही है। हमारा प्रदेश विकास के पथ पर निरन्तर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि देश से तीन तलाक की प्रथा के खत्म होने से और 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' जैसी योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी और उनकी स्थिति में सुधार होगा।



मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री जी की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके कार्य करने के तरीके ने देश को बदल दिया है। योजनाएं पहले भी बनती थीं, लेकिन वह आम आदमी तक नहीं पहुंचती थीं। वर्तमान सरकार के प्रयासों से आज सभी जनकल्याणकारी योजनायें गरीब, किसान एवं नौजवान तक पहुंच रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि विकासपरक योजनाओं का कार्य मानक एवं गुणवत्तानुरूप हो, भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश न रहे। उन्होंने कहा कि समय-समय पर विकास कार्यों की समीक्षा किया जाना अति आवश्यक है। मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने भारत को प्लास्टिक मुक्त करने का संकल्प लिया है। प्रदेश को प्लास्टिक मुक्त करने की दिशा में समुचित कार्य किये जा रहे हैं, जिसमें सबके योगदान की आवश्यकता है। निराश्रित गोवंश की समस्या के समाधान के विषय में उन्होंने कहा कि गोआश्रय स्थलों को प्राथमिकता के आधार पर सक्रिय करने के लिए सरकार प्रयासरत है। प्रदेश सरकार किसानों/ गौपालकों को निराश्रित गौवंश पालने हेतु प्रति गौवंश 900 रूपये प्रतिमाह देने को तैयार है। कांवड़ यात्रा का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रियों का आगमन हमारी भारतीय संस्कृति की प्राचीनतम परम्परा रही है, जो इस बात को प्रदर्शित करती है कि विचारधाराएं दूर तक जाती हैं, सीमाओं में बंधकर नहीं रहतीं। उन्होंने कहा कि जनपद बाराबंकी को सिद्धेश्वर एवं महादेवा का आशीर्वाद प्राप्त है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जी ने जनपद बाराबंकी में 7126.00 लाख रुपए की लागत की 117 परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। इनमें विधान सभा क्षेत्र जैदपुर में 984.24 लाख रुपए की लागत की कुल 25 परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास शामिल है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने लाभार्थीपरक योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण व शहरी के अन्तर्गत लाभार्थियों को आवास की चाभी तथा स्वीकृति पत्र प्रदान किए। उन्होंने दिव्यांगजनों को सहायता उपकरण, आयुष्मान योजना के अंतर्गत गोल्डेन कार्ड, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना तथा प्रधानमंत्री किसान मान धन योजना के अंतर्गत स्वीकृति पत्र, कस्टम हायरिंग सेन्टर योजना के अंतर्गत कृषि यन्त्रों पर अनुदान स्वीकृति पत्र, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत अन्त्योदय कार्ड तथा पात्र गृहस्थी कार्ड, सामान्य जाति/अनुसूचित जाति/अल्पसंख्यक शादी अनुदान योजना के अंतर्गत स्वीकृति पत्र तथा राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के अंतर्गत स्वीकृति पत्र प्रदान किए। उन्होंने पोषण अभियान के तहत 06 माह के बच्चों को रोली अक्षत लगाकर व खीर खिलाकर अन्न प्राशन भी कराया। कार्यक्रम को वन एवं पर्यावरण तथा जन्तु उद्यान मंत्री दारा सिंह चौहान तथा सांसद उपेन्द्र सिंह रावत ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


Popular posts from this blog

उ0प्र0 सरकारी सेवक (पदोन्नति द्वारा भर्ती के लिए मानदण्ड) (चतुर्थ संशोधन) नियमावली-2019 के प्रख्यापन को मंजूरी

उ प्र सहकारी संग्रह निधि और अमीन तथा अन्य कर्मचारी सेवा (चतुर्थ संशोधन) नियमावली, 2020 प्रख्यापित

कोतवाली में मादा बंदर ने जन्मा बच्चा