आईआईटी कानपुर में साइबर सिक्योरिटी और साइबर डिफ़ेंस में उन्नत प्रमाणन कार्यक्रम की घोषणा

> देश में साइबर सुरक्षा में शामिल  मानव संसाधनों में महत्त्वपूर्ण योगदान करेंगे: प्रो संदीप शुक्ला

> टैलेंटस्प्रिंट डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऑनलाइन लाइव इंटरैक्टिव सत्र से संपूरित होगा ये साइबर डिफ़ेंस में एडवांस्ड सर्टिफिकेशन प्रोग्राम।


कानपुर (का ० उ ० सम्पादन)। साइबर सुरक्षा एवं साइबर डिफ़ेंस में एडवांस्ड सर्टिफिकेशन प्रोग्राम एक एड-टेक फर्म टैलेंट स्प्रिंट के साथ मिलकर किया जाएगा। यह वर्तमान और महत्वाकांक्षी पेशेवरों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो साइबर सुरक्षा प्रौद्योगिकियों में नवीनतम प्रचलनों  का पता लगाने और उनका फायदा उठाने के इच्छुक हैं। गहन अकादमिक कठिनाई और विशद व्यावहारिक दृष्टिकोण का संयोजन प्रतिभागियों को आवश्यक कौशल में महारत हासिल करने और विश्व स्तर का  विशेषज्ञ बनने का अवसर प्रदान करेगा। पहला पाठ्यक्रम 2020 की शुरुआत में प्रारम्भ किया जाएगा। 1959 में स्थापित आईआईटी  कानपुर को व्यापक रूप से कंप्यूटर विज्ञान अनुसंधान और शिक्षा में वैश्विक ट्रेलब्लेज़र के रूप में मान्यता प्राप्त है। हाल ही में आईआईटी कानपुर ने साइबर सुरक्षा और साइबर डिफ़ेंस ऑफ़ क्रिटिकल इंफ़्रास्ट्रक्चर (C3i) के लिए इंटरडिसिप्लिनरी सेंटर की स्थापना करके साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में बढ़त हासिल की  है। C3i का मिशन और विजन अनुसंधान, शिक्षा, प्रशिक्षण, और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए तकनीक आधारित सुरक्षित गार्ड बनाने के लिए स्टार्ट-अप शुरू करना है। केंद्राध्यक्ष  प्रोफेसर संदीप शुक्ला और प्रोफ़ेसर मणीन्द्र अग्रवाल के नेतृत्व वाला केंद्र इदाहो के राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं, सैंडिया राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं  और अमेरिका स्थित NIST की तरह महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों की सुरक्षा के लिए भारत का पहला साइबर सुरक्षा परीक्षण पर्यक है। आईआईटी कानपुर के C3i सेंटर के शोधकर्ता देश की महत्वपूर्ण बुनियादी सुविधाओं के लिए साइबर खतरों की खोज कर रहे हैं, उनके समाधान खोज रहे हैं, और उनकी कमजोरियों पर NCSC और अन्य सरकारी एजेंसियों को सतर्क कर रहे हैं। केंद्र इस विषय पर उन छात्रों को भी प्रशिक्षित कर रहा है, जो भविष्य में भारत की महत्वपूर्ण अवसंरचना उपयोगिताओं और सरकारी एजेंसियों में साइबर सुरक्षा पेशेवर होंगे । C3i केंद्र इजरायल और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे अंतर्राष्ट्रीय भागीदारों के साथ अनुसंधान और प्रौद्योगिकी विनिमय, छात्र प्रशिक्षण, साथ ही साथ सम्मेलनों, कार्यशालाओं और साइबर सुरक्षा प्रतियोगिताओं की मेजबानी करने, साइबर सुरक्षा पेशे को चुनने के लिए जागरूकता, छात्रों में उत्साह विकसित करने में  लगा हुआ है साथ ही साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में एक विश्व स्तरीय शैक्षणिक अनुसंधान संस्कृति का विकास भी इस केंद्र का उद्देश्य है। इस अवसर पर बोलते हुए, आईआईटी कानपुर में कंप्यूटर विज्ञान के प्रोफ़ेसर एवं कार्यक्रम निदेशक प्रो संदीप शुक्ला ने कहा, C3i केंद्र का एक जनादेश आउटरीच' भी है –जिसका मतलब ऐसे साइबर पेशेवरों को भी प्रशिक्षित करना है जिनके लिए आवश्यक नहीं है कि वो आईआईटी कानपुर के छात्र हों। जो हमारे डिग्री कार्यक्रमों के दायरे में संभव है उससे इतर पेशेवर इंजीनियरों,जो साइबर सुरक्षा पेशेवरों की तरह उपयोगिताओं, वित्त, बैंकों या आईटी में सामान्य रूप से काम कर रहे हैं, को भी बड़े पैमाने पर प्रशिक्षित किया जा सकता है । आईआईटी कानपुर की सतत शिक्षा के केंद्र के माध्यम से टैलेंटस्प्रिंट  के साथ यह साझेदारी  काम के स्थानों में प्रशिक्षित पेशेवरों को साइबर इन्फ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा में उनकी समझ, परिचालन ज्ञान के स्व-उत्थान में मदद करने और हमारी पहुंच बढ़ाने के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगी। C3i सेंटर में उन्नत शोध, केंद्र में विशेषज्ञता और टैलेंटस्प्रिंट की शैक्षिक तकनीक के साथ हम उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले वर्षों में - हम देश में साइबर सुरक्षा में शामिल  मानव संसाधनों में महत्त्वपूर्ण योगदान करेंगे। 

टैलेंटस्प्रिंट के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ शान्तनु पॉल ने कहा, हम साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों को बनाने के मिशन पर आई आई टी  कानपुर के साथ साझेदारी करके आह्लादित हैं । ऐसे पेशेवरों की मांग आपूर्ति से आगे निकल रही है। नैसकॉम के अनुसार, भारत का साइबर सुरक्षा बाजार 2025 तक बढ़कर 35 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। साइबर सिक्योरिटी और साइबर डिफ़ेंस में 6 महीने का यह एडवांस सर्टिफिकेशन प्रोग्राम आईआईटी कानपुर परिसर  में इमर्सन  बूटकैंप्स के साथ एक्जेक्यूटिव-फ्रेंडली प्रारूप में आयोजित किया जाएगा, जो टैलेंटस्प्रिंट डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऑनलाइन लाइव इंटरैक्टिव सत्र से संपूरित होगा। कार्यक्रम के प्रतिभागियों को आईआईटी कानपुर की अपनी यात्राओं के दौरान C3i और इसके अनुसंधान विशेषज्ञों से सीधे संवाद  का अवसर भी मिलेगा । इसके अलावा, टैलेंटस्प्रिंट प्रोग्राम प्रतिभागियों के लिए स्टेट-ऑफ-आर्ट आच्छादित परियोजना का प्रबंध भी करेगा और त्वरित प्रयोगात्मक ज्ञान के उद्देश्य के लिए अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म को सक्रिय रूप से सुलभ बनाएगा। इस कार्यक्रम में रुचि रखने वाले प्रौद्योगिकी पेशेवरों को चयन के लिए आवेदन करना  चाहिए: https://iitk.talentsprint.com/cybersecurity/

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