डिफेन्स इण्डस्ट्रियल मैन्यूफैक्चरिंग काॅरीडोर से 2.5 लाख लोगों के लिये होगा रोजगार सृजन: मुख्य सचिव उ प्र

> मुख्य सचिव ने भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला-2019 में उत्तर प्रदेश मण्डप का किया उद्घाटन।


> भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला-2019 की थीम 'ईज आफ डूइंग बिजनेस' पर आधारित।


> बुन्देलखण्ड में डिफेन्स इण्डस्ट्रियल मैन्यूफैक्चरिंग काॅरीडोर से 2.5 लाख लोगों के लिये होगा रोजगार सृजन: मुख्य सचिव


> प्रदेश सरकार राज्य में निवेश आकर्षित करने तथा उद्योगों की स्थापना के लिये अनुकूल वातावरण बनाने के लिये निरन्तर प्रयासरत: मुख्य सचिव


> सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की संख्या में उत्तर प्रदेश का देश में प्रथम स्थान: मुख्य सचिव


> बायर/सेलर के मिलन का एक प्लेटफार्म है: मुख्य सचिव


> ईज आॅफ डूइंग बिजनेस के तहत बिजनेस रिफार्म एक्शन प्लान लागू है। इसस प्रदेश 92.87 प्रतिशत स्कोर के साथ अग्रणी राज्यों में है शामिल: मुख्य सचिव



लखनऊ (का ० उ ० सम्पादन)। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में निवेश आकर्षित करने तथा उद्योगों की स्थापना के लिये अनुकूल वातावरण बनाने के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूंजी निवेश एवं उद्योग स्थापना की असीम संभावनायें हैं। उन्होंने बताया कि नई औद्योगिक नीति एवं निवेश फ्रेण्डली हेतु प्रदेश सरकार द्वारा जारी की जा चुकी 21 नई नीतियों के चलते उत्तर प्रदेश पूंजी निवेश के लिये एक हब के रूप में विकसित हो रहा है। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की संख्या में उत्तर प्रदेश का देश में प्रथम स्थान है। उन्होंने कहा कि प्रदेश मंे उत्तर प्रदेश इनवेस्टर्स समिट, प्रथम ग्राउण्ड ब्रेक्रिंग सेरेमनी व द्वितीय ग्राउण्ड ब्रेक्रिंग सेरेमनी तथा विभिन्न आयोजनों के माध्यम से लगभग 02 लाख करोड़ रुपये के निवेश की परियोजनाओं की आधारशिला रखी गयी, जिससे लगभग 05 लाख लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा 20 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले बुन्देलखण्ड में डिफेन्स इण्डस्ट्रियल मैन्यूफैक्चरिंग काॅरीडोर का शिलान्यास किया गया है, जिससे 2.5 लाख लोगों का रोजगार सृजन होगा।



मुख्य सचिव ने यह विचार नई दिल्ली में आयोजित भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला-2019 में उत्तर प्रदेश मण्डप का उद्घाटन करने के उपरान्त व्यक्त किये। उन्होंने बताया कि निवेश मित्र पोर्टल के माध्यम से उद्यमियों के 46,220 आवेदनों को निस्तारित किया गया। ईज आॅफ डूइंग बिजनेस के तहत बिजनेस रिफार्म एक्शन प्लान लागू है। इसस प्रदेश 92.87 प्रतिशत स्कोर के साथ अग्रणी राज्यों में शामिल है। उन्होंने बताया कि स्थानीय शिल्प/कौशल एवं कला के संवर्धन के साथ संरक्षण एवं विकास करने, रोजगार एवं आय में वृद्धि, उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार, आर्थिक असमानता को दूर करने के उद्देश्य से 'एक जनपद-एक उत्पाद' योजना आरम्भ की गयी है। एक जनपद-एक उत्पाद समिट-2018 (ओडीओपी) का आयोजन कर 1 लाख 91 हजार 191 लाभार्थियों को लगभग 18 हजार 345 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया गया है। ओ0डी0ओ0पी0 से लगभग 05 लाख हुनरमंदों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश से 1 लाख 14 हजार करोड़ रु0 से अधिक का निर्यात किया गया, जो विगत वर्षों से 25 हजार करोड़ रु0 से अधिक है।



राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि 'एक जनपद-एक उत्पाद' में चयनित उत्पाद जैसेः-अलीगढ़ के ताले एवं हार्डवेयर, आगरा एवं कानपुर के चमड़े के उत्पाद, गाजियाबाद के यांत्रिकी उत्पाद, गोरखपुर का टेराकोटा उत्पाद, फिरोजाबाद के कांच उत्पाद, सिद्धार्थनगर का काला नमक चावल, संत रविदास नगर (भदोही) के कालीन, वाराणसी की सिल्क उत्पाद, कन्नौज का इत्र, उन्नाव की जरी जरदोजी, लखनऊ के चिकनकारी उत्पाद लोकप्रिय हैं। उन्होंने कहा कि 'एक जनपद-एक उत्पाद' योजना में चार उपयोजनायें-ओ0डी0ओ0पी0 वित्त पोषण सहायता योजना, ओ0डी0ओ0पी0 विपणन प्रोत्साहन योजना, ओ0डी0ओ0पी0 कौशल विकास और टूल किट वितरण योजना, ओ0डी0ओ0पी0 सामान्य सुविधा केन्द्र प्रोत्साहन योजना भी संचालित हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि यह मेला सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं जैसे ''एक जनपद-एक उत्पाद'' योजना, ''विश्वकर्मा श्रम सम्मान'' योजना एवं उत्तर प्रदेश सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम प्रोत्साहन नीति इत्यादि के ब्राण्डिंग एवं प्रचार-प्रसार का उत्कृष्ट माध्यम है। उन्होंने कहा कि यह मेला बायर/सेलर के मिलन का एक प्लेटफार्म है, जिससे हस्तशिल्प एवं एम0एस0एम0ई0 निर्माताओं को उनके उत्पादों के खरीदारों से समन्वय स्थापित करने में सहायता मिलती है। मेले में प्रदेश की इकाईयों द्वारा उच्च स्तर का कारोबार किया जाता है, इस कारण यह मेला जन सामान्य के बीच अत्यधिक लोकप्रिय है। भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला-2019 की थीम इस वर्ष 'ईज आफ डूइंग बिजनेस' पर आधारित है। इस हेतु मेले में उत्तर प्रदेश को हाल नं0-12ए में क्रमशः 306 वर्ग0मी0 एवं 102 वर्ग0मी0 के दो स्थान आवंटित हैं। मेले हेतु मुख्य मण्डल हाल नं0 12ए में आवंटित क्षेत्र 302 वर्ग0मी0 में से 18 वर्ग0मी0 के क्षेत्र में नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, यमुना एक्सप्रेस-वे इण्डस्ट्रियल डेवलपमेंट अथाॅरिटी एवं यूपीसीडा द्वारा संयुक्त प्रदर्शन किया जा रहा है। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग श्री नवनीत सहगल, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, गे्रटर नोएडा अथाॅरिटी, श्री नरेन्द्र भूषण, निदेशक, उद्योग श्री गौरव दयाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।


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