भारत की सुरक्षा के साथ षणयंत्र स्वीकार नहीं करेंगे: योगी आदित्यनाथ


लखनऊ (का ० उ ० सम्पादन)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर बीते रविवार को यहां जी0पी0ओ0 पार्क स्थित उनकी मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी। योगी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को भारत माता का महान सपूत बताते हुए कहा कि आज पूरा देश उन्हें भारतीय गणराज्य को एकता और अखण्डता के सूत्र में पिरोने के लिए स्मरण कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल की दृढ़ इच्छा और संकल्प शक्ति के लिए उन्हें लौह पुरुष के नाम से जाना जाता है। देश के स्वाधीनता आन्दोलन के दौरान उन्होंने अनेक आन्दोलनों का नेतृत्व किया। वे स्वतंत्र भारत के शिल्पी थे। उन्होंने वर्तमान गणतंत्रात्मक भारत का स्वरूप निर्धारित किया। प्रत्येक भारतीय उन्हें स्मरण करते हुए देश की एकता और अखण्डता के लिए संकल्पबद्ध होता है। योगी ने कहा कि सरदार पटेल ने अपने पुरुषार्थ के बल पर अंग्रेजों की कुटिलता को नहीं चलने दिया, जो भारत विरोधी तत्व देश को बांटने की कुत्सित मानसिकता रखते थे, उनके मंसूबों को ध्वस्त करते हुए उन्होंने भारत के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के योगदान को महत्व देते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने गुजरात में सरदार सरोवर तट के पास सरदार वल्लभ भाई पटेल के व्यक्तित्व के अनुरूप दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा की स्थापना की। सरदार पटेल का महान व्यक्तित्व हम सबको कुप्रवृत्तियों से जूझने की शक्ति प्रदान करता है। योगी ने कहा कि केन्द्र सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने का अविस्मरणीय कार्य किया, जिससे जम्मू कश्मीर और लद्दाख को भारतीय विधान के अन्तर्गत लाने में सफलता प्राप्त हुई। उन्होंने कहा कि भारत की धरती दुनिया की पीड़ित और प्रताड़ित मानवता की शरणस्थली रही है। भारत का यह मानवीय दृष्टिकोण हमसब ने नागरिकता संशोधन बिल, 2019 के रूप में देखा। उन्होंने कहा कि एन0आर0सी0 के मुद्दे पर हम भारत की सुरक्षा के साथ किसी प्रकार का षणयंत्र स्वीकार नहीं करेंगे। एन0आर0सी0 के मुद्दे पर भारत सरकार की प्रतिबद्धताओं पर पूरे देश को एकजुट होकर सहयोग और समर्थन देना चाहिए। इस अवसर पर जलशक्ति मंत्री, विधान परिषद के सदस्य, महापौर, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना सहित अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।


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