किसान अपनाएं ड्रिप इरिगेशन, करें पानी की बचत


कानपुर। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 'पर ड्रॉप मोर क्रॉप' (माइक्रोइरीगेशन) के अंतर्गत दो दिवसीय मंडल स्तरीय कृषक गोष्ठी को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में संयुक्त विकास आयुक्त अभिराम त्रिवेदी ने दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया। संयुक्त विकास आयुक्त अभिराम त्रिवेदी ने गोष्ठी में किसानों से कहा कि आय दोगुनी कैसे हो इस पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है। अब नए तरीके से जीवन जीने का ढंग बदल रहा है, इस प्रकार बदलते युग शैली के साथ नए तरीके से खेती करना होगा। आज जो ड्रिप की बात बहुत हो रही है, इस ड्रिप के माध्यम से पौधे को जितनी पानी की आवश्यकता होती है उतना पानी मिल जाता है और पानी की बचत होती है। उन्होंने कहा कि मृदा कंपोस्ट एक स्थानीय विधि है इसको नए तरीके से किया जाए। मनरेगा के अंतर्गत जैविक खेती करने के लिए मदद मिल सकती है। अपने गांव को, अपने खेत को पॉलिथीन से दूर रखें और यह संदेश जन-जन तक पहुंचाएं। कार्यक्रम के आयोजक कुलपति महोदय डॉ सुशील सोनोमल ने किसानों से कहा कि जहां मृदा की बात होती है वहां किसान, साइंटिस्ट, प्रोफेसर लोग जुड़े रहते हैं इसके अंतर्गत कार्य करने वाले कोई भी व्यक्ति मृदा से अलग रहकर कार्य नहीं कर सकता है। उन्होंने किसानों से कहा कि पानी की बचत करने के लिए मेड बनाना और जमीन का समतलीकरण करना यह दो चीजों को फॉलो करना बहुत जरूरी है। जिस जमीन पर मृदा शक्ति कम होती है वहां प्रोडक्टिविटी / उत्पादकता कम होने लगती है। अगर खेती की शक्ति को खो देते हैं तो उसे कई साल लग जाते हैं पुनः शक्ति लाने में, जल का संचय करना बहुत जरूरी है इसलिए ड्रिप सिस्टम को ज्यादा से ज्यादा अपनाएं। उन्होंने किसानों से कहा कि आप सबसे बड़े खेती के वैज्ञानिक हैं फसल को कैसे करना और क्या करना है आप जानते हैं। आप लोग गोष्ठी में शामिल हो और नए - नए तरीके से फसल पैदा करने की विधि की जानकारी प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार खेती करने के लिए कई प्रकार की योजनाएं चला रही हैं उनका लाभ आप लोग शत-प्रतिशत लें। आज का युग टेक्नोलॉजी का है, आपके पास सीएसए में अच्छे प्रोफेसर हैं आपके लिए हमेशा दरवाजे खुले हैं। यह विश्वविद्यालय आप लोगों की सेवा करने के लिए तैयार किया गया है।


उप निदेशक उद्यान घनश्याम यादव ने किसानों से कहा कि सब्जियों के क्षेत्र में इजाफा ज्यादा से ज्यादा हो इसलिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना चलाई जा रही है। आप लोगों की खेती के क्षेत्र में जो भी समस्याएं आ रही हैं उसका फीडबैक दे सकते हैं जिसका निराकरण हो सके। तदोपरांत  कुलपति महोदय डॉ सुशील सोनोमल ने  किसान महेंद्र यादव, अजय सिंह, अनिल कुमार, देवेंद्र सिंह, रामदास, विजय कुमार सहित अनेक किसान मंडल के जनपदों से आए हुए किसानों को पुष्प गुच्छ व शाॅल देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ एके पांडे ने किया एवं डॉ अजीत प्रताप सिंह ने प्रोजेक्टर के माध्यम से केले की खेती, गुलाब की खेती, पॉली हाउस में सब्जी उत्पादन, गेहूं, धान, प्याज, गेंदे की खेती आदि फसलों के उत्पादन एवं फसल में होने वाली बीमारियों के बचाव संबंधी जानकारी दी। इस अवसर पर अध्यक्ष कृषक समिति बाबू सिंह, डॉ जितेंद्र सिंह, डॉ जितेंद्र सिंह यादव, सहित संबंधित अधिकारी एवं मंडल के जनपदों से आए हुए किसान भाई उपस्थित रहे।

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