परिवीक्षाधीन अधिकारी पुलिस फोर्स को प्रभावी नेतृत्व प्रदान करेंगे: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

> मुख्यमंत्री से भारतीय पुलिस सेवा के वर्ष 2018 बैच के 15 परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने भेंट की।


> मुख्यमंत्री ने परिवीक्षाधीन अधिकारियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।


> यू0पी0 पुलिस देश का सबसे बड़ा बल है: मुख्यमंत्री


> जनपदों के महिला एवं पुरुष बैरकों में मेस उपलब्ध होगी: मुख्यमंत्री


> उत्तर प्रदेश पुलिस 'ट्विटर हैण्डिल' पर बेहतरीन काम कर रही है: मुख्यमंत्री



लखनऊ (का ० उ ० सम्पादन)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बीते शुक्रवार को यहां उनके सरकारी आवास पर भारतीय पुलिस सेवा के वर्ष 2018 बैच के 15 परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने भेंट की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर परिवीक्षाधीन अधिकारियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। ज्ञातव्य है कि इन अधिकारियों को यू0पी0 कैडर अलॉट हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनता से संवाद स्थापित करने की क्षमता अधिकारियों को सफल बनाती है। संवाद से बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना किया जा सकता है। जनता के साथ पुलिस का व्यवहार अत्यन्त महत्वपूर्ण है, क्योंकि पुलिस और जनता का आमना-सामना निरन्तर होता रहता है। उन्होंने सभी परिवीक्षाधीन अधिकारियों को जनता के साथ मधुर व्यवहार करने की सलाह दी। योगी जी ने कहा कि अब इन अधिकारियों का कैरियर शुरू हो रहा है और उन्हें 30-35 साल नौकरी करनी है। इसलिए उन्हें अपनी कार्यप्रणाली और क्षमताओं पर ठीक से फोकस करना होगा। नौकरी के प्रथम 05 वर्ष इन अधिकारियों के कैरियर के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण होंगे और उसकी दिशा तय करेंगे। इसलिए उन्हें अपनी सत्यनिष्ठा हर हाल में बनाये रखनी चाहिए। पुलिस की वर्दी पहनने के बाद उन्हें भारतीय संविधान के प्रति अपनी जिम्मेदारी भलीभांति निभानी होगी और पीड़ित लोगों के साथ न्याय करना होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून को समझते हुए उसके सही अनुपालन की भी सलाह दी। उन्होंने सभी प्रशिक्षु आई0पी0एस0 अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद स्थापित करने के अलावा अच्छा व्यवहार करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था के प्रभावी क्रियान्वयन में इन अधिकारियों की विशेष भूमिका होगी। इसलिए वे सजग रहते हुए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें और जनहित में शासन द्वारा लागू आदेशों का अनुपालन भी सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इन प्रशिक्षु आई0पी0एस0 अधिकारियों को अपने कैरियर के दौरान अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, जिनके प्रभावी समाधान के लिए उन्हें हमेशा तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि सावधानी, ईमानदारी और प्रतिबद्धता उन्हें इन चुनौतियों से निपटने में बहुत मदद करेंगी। इनके माध्यम से आउटस्टैण्डिंग ऑफिसर्स विपरीत परिस्थितियों में भी बेहतरीन काम करते हैं। उन्होंने अपेक्षा की कि यह अधिकारी पुलिस फोर्स को प्रभावी नेतृत्व प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी चुनौती के दौरान भ्रम से हमेशा बचें। योगी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं। यू0पी0 पुलिस देश का सबसे बड़ा बल है। राज्य सरकार ने विगत ढाई वर्षों के दौरान 80 हजार भर्तियां की हैं। भर्ती किए गए पुलिस कर्मियों को उत्कृष्ट प्रशिक्षण दिया जा रहा है, क्योंकि प्रशिक्षण के बगैर प्रभावी पुलिसिंग सम्भव नहीं है। राज्य सरकार ने प्रदेश में पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षण क्षमता को लगभग दोगुना किया है। प्रशिक्षण के दौरान की गई मेहनत आगे बहुत काम आती है। गृह विभाग के बजट में वृद्धि की गई है।



मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पुलिसकर्मियों को आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में लगातार प्रयास कर रही है। इसके अलावा, पुलिस फोर्स के लिए बुनियादी सुविधाएं भी बढ़ायी जा रही हैं। अनेक जनपदों में महिला एवं पुरुष बैरकों का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें इनकी सुविधा के लिए मेस भी उपलब्ध होगी। थाने के स्टाफ के लिए भी आवासीय सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। 07 नये जनपदों में पुलिस लाइन्स की स्थापना की जा रही है। इसके अलावा, लखनऊ में प्रदेश पुलिस का अपना उच्चकोटि का पुलिस मुख्यालय स्थापित किया जा चुका है। उत्तर प्रदेश पुलिस 'ट्विटर हैण्डिल' पर बेहतरीन काम कर रही है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लिए वर्ष 2019 अत्यन्त महत्वपूर्ण रहा। इस पूरे वर्ष के दौरान वाराणसी में 15वें प्रवासी भारतीय दिवस, प्रयागराज कुम्भ-2019 सहित अन्य कई आयोजन सफलतापूर्वक किए गए। सभी पर्व और त्योहार बिना किसी व्यवधान के सकुशल सम्पन्न हुए। प्रयागराज कुम्भ में 24 करोड़ श्रद्धालु सम्मिलित हुएइतना बड़ा समागम बिना किसी अव्यवस्था और अराजकता के सम्पन्न हुआ। सभी श्रद्धालु सकुशल वापस गए। इन सभी आयोजनों में उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई। इससे पुलिस के प्रति आमजनों का विश्वास बढ़ा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इन आयोजनों में तकनीक का अच्छा इस्तेमाल किया गया। उन्होंने आगाह किया कि तकनीकी से जहां सुविधा होती है, वहीं दुविधा की स्थिति भी उत्पन्न होती है। सोशल मीडिया का प्रभावी अनुश्रवण आवश्यक है, अन्यथा इसका गलत इस्तेमाल भी हो सकता है। साइबर क्राइम सहित अपराधियों के आधुनिक तौर-तरीकों के प्रति भी जागरूक रहना होगा। उन्होंने मीडिया से संवाद स्थापित करने की भी सलाह दी। मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु आई0पी0एस0 अधिकारियों को जन सुनवाई को प्रभावी बनाने के लिए नियमानुसार प्रतिदिन जनता से मिलने के लिए कहा। जनता उनके लिए 'इंटेलीजेन्स' का प्रभावी स्रोत बन सकती है। इसके लिए जनता से लगातार संवाद स्थापित करना होगा। सभी अधिकारी अपनी छवि के प्रति अत्यन्त सजग रहें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थापना में पुलिस अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए जरूरी है कि अधिकारीगण तमाम विषयों, कानून और मुद्दों से भली-भांति परिचित होंअपने दायित्वों का भली प्रकार निर्वहन करने के लिए उन्हें मेहनती और तेजी से फैसले लेने में सक्षम होना चाहिए। अधिकारियों को मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए कानून के हित में कार्य करना होगा। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे विशाल और विविधतापूर्ण राज्य में अधिकारियों को अपनी क्षमता दिखाने के कई मौके मिलेंगे। नवनियुक्त अधिकारियों को बगैर किसी भेदभाव अथवा पक्षपात के जनसहभागिता के आधार पर जनहित के लिए काम करना होगा। इससे वे जनता का भरोसा हासिल करते हुए एक कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में अपनी पहचान कायम करने में सफल होंगे। भेंट के दौरान भारतीय पुलिस सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने मुख्यमंत्री जी को उनके आदर्शों और अपेक्षाओं पर खरा उतरने का भरोसा जताया।


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