राज्य महिला आयोग के मानकों के अनुसार महिलाओं का न हो उत्पीड़न


कानपुर। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष, (राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार) विमला बाथम, ने बीते बृहस्पतिवार को  जिला जेल, राजकीय बालिका संरक्षण गृह एवं महिला शरणालय तथा वन स्टाॅप सेन्टर (आशा ज्योति केन्द्र) का निरीक्षण किया। उन्होनें सर्वप्रथम जिला जेल में बलिका बैरक का निरीक्षण किया तथा जेल में निरूद्ध महिलाओं से उनकी समस्याओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की तथा महिला शौचालय, पाकशाला, चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्होनें महिलाओं से उनके जेल में निरूद्ध होने के प्रकरणों की जानकारी करते हुये एक महिला के मामलें में पैरवी करने हेतु एवं परिवार में किसी के द्वारा मदद न करने पर वकील की सुविधा दिलाये जाने के निर्देश दिए तथा शौचालय में साफ-सफाई रखने के संबंध में निर्देशित किया। इसके उपरान्त उन्होनें राजकीय बालिका संरक्षण गृह एवं महिला शरणालय, स्वरूप नगर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने राजकीय बालिका संरक्षण गृह में बालिकाओं से वार्ता कर उनको दिये जा रहे भोजन एवं अन्य सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। उन्होनें यहाँ पर बालिका आवास कक्ष, शिक्षण कक्ष, भोजनालय एवं सुरक्षा व्यवस्था आदि का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बालिका संरक्षण गृह में बालिकाओं की संख्या सेन्टर के मानक के अनुरूप अधिक पायी, जिस पर उन्होनें इस समस्या को सरकार में संज्ञान में लाकर आवश्यक व्यवस्था कराये जान पर सहमति व्यक्त की। उन्होनें महिला शरणालय में दी जा रही बच्चों को शिक्षा के संबंध में जानकारी के अन्तर्गत बताया गया कि 30 बालिकाएं स्कूल में शिक्षा गृहण करने जाती है। उन्होंने बालिकाओं को नाश्ता, भोजन एवं अन्य दी जा रही सुविधाओ के संबंध में निरीक्षण करते हुये बालिकाओं के आवास कक्षों में साफ-सफाई व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दियें। उन्होनें वन स्टाप सेन्टर (आशा ज्योति केन्द्र) का निरीक्षण किया तथा 181 - सेवा के द्वारा महिला उत्पीड़न एवं घरेलू हिंसा के संबंध में सहायता दिलाए जाने के मामलों की जानकारी प्राप्त करते हुये महिलाओं की काउन्सिलिंग कक्ष, प्रशिक्षण केन्द्र तथा प्रधानमंत्री कौशल विकास केन्द्र के द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं को कौशल विकास के अन्तर्गत दी जा रही सिंलाई व कम्प्यूटर के प्रशिक्षण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होनें निर्देशित किया कि महिला उत्पीडन एवं घरेलू हिंसा के संबंध में महिलाओं को त्काल सहायता प्रदान की जायें।

निरीक्षण के दौरान जिला जेलर धीरज सिंह, डिप्टी जेलर प्रणय सिंह, जिला प्रोवेशन अधिकारी अजीत कुमार सहित राजकीय बालिका संरक्षण गृह अधीक्षिका उपस्थित रहे।

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