मा0 मंत्री कृषि ने 05 दिवसीय पारम्परिक मेला/महोत्सव का किया उद्घाटन

卐 जैसी आज की मांग है उसी प्रकार पैदावार भी की जाये: सूर्य प्रताप शाही 

卐 किसानों को जैविक खेती के माध्यम से कृषि के लिए किया जाय जागरूक - मंत्री, कृषि

卐 तिलहन के क्षेत्र में 15 लाख मैट्रिक टन उत्पादन किया गया।



प्रयागराज। मंत्री, कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान विभाग उ प्र सूर्य प्रताप शाही ने अखिल भारतीय सरदार पटेल सेवा संस्थान में 05 दिवसीय पारम्परिक मेला/महोत्सव का उद्घाटन किया। मंत्री जी ने कहा कि अच्छी कृषि के लिए आगे बढ़ें। कृषि मंत्री ने कुपोषण के शिकार महिलायें एवं बच्चों को ध्यान में रखते हुए किसान भाईयों से जैविक खेती की ओर आगे बढ़ने की अपील की, जिससे कि पोषण आदि आवश्यक तत्व प्रचूर मात्रा में मिल सके तथा कुपोषण से निजात दिलायी जा सके। पशुओं के लिए गौआश्रय स्थल का निर्माण किया गया है। भारत में जो गायों की नस्ल है जिसमें इतना पोषक तत्व पाया जाता है और अन्य किसी जगह पर नहीं मिलता। पहले लोग बताते थे कि खेती और बारी में खेती और बारी में साग-सब्जी आदि का उत्पादन किया जाता था। बाजार के अंदर जो भी उत्पादन किया जा रहा है उसकी खरीददारी भी चाहिए। जैसी आज की मांग है उसी प्रकार पैदावार भी की जाये। आज कल केमिकल अधिक डाला जा रहा है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। हमें खेती का पैर्टन बदलना होगा और जैविक खेती की ओर लोगो को जागरूक करने की जरूरत है। पहले के जमाने में यूरिया कम पड़ जाती थी अब प्रचूर मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है किसी भी किसान भाई को इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं है।


मा0 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वायल हेल्थ कार्ड बनवाया, जिससे कि किसान भाई अपने खेतों की मिट्टी की जांच कराकर उसकी कमी को दूर करते हुए उसी हिसाब से फसलों में उर्वरक का इस्तेमाल करें। पहले की सरकारों में गल्ले का उचित मूल्य नहीं मिलता था परंतु आज हमारी सरकार ने किसान भाईयों को उनकी फसलों का उचित मूल्य निर्धारण किया है। तिलहन के क्षेत्र में 15 लाख मैट्रिक टन उत्पादन किया गया, जिसके लिए प्रधानमंत्री जी ने पुरस्कृत भी किया। तीन मौसमों के अनुसार फसले होती है। किसान की आमदनी को बढ़ाना है तो सही समय पर सही बीज का रोपण कराना होगा। किसानों के लिए विभिन्न प्रकार के उपकरण भी उपलब्ध कराये गये है, जिससे कि वे स्वयं अपनी खेती की जांच कर सकते है। बाजार प्रणाली को लागू कर किसानों को अपनी फसल के लिए अच्छे मूल्य मिले सके इसके लिए वे स्वयं बाजारों में जानकारी लेकर अपनी फसलों को उचित मूल्य में बेच सकते है। किसानों को जागरूक करने के लिए कृषि मेले का आयोजन किया गया है। हमारी सरकार ने 24 बंद पड़ी चीनी मिलों को चालू करवाया है तथा 65 लाख मैट्रिक टन कृषि का उत्पादन बढ़ा है। किसान ऋण मोचन योजनान्तर्गत प्रयागराज मण्डल में 2 लाख 36 हजार किसानों को फायदा मिला है। अब तक 9 लाख 30 हजार करोड़ का कर्ज माफ किया गया है, जिसमें से 1600 करोड़ कर्ज माफी विगत 03 वर्षों में किया गया है। मा0 मंत्री ने मा0 प्रधानमंत्री जी का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी प्राथमिकताओं में सबसे पहले गरीब और गांव है। गांव की एैसी तस्वीर बदलनी है कि वे शहर की तरह नजर आयें। उन्होंने बताया कि मेले के माध्यम से खरीददारी कर सकते है और पोर्टल पर लोड़ करा दीजिए, तो आपके खाते में अनुदान राशि भेज दी जायेगी। कृषि के क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव किया गया है। एक अच्छे रास्ते पर चलने का निर्णय लिया गया है। गंगा यात्रा की चर्चा करते हुए बताया कि गंगा यात्रा निकलने वाली है, इसमें हम एक अभियान चला रहे है, जिसमें गंगा किनारे बसे गांवों में जैविक खेती का प्रचलन शुरू किया जाय। उन्होंने कानपुर का जिक्र करते हुए बताया कि वहां एक किसान जैविक तरीके से खेती कर रहा है यहां के किसान भाईयों को वहां ले जाकर किसान भाईयों को जैविक खेती का प्रशिक्षण दिलवायें। मा0 मंत्री ने किसानों फसल के अवशेष को खेतों में न जलाने की अपील की। उन्होंने अधिकारियों से फसल अवशेष जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में बताने को कहा। इस कार्यक्रम में कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक, कृषि प्रयागराज मण्डल आर बी सिंह, उप निदेशक कृषि विनोद कुमार, जिला कृषि अधिकारी डाॅ अश्विनी कुमार सिंह तथा जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आये हुये किसान भाई शामिल रहे।


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