पौष पूर्णिमा के प्रथम स्नान पर्व पर 23 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

卐 जिलाधिकारी एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने मेला क्षेत्र व स्नान घाटों का किया भ्रमण।

 

卐 प्रथम स्नान पर्व के सकुशल सम्पन्न होने पर जिलाधिकारी / मेलाधिकारी ने ड्यूटी में लगे कर्मिंयों को दी बधाई।

 

卐 माघ माह में कल्पावास प्रयागराज जनपद का गौरव: प्रभारी, मेला अधिकारी 


प्रयागराज। माघ मेला 2019-20 का प्रथम मुख्य स्नान पर्व पौष पूर्णिमा सकुशल एवं निर्विघ्न सम्पन्न हुआ। प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा की गई व्यवस्थाओं के कारण भोर से ही स्नान प्रारम्भ हो गया था। 23 लाख स्नानार्थियों/श्रद्धालुओं ने गंगा/यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम तट तथा गंगा जी के विभिन्न तटों पर स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित किया। यह जानकारी प्रभारी मेलाधिकारी ने दी है। उन्होंने बताया कि सुबह 05ः00 बजे से ही श्रद्धालुओं की काफी भीड़ थी। माघ माह में कल्पावास प्रयागराज जनपद का गौरव है। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को मेले में भटकना न पड़े, इसके लिए मार्ग प्रदर्शित करते हुए बोर्ड रास्तों पर लगाये गये है। मेला क्षेत्र में आवागमन सुचारू बनाने के लिए 05 पाण्टुन पुल, उपचार के लिए चिकित्सालयों तथा अधिकाधिक शौचालयों की स्थापना तथा उनकी साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था की गयी है। पौष पूर्णिमा से माघ मास प्रारम्भ होने के कारण एक मास कल्पवास करने वाले कल्पवासियों एवं स्नानार्थियों का आगमन निरंतर हो रहा है। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना प्रकाश में नहीं आयी। माघ मेला में एनडीआरएफ एवं जल पुलिस भी बराबर चैकसी करते रहे। जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रयागराज द्वारा स्नान घाटों का भ्रमण कर साधु-संतों एवं तीर्थयात्रियों/स्नानार्थियों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर मेला व्यवस्था के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने पर सभी के द्वारा मेला प्राधिकरण की व्यवस्था जैसे संगम स्नान घाट, गंगा जल की शुद्धता एवं मात्रा तथा सुरक्षा व्यवस्था और मेले में की गई अन्य व्यवस्थाओं की प्रशंसा की। पौष पूर्णिमा स्नान पर्व पर स्नानार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार कनौजिया, रजनीश कुमार मिश्र, पुलिस अधीक्षक माघ मेला व अन्य मजिस्ट्रेट पुलिस अधिकारीगण मेला क्षेत्र का भ्रमण कर शान्ति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने हेतु स्नान घाटों पर सतत् निगाह रखे रहे। बीते शुक्रवार को पौष पूर्णिमा स्नान पर्व को सकुशल एवं निर्विघ्न सम्पन्न कराने में सभी का धन्यवाद दिया। मेला क्षेत्र में 10 भूले-भटके स्त्री-पुरूषों को उनके स्वजनों से मिलाया गया। प्रथम स्नान पर्व के सकुशल आयोजन पर जिलाधिकारी/मेलाधिकारी ने मेला क्षेत्र में ड्यूटी लगी पूरी टीम को बधाई दी।

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