सत्याग्रह से लेकर स्वच्छाग्रह तक, कोलकाता बंदरगाह ने देश को बदलते देखा है: पीएम मोदी

> प्रधानमंत्री ने मूल पोर्ट जेटी के स्थल पर पट्टिका का अनावरण किया।


> प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान पोर्ट एंथम का शुभारंभ किया।


> पीएम ने कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट का नाम डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखने की घोषणा की।


> मोदी ने कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के कर्मचारियों के पेंशन फंड की कमी को पूरा करने के लिए 501 करोड़ रुपये का चेक सौंपा।


> सुंदरबन की 200 आदिवासी छात्राओं के लिए कौशल विकास केंद्र और प्रीतिलता छात्रावास का उद्घाटन।


> प्रधानमंत्री ने नेताजी सुभाष ड्राई डॉक में कोचीन कोलकाता शिप रिपेयर यूनिट के उन्नत शिप रिपेयर फैसेलिटी का उद्घाटन किया।


> पीएम ने फुल रेक हैंडलिंग सुविधा का उद्घाटन किया।


> पीएम ने कोलकाता डॉक सिस्टम के अपग्रेडेड रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर को समर्पित किया।


> पीएम ने कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के हल्दिया डॉक कॉम्प्लेक्स में बर्थ नंबर 3 के मशीनीकरण का शुभारंभ किया।



नई दिल्ली (का ० उ ० सम्पादन) प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के भव्य 150 वें समारोह में भाग लिया। प्रधानमंत्री ने कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के 150 वर्षों के उपलक्ष्य में मूल पोर्ट जेटी के स्थल पर एक पट्टिका का अनावरण किया। श्री मोदी ने कहा कि यह कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट की 150 वीं वर्षगांठ समारोह का एक हिस्सा होने का सौभाग्य है जो देश की जल शक्ति का एक ऐतिहासिक प्रतीक है। पीएम ने कहा कि यह बंदरगाह देश में कई ऐतिहासिक क्षणों का साक्षी रहा है, जैसे भारत को विदेशी शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करना। सत्याग्रह से लेकर स्वच्छाग्रह तक, इस बंदरगाह ने देश को बदलते देखा है। इस बंदरगाह ने न केवल खेप, बल्कि ज्ञान के वाहक भी देखे हैं। देश और दुनिया पर अपनी छाप छोड़ी है। एक तरह से, कोलकाता का यह बंदरगाह औद्योगिक, आध्यात्मिक और आत्मनिर्भरता के लिए भारत की आकांक्षा का प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान पोर्ट एंथम का भी शुभारंभ किया। पीएम ने कहा कि गुजरात के लोथल पोर्ट से कोलकाता पोर्ट तक भारत की लंबी तट रेखा न केवल व्यापार और व्यवसाय में बल्कि दुनिया भर में सभ्यता और संस्कृति के प्रसार में लगी हुई थी। हमारी सरकार का मानना है कि हमारे तटों में विकास के द्वार हैं। यही कारण है कि सरकार ने बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण और बंदरगाहों की कनेक्टिविटी में सुधार के लिए सागरमाला परियोजना शुरू की। इस योजना के तहत 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक की छत्तीस सौ परियोजनाओं की पहचान की गई है। इनमें से 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक की 200 से अधिक परियोजनाएँ चल रही हैं और लगभग एक सौ पच्चीस पूरी हो चुकी हैं। कोलकाता बंदरगाह नदी जलमार्गों के निर्माण के कारण पूर्वी भारत के औद्योगिक केंद्रों नेपाल, बांग्लादेश, भूटान और म्यांमार जैसे देशों के साथ जुड़ा हुआ है और व्यापार आसान हो गया है, पीएम ने कहा।



पीएम ने कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट का नाम भी डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखने की घोषणा की। बंगाल के पुत्र डॉ मुखर्जी ने देश में औद्योगीकरण की नींव रखी और चित्तरंजन लोकोमोटिव फैक्ट्री, हिंदुस्तान एयरक्राफ्ट फैक्ट्री, सिंदरी फर्टिलाइज़र फैक्ट्री और दामोदर वैली कॉर्पोरेशन जैसी परियोजनाओं के विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुझे बाबासाहेब अम्बेडकर भी याद हैं। डॉ मुखर्जी और बाबा साहेब ने स्वतंत्रता के बाद के भारत को एक नया दृष्टिकोण दिया, मोदी बोले। श्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के सेवानिवृत्त और मौजूदा कर्मचारियों के पेंशन फंड की कमी को पूरा करने के लिए अंतिम किस्त के रूप में 501 करोड़ रुपये का चेक भी सौंपा।



प्रधानमंत्री ने कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के दो सबसे पुराने पेंशनरों, श्री नगीना भगत और श्री नरेश चंद्र चक्रवर्ती (क्रमशः 105 और 100 वर्ष) को सम्मानित किया और सुंदरबन की 200 आदिवासी छात्राओं के लिए कौशल विकास केंद्र और प्रीतिलता छत्र अवास का उद्घाटन किया। पीएम ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल के विकास के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है, खासकर गरीब, वंचितों और शोषितों के विकास के लिए। उन्होंने कहा कि जैसे ही पश्चिम बंगाल राज्य सरकार आयुष्मान भारत योजना और पीएम किसान सम्मान निधि को मंजूरी देती है, पश्चिम बंगाल के लोगों को भी इन योजनाओं का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने नेताजी सुभाष ड्राई डॉक में कोचीन कोलकाता शिप रिपेयर यूनिट के उन्नत शिप रिपेयर फैसेलिटी का भी उद्घाटन किया। पीएम ने फुल रेक हैंडलिंग सुविधा का उद्घाटन किया और सुचारू कार्गो आवाजाही और टर्नअराउंड समय में सुधार के लिए कोलकाता डॉक सिस्टम के अपग्रेडेड रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर को समर्पित किया। पीएम ने कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के हल्दिया डॉक कॉम्प्लेक्स और प्रस्तावित रिवरफ्रंट डेवलपमेंट स्कीम में बर्थ नंबर 3 के मशीनीकरण का भी शुभारंभ किया।


 


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