विकास के साथ साथ आस्था का भी सम्मान होना चाहिए: योगी आदित्यनाथ

> मुख्यमंत्री ने जनपद मुजफ्फरनगर में 'गंगा यात्रा' के सम्बन्ध में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित किया।


> मुख्यमंत्री ने गंगा जी की पूरे मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की।


> गुड़ की अनेक वैरायटी मुजफ्फरनगर में बनायी जा रही है


> हर-हर गंगे, नमामि गंगे के नारे लगाये गये।


> कार्यक्रम में सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रचार साहित्य का वितरण किया गया। 



लखनऊ (का ० उ ० सम्पादन)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते सोमवार को जनपद मुजफ्फरनगर में पतित पावन गंगा जी को निर्मल, अविरल बनाए जाने के उद्देश्य से मॉर्डन इण्टर कॉलेज, रामराज में उपस्थित जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी गंगा जी को निर्मल और अविरल गंगा बनाने में भागीदार बनें। उन्होंने कहा कि गंगा जी हमारी आस्था, विश्वास और अर्थव्यवस्था का प्रतीक रही हैं। भारत की संस्कृति, आस्था एवं अर्थव्यवस्था में गंगा जी के योगदान के प्रति हम अभारी हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने गंगा जी को स्वच्छ व निर्मल बनाने के लिए नमामि गंगे कार्यक्रम की शुरुआत की। नमामि गंगे के तहत प्रदेश सरकार ने गंगा यात्रा प्रारम्भ की है। उन्होंने कहा कि गंगा जी के किनारे 27 जनपद, 21 नगर निकाय, 1038 ग्राम पंचायतें हैं, जिनसे गंगा यात्रा गुजरेगी। उन्होंने गंगा यात्रा में दिए जा रहे सहयोग के प्रति जनपदवासियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम गंगा जी को आस्था और अर्थव्यवस्था के साथ जोड़ सके, इसीलिए रामराज में आए हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के आधार पर कार्य कर रही है। सरकार की मंशा है कि सबका विकास हो लेकिन तुष्टिकरण किसी का न हो। सरकार द्वारा गरीबों को शौचालय, गैस कनेक्शन एवं विद्युत कनेक्शन दिए जा रहे हैं। साथ ही, आयुष्मान योजना के अन्तर्गत 05 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से भी किसानों को आच्छादित किया जा रहा हैं। प्रयागराज कुम्भ - 2019 में 24 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा जी में स्नान किया एवं गंगा जी के स्वच्छ जल के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार की सराहना भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास का कोई विकल्प नहीं हो सकता, लेकिन इसके साथ-साथ आस्था का भी सम्मान होना चाहिए। गंगा यात्रा आस्था का प्रतीक है। इस आस्था को ध्यान में रखते हुए यहां के किसानों एवं नौजवानों की आजीविका के साथ जोड़ा जाएगा। गंगा जी के किनारे गंगा मैदान, गंगा पार्क, गंगा नर्सरी, जिम आदि बनेंगे। जनसामान्य को रोजगार मुहैया कराया जाएगा। आज गंगा जी को निर्मल बनाए जाने व लोगों में गंगा जी के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने के लिए बिजनौर व बलिया से गंगा यात्रा का प्रारम्भ किया गया है, जो 31 जनवरी, 2020 को कानपुर में जाकर समाप्त होगी। मुख्यमंत्री ने गंगा यात्रा में सक्रिय सहयोग देने के लिए सभी का अभिनन्दन किया और कहा कि गंगा जी की कृपा सब पर बनी रहे। उन्होंने कहा कि यहां से गंगा यात्रा हस्तिनापुर की ओर बढ़ेगी, उन्होंने रामराज की जनता के हितों का ध्यान रखते हुए कहा कि रामराज नगर पंचायत के रूप में भी प्रस्तावित है। उन्होंने जनपद के किसानों व यहां उत्पादित गुड़ के विषय में विशेष रूप से कहा कि गुड़ की अनेक वैरायटी यहां बनायी जा रही है। इसके पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने चौ चरण सिंह मध्य गंगा बैराज मुजफ्फरनगर में आकर गंगा जी की पूरे मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की। गंगा यात्रा के दौरान जनपद में जगह-जगह पर मुख्यमंत्री जी का स्वागत व अभिनन्दन किया गया। साथ ही, हर-हर गंगे, नमामि गंगे के नारे लगाये गये। गंगा नदी देश का नाम बढ़ाती, दुनिया में पहचान दिलातीदेश धर्म का नाता है, गंगा हमारी माता हैगंगा भारत की आत्मा है, गंगा हमारी माता है। अविरल गंगा, निर्मल गंगा। निर्मल गंगा, पावन गंगा, कुम्भ मेले की शान है गंगा। गंगा बचाओ, जीवन बचाओगन्दगी को दूर भगाओ, भारत को स्वच्छ बनाओ, निर्मल गंगा, पावन गंगा संस्कृति का प्राण है गंगा। युगों-युगों से नाता है, गंगा हमारी माता हैं आदि नारों के साथ मुख्यमंत्री जी का भव्य स्वागत किया गया। इसके पश्चात, जनता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भारी उत्साह व उमंग के साथ विभिन्न स्थानों पर भव्य स्वागत किया गया और मुख्यमंत्री जी ने गंगा यात्रा के दौरान जनसामान्य से संवाद भी किया।



गंगा यात्रा के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने मार्डन इण्टर कॉलेज, रामराज में रूद्राक्ष का पौधा रोपित किया। इसके पश्चात, उन्होंने वन विभाग व विकास विभाग द्वारा लगायी गई फोटो प्रदर्शनी एवं सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की गंगा प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। कार्यक्रम में सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रचार साहित्य का भी वितरण किया गया। इस अवसर पर केन्द्रीय पशुपालन राज्यमंत्री डॉ संजीव कुमार बालयान, गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा, सैनिक कल्याण एवं जनपद के प्रभारी मंत्री चेतन चौहान, व्यावसायिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल, राजस्व राज्य मंत्री विजय कश्यप, विधान परिषद सदस्य स्वतंत्र देव सिंह, सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


Popular posts from this blog

उ प्र सहकारी संग्रह निधि और अमीन तथा अन्य कर्मचारी सेवा (चतुर्थ संशोधन) नियमावली, 2020 प्रख्यापित

उ0प्र0 सरकारी सेवक (पदोन्नति द्वारा भर्ती के लिए मानदण्ड) (चतुर्थ संशोधन) नियमावली-2019 के प्रख्यापन को मंजूरी

कोतवाली में मादा बंदर ने जन्मा बच्चा