गंगा स्वच्छता लाने में व्यवहार आधारित स्वच्छता अपनाएं, प्रतिबंधित पाॅलीथीन को कहें अलविदा

卐 बाबा को चढ़ने वाले फूल को व्यवस्थित करते हुए खाद बनाने में प्रयोग किये जाने के निर्देश।

卐 फूल व अन्य वस्तुएं गंगा में न प्रवाहित करें: जिलाधिकारी  


कानपुर नगर (सूचना विभाग)। जिलाधिकारी डॉ ब्रह्म देव राम तिवारी ने सफाई अभियान में प्रतिभाग किया। जिसे परमट मंदिर में गंगा विचार मंच तथा गंगा टास्क फोर्स द्वारा सफाई अभियान चलाकर सफाई की गई। जिलाधिकारी महोदय ने इस सफाई अभियान में प्रतिभाग करते हुए परमट मन्दिर में सफाई का जायजा लिया। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि मंदिर से निकलने वाले जल की निकासी हेतु पाइप लाइन डाल कर व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिए। इससे घाटों में सफाई बनी रहेगी तथा बाबा को चढ़ने वाले फूल को व्यवस्थित करते हुए उससे खाद बनाने में प्रयोग किये जाने के निर्देश दिए। लोगों को सफाई हेतु जागरूक करने के लिए जगह-जगह  साइनेेज बोर्ड लगवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित पालीथिन का प्रयोग न करें इसके लिए सभी को जागरूक किये जाने के लिए लोगों को टोकने की जरूरत है। पूर्ण रूप से प्रतिबंधित पालीथीन का प्रयोग न करें इसके लिए जिलाधिकारी महोदय ने कपड़े के थैले श्रद्धालुओं को वितरित किए। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि पॉलिथीन अभिश्राप है जो सालों तक नहीं गलती और हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुँचाती है। इसलिए सभी को  पाॅलीथीन का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इसके लिए बच्चों के माध्यम से अभिभावकों को जागरूक किया जाए तभी बड़े इसका प्रयोग बंद करेंगे। उन्होंने कहा कि मां गंगा को स्वच्छ निर्मल बनाने की जिम्मेदारी सभी गणमान्य जनों की है। इस हेतु माँ गंगा को स्वच्छ रखने के लिए फूल व अन्य वस्तुएं गंगा में न प्रवाहित करें यह जिम्मेदारी सभी की है। उन्होंने सभी को गंगा स्वच्छता शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि मैं अपने क्षेत्र के गंगा तटीय स्थान को,  साफ-सुथरा रखूंगा एवं यहां रहने वाले लोगों को, गंगा स्वच्छ रखने के लिए, प्रेरित करूँगा। मैं गंगा में, कूड़ा कचरा व पॉलीथीन नहीं डालूँगा। मैं  हमेशा, कपड़े के थैले का प्रयोग करूँगा। मैं घरों के गंदे पानी से निपटने के लिए सोख्ता गड्ढा बनवाऊंगा। मैं गंगा में बची हुई पूजा सामग्री व केमिकल से बनी हुई मूर्तियां विसर्जित नहीं करूंगा। मैं बची पूजा सामग्री को खाद के रूप में प्रयोग में लाउंगा। मैं खुले में शौच के स्थान पर शौचालय का प्रयोग करूंगा। मैं एक बार प्रयोग के बाद फेंक दी जाने वाली वस्तुओं का प्रयोग नहीं करूंगा।


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