शिक्षा केन्द्र को इस प्रकार विकसित किया जाए, जो भारत को योग्य एवं सक्षम नागरिक दे सके: योगी आदित्यनाथ

> मुख्यमंत्री ने मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के नये खेल परिसर का नामकरण किया।


> मुख्यमंत्री ने 04 नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण किया। 


> मुख्यमंत्री ने 03 भवनों के विस्तार व जीर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास किया।


> देश व प्रदेश के समग्र विकास हेतु तकनीक का प्रयोग करते हुए रूप रेखा प्रस्तुत करनी चाहिए: मुख्यमंत्री


> ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने हेतु कार्य योजना तैयार की जाए: मुख्यमंत्री 


> सॉलिड वास्ते डिस्पोजल के लिए सरल एवं सस्ती तकनीक विकसित करें: मुख्यमंत्री



लखनऊ (का ० उ ० सम्पादन)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को जनपद गोरखपुर में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के नये खेल परिसर का नामकरण, 04 नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण एवं 03 भवनों के विस्तार व जीर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास किया। विश्वविद्यालय के नये खेल परिसर का नामकरण श्री बन्धु सिंह स्टेडियम किया गया है। इसके अतिरिक्त, पुस्तकालय भवन, रमन छात्रावास भवन विस्तार, सुभाष भवन छात्रावास विस्तार, बस गैराज भवन का लोकार्पण तथा यांत्रिक अभियंत्रण भवन विस्तार, कार्यशाला भवन जीर्णोद्धार कार्य, विद्युत अभियंत्रण विभाग के भवन विस्तार कार्यों का शिलान्यास किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विश्वविद्यालय निरन्तर प्रगति कर रहा है। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय सातवें वर्ष की शानदार यात्रा कर रहा है। व्यक्ति/ संस्थान अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए यदि निर्धारित मानकों, आदर्शों, मूल्यों तथा प्रेरणा को अपनाकर कार्य करे, तो निश्चित रूप से समाज हित में बेहतर सिद्ध होगा। शिक्षा केन्द्र को इस प्रकार विकसित किया जाए, जो भारत को योग्य एवं सक्षम नागरिक दे सके। यहां पढ़ने वाला छात्र अन्य विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा के स्रोत के रूप में उभरता है।



योगी जी ने कहा कि स्टेडियम का नामकरण शहीद बन्धु सिंह के नाम पर किया जाना ही शहीद के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने शहीद बन्धु सिंह के विषय में विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि उनके अन्दर मातृभूमि के प्रति लड़ने का जज्बा था। तकनीकी विश्वविद्यालयों में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय महत्वपूर्ण है। यदि विराट सोच के साथ बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रयास किया जाए, तो निश्चित ही लक्ष्य प्राप्त होगा। समाज के समक्ष अच्छे कार्यों की तस्वीर प्रस्तुत करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के छात्रों से कहा कि देश व प्रदेश के समग्र विकास हेतु तकनीक का प्रयोग करते हुए रूप रेखा प्रस्तुत करनी चाहिए। गोरखपुर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने हेतु विश्वविद्यालय आगे आए। समाज के साथ बेहतर सामंजस्य स्थापित करे तथा समस्याओं का निराकरण करे। ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने हेतु कार्य योजना तैयार की जाए और तकनीक का बेहतर उपयोग किया जाए। योगी जी ने कहा कि सॉलिड वेस्ट का निस्तारण एक चुनौती है, इसके लिए डम्पिंग ग्राउण्ड की आवश्यकता है। सॉलिड वेस्ट डिस्पोजल के लिए बेहतर प्रयास किए जाएं। इसके लिए सरल एवं सस्ती तकनीक विकसित करें। जल संचयन का सबसे सस्ता उपाय रेनवॉटर हार्वेस्टिंग है, इसे अपनाने की आवश्यकता है। तकनीकी संस्थाओं को इससे जुड़ना चाहिए। इस अवसर पर मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एसएन सिंह ने मुख्यमंत्री सहित उपस्थित सभी अथितियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय की प्रगति के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता ज्ञान देना है तथा दूसरी डिग्री प्रदान करना। विश्वविद्यालय की स्थापना के 06 साल पूर्ण हो चुके हैं तथा 7वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। वर्तमान में विश्वविद्यालय में 12 विभाग तथा 4500 छात्र हैं। कार्यक्रम के दौरान जनप्रतिनिधिगण, महापौर सीताराम जायसवाल, नगर विधायक डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल, दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो वी के सिंह तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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