श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान को देश कभी भुला नहीं सकता: केशव प्रसाद मौर्य

卐 डाॅ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस को अखण्ड भारत दिवस के रूप में मनाने पर गम्भीरता से विचार।

卐 डाॅ श्यामा प्रसाद मुखर्जी प्रतिमा के सौन्दर्यीकरण कार्य का लोकार्पण।


लखनऊ, 28 फरवरी, 2020। उ प्र  के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उनकी मन्शा है कि डाॅ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस को अखण्ड भारत दिवस के रूप में मनाया जाय, क्योंकि अखण्ड भारत के निर्माण के लिए स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद सबसे पहले उन्होंने बलिदान दिया था। केशव प्रसाद मौर्य शुक्रवार को डाॅ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल, लखनऊ में डाॅ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा के सौन्दर्यीकरण कार्य का लोकार्पण करने के उपरान्त आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उप मुख्यमंत्री मौर्य ने अपने भावपूर्ण व सारगर्भित सम्बोधन में जहाँ डाॅ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन संस्मरणों की याद ताजा की वहीं उन्होंने उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए लोगों से उनके जीवन दर्शन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन दर्शन पर जितना भी प्रकाश डाला जाय, कम होगा। उनके बलिदान को देश कभी भुला नहीं सकता। हास्पिटल परिसर में उनकी प्रतिमा के सौन्दर्यीकरण कार्य की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यहाॅ पर और भी कुछ कार्य कराये जाये और अधिक आकर्षक बनाया जाये। श्री मौर्य ने कहा कि देश सर्वोपरि है। देश की अखण्डता के लिए उन्होंने जो रास्ता दिखया उसका हम सबको अनुसरण करना चाहिए। इससे पूर्व, उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, विधायी एवं न्याय मंत्री श्री बृजेश पाठक सहित अन्य लोगों ने डाॅ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर विधायी एवं न्याय तथा ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग के मंत्री बृजेश पाठक ने डाॅ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि देश डाॅ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का हमेशा ऋणी रहेगा। इस अवसर पर निदेशक डाॅ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल पी एस नेगी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ प्रवीण कुमार, चिकित्सा अधीक्षक डाॅ आशुतोष दुबे, लो नि वि के प्रमुख अभियंता सत्येन्द्र कुमार श्रीवास्तव, अधीक्षण अभियन्ता, जे के बांगा आदि मौजूद रहे। 

Popular posts from this blog

उ प्र सहकारी संग्रह निधि और अमीन तथा अन्य कर्मचारी सेवा (चतुर्थ संशोधन) नियमावली, 2020 प्रख्यापित

उ0प्र0 सरकारी सेवक (पदोन्नति द्वारा भर्ती के लिए मानदण्ड) (चतुर्थ संशोधन) नियमावली-2019 के प्रख्यापन को मंजूरी

कोतवाली में मादा बंदर ने जन्मा बच्चा