वीरों की शहादत की तुलना अकल्पनीय: केशव प्रसाद मौर्य

卐 पुलवामा आतंकवादी हमले में बलिदान देने वाले प्रदेश के 13 वीर सपूतों के परिवारों को 22- 22 लाख रूपये की दी गई आर्थिक सहायता।

卐 शहादत देने वाले वीर सपूतों के गांवो तक बनवाई जाएंगी पक्की सड़कें।

卐 जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35 -ए हटाए जाने के बाद से आतंकवादी घटनाओं में आई है कमी।

卐 बलिदान देने वाले शहीदों के गांव तक जो सड़कें बनवाई जाएंगी, उन सड़कों का नाम उन बलिदानी जवानों के नाम से रखा जाएगा: मौर्य


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि देश की सीमा पर देश की रक्षा करने वाले जवानों व उनके परिवारों के प्रति सरकार पूरी तरह संवेदनशील है और उनका विशेष ख्याल रखेगी। उनकी हर समस्या का हर संभव समाधान किया जाएगा। केशव प्रसाद मौर्य शुक्रवार को पुलवामा आतंकवादी हमले में वीरगति को प्राप्त हुए प्रदेश के 13 वीर सपूतों के परिवारों को 22- 22 लाख रुपए की धनराशि आर्थिक सहायता के रूप में प्रदान की। इसमें 11 लाख रुपए की धनराशि शहादत देने वाले जवान की पत्नी को व 11 लाख की धनराशि उनके माता-पिता को दी गई। केशव प्रसाद मौर्य  विश्वेश्वरैया हाल में (लोक निर्माण विभाग) धनवंतरी सेवा संस्थान व लोक निर्माण विभाग, सेतु निगम तथा राजकीय निर्माण निगम के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अपने मार्मिक, भावपूर्ण व सारगर्भित संबोधन में वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिवारी जनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की तथा वीर शहीदों के परिवारों के सदस्यों को साल व फूल-माला भेंट कर सम्मानित किया तथा उन्हें दी गई धनराशि की प्रतीकात्मक चेकें भी प्रदान की। उन्होंने कहा की वीरों की शहादत की तुलना में हम कुछ नहीं कर सकते, यह धनराशि तो केवल प्रतीकात्मक रूप में दी जा रही है।


उन्होंने कहा की इन वीर सपूतों के परिवारों का पूरा ख्याल रखा जाएगा और उनकी जो भी समस्याएं होंगी उनका  निदान किया जाएगा। श्री मौर्य ने अपने उद्बोधन में बताया कि इन बलिदानी परिवारों के लिए लोक निर्माण विभाग, सेतु निगम व राजकीय निर्माण निगम के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से लेकर उच्च स्तर के अधिकारी तक ने अपना 1 दिन का वेतन दिया है। जिसमें कुल 4 करोड़ 95 लाख की धनराशि एकत्र हुई है, इसमें लोक निर्माण विभाग की 4 करोड़ 46 लाख, निर्माण निगम की 29 लाख व सेतु निगम की 20 लाख रुपए की धनराशि सम्मिलित है। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हम सबके लिए आज का दिन गौरव का दिन है और पीड़ा का भी दिन है। शहादत देने वाले परिवारों के प्रति अपनी भावपूर्ण संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता उनके साथ है। उन्होंने कहा की शहीद परिवारों को सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता पूर्व में ही दी जा चुकी है। उन्होंने कहा भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में दिल्ली में शहीदों की याद में राष्ट्रीय स्मारक बनाया गया है। उन्होंने कहा कि भारत की सेना सबसे शक्तिशाली सेना है। जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35 -ए हटाए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि उसके बाद से आतंकवादी घटनाओं में बहुत कमी आई है। उन्होंने कहा की बलिदान देने वाले शहीदों के गांव तक जो सड़कें बनवाई जाएंगी, उन सड़कों का नाम उन बलिदानी जवानों के नाम से रखा जाएगा और वहां पर शहीद द्वार भी बनवाए जाएंगे। उन्होंने ऐ मेरे वतन के लोगों जरा याद करो कुर्बानी की लाइनों को उद्धत करते हुए कहा कि इन परिवारों का खयाल रखने के लिये पूरे समाज का उत्तरदायित्व है और इस उत्तरदायित्व में हम कोई कमी नहीं रहने देंगे। भारत मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है। इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा की जवानों के मनोबल में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। पूरा देश उनके साथ पूरी मुस्तैदी के साथ खड़ा है, जो देश की सीमा पर देश की रक्षा कर रहे हैं। जब हम चैन की नींद सो रहे होते हैं तो वीर जवान पूरी मुश्तैदी से देश की रक्षा कर रहे होते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए धनवंतरि सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ सूर्यकांत ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिवारों के प्रति श्रद्धावनत हुए। व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष मनीष गुप्ता ने भी समारोह को संबोधित किया। समारोह को अवधेश कुमार, विभागाध्यक्ष लोक निर्माण विभाग आर आर सिंह, प्रमुख अभियंता एस के श्रीवास्तव सहित अन्य लोगों ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दीप प्रज्जवलित कर और शहीदों के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया। भारत माता की जय के गगनभेदी नारों के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कार्यक्रम का सफल संचालन अशोक कुमार ने किया। जिन वीर शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया गया, उनमें शामली के अमित कुमार व प्रदीप कुमार, चंदौली के अवधेश यादव, प्रयागराज के महेश कुमार यादव, महाराजगंज के पंकज त्रिपाठी, आगरा के कौशल कुमार रावत, कन्नौज के प्रदीप सिंह यादव, वाराणसी के रमेश यादव, मैनपुरी के राम वकील, कानपुर देहात के श्याम बाबू, देवरिया के विजय कुमार मौर्य, उन्नाव के अजीत कुमार आजाद व कानपुर देहात के रोहित यादव है, जो पुलवामा कांड में शहीद हुए थे। उनके परिवारों को सम्मानित किया गया व आर्थिक सहायता प्रदान की गई। इस अवसर पर गोपाल अंजान, मुरारी लाल अग्रवाल, आशुतोष दुबे, डॉ राजीव लोचन, महेश पुरी आदि समाजसेवी व गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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