बाहरी राज्यों से आए हुए प्रभावित लोगों को चिन्हित कर उन्हें क्वारेन्टाइन कराया जाए: मुख्यमंत्री

> प्रत्येक जिले में कम्युनिटी किचन संचालित किए जाएं, जिलाधिकारी द्वारा गठित टीम का करें निरीक्षण : मुख्यमंत्री


> स्वास्थ्य विभाग को जनपद गौतमबुद्ध नगर, मेरठ तथा गाजियाबाद के लिए कमेटी बनाकर कार्य करने के निर्देश।


> जहां आवश्यक हो, वहां लोगों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए सेनिटाइज बस का उपयोग किया जाए: मुख्यमंत्री


> ब्लड बैंक के कर्मियों को भी आवश्यकतानुसार पास दिए जाएं: मुख्यमंत्री


> 108 व 102 एम्बुलेंस के कर्मचारियों के वेतन का भुगतान तत्काल कर दिया जाए: मुख्यमंत्री


> सरप्लस दूध का उपयोग दही, घी, मक्खन व मिल्क पाउडर बनाने में किया जाए: मुख्यमंत्री



लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी नोडल अधिकारी अन्तर्विभागीय समन्वय के साथ पूरी जिम्मेदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। नोडल अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि लॉकडाउन की स्थिति से प्रभावित व्यक्ति का फोन अवश्य रिसीव किया जाए। पीड़ित व्यक्ति की समस्या का उचित समाधान होना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि नोडल अधिकारी राज्यवार विस्तृत रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराएं। नेपाल में फंसे प्रदेश वासियों की समस्याओं के समाधान के लिए केन्द्रीय विदेश मंत्रालय के माध्यम से नेपाल राष्ट्र के विदेश मंत्रालय से संवाद बनाकर प्रभावी कार्यवाई सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री योगी सोमवार को अपने सरकारी आवास पर कोविड-19 के सम्बन्ध में गठित समितियों के अध्यक्षों के साथ कोरोना वायरस के नियंत्रण हेतु लागू की गयी लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में कोई नागरिक भूखा न रहे। इसके लिए प्रत्येक जिले में कम्युनिटी किचन संचालित किए जाएं तथा जिलाधिकारी द्वारा गठित टीम इसका निरीक्षण करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के अन्दर पिछले तीन दिनों में बाहरी राज्यों से आए हुए प्रभावित लोगों को चिन्हित कर उन्हें क्वारेन्टाइन कराया जाए। प्रत्येक जिले में शेल्टर होम का उपयोग इस निमित्त किया जाए। गांवों में भी पिछले तीन दिनों में आए लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यकतानुसार होम क्वारेन्टाइन कराया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को जनपद गौतमबुद्ध नगर, मेरठ तथा गाजियाबाद के लिए कमेटी बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान कोई भी व्यक्ति सड़क पर न रहे। पब्लिक एड्रेस सिस्टम के द्वारा लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के विषय में बताया जाए। जहां आवश्यक हो, वहां लोगों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए सेनिटाइज बस का उपयोग किया जाए। ग्रामीण व शहरी इलाकों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस महानिदेशक यह सुनिश्चित करें कि पुलिस के सभी कर्मचारियों के पास मास्क, ग्लव्स व सेनीटाइजर हो। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ई-कॉमर्स कम्पनियों में काम करने वाले लोगों के लिए आवश्यकतानुसार पास निर्गत किए जाएं। उन्होंने कहा कि ब्लड बैंक के कर्मियों को भी आवश्यकतानुसार पास दिए जाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि 108 व 102 एम्बुलेंस के कर्मचारियों के वेतन का भुगतान तत्काल कर दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि फैक्ट्रियों के संचालन में यह सुनिश्चित किया जाए कि वहां कोई कोरोना पीड़ित न हो। साथ ही, सोशल डिस्टेंसिंग का भी अनुपालन हो। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों को चालू रखा जाए। उन्होंने कहा कि सरप्लस दूध का उपयोग दही, घी, मक्खन व मिल्क पाउडर बनाने में किया जाए। इस अवसर पर मुख्य सचिव आर के तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव कुमार मित्तल, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस पी गोयल, संजय प्रसाद प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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