ग्राम पंचायत वार गतिविधियों की रूपरेखा तय करते हुए कार्य करना होगा: मंत्री, पंचायतीराज विभाग, उ प्र

卐 खुले में शौच मुक्त स्थिति की स्थिरता हेतु प्रदेश के समस्त खण्ड विकास अधिकारी एवं सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) की 1 दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला संपन्न। 

卐 स्वच्छ भारत मिशन वीडियो फिल्म का हुआ प्रदर्शन।

卐 स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) निदेशक द्वारा कोरोना से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को दिए गए टिप्स। 


लखनऊ, 13 मार्च 2020। प्रदेश के समस्त खण्ड विकास अधिकारी एवं सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) की एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार को इदिरा गाँधी प्रतिष्ठान, गोमती नगर, लखनऊ में पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह चैधरी की अध्यक्षता में किया गया। पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह चैधरी ने अपने अध्यक्षीय उदबोधन में कहा कि इस कार्यशाला में उपस्थित खंड विकास अधिकारी एवं सहायक विकास अधिकारी (पं०) विकास खंड के सर्वांगीण विकास के लिए उत्तरदायी हैं। विकास खण्डों की प्रगति में तत्काल सुधार की आवश्यकता है। विकास खंड को प्रगति देने में खंड विकास अधिकारियों को अपना कुशल नेतृत्व देना होगा। ग्राम पंचायत वार गतिविधियों की रूपरेखा तय करते हुए कार्य करना होगा। स्वच्छता अभियान में जन-जागरूकता पैदा करने हेतु अथक प्रयास किया जाना है। राज्यमंत्री उपेन्द्र तिवारी ने अपने उदबोधन में कहा की शौचालय निर्माण के लिए दी जाने वाली धनराशि मात्र प्रोत्साहन राशि है। जब हमारा व्यवहार स्वच्छता के लिए बदलेगा तो हम सभी अपने घर में स्वयं के पैसे से अच्छा शौचालय बनायेंगे। श्री तिवारी ने बिना भेद-भाव के योजना क्रियान्वित किये जाने हेतु कहा। उन्होंने उपस्थित खंड विकास अधिकारी एवं सहायक विकास अधिकारी (पं०) का आवाहन करते हुए कहा कि प्रत्येक पात्र व्यक्ति के घर में शौचालय निर्माण कराया जाना सुनिश्चित करें। आप अपना समय गाँव में आवश्यक रूप से दें। कार्यक्रम क्रियान्वयन के सम्बन्ध में आत्म-मंथन जरूरी है। युगल किशोर जोशी, निदेशक, स्वच्छ भारत मिशन, भारत सरकार ने अपने प्रस्तुतीकरण में स्वच्छता कार्यक्रम के अंतर्गत निर्मित शौचालयों की उपलब्धता के सम्बन्ध में आवश्यक रूप से लोगों को बताये जाने पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि परिवार में उपलब्ध स्वच्छता संसाधनों के सम्बन्ध में जागरूकता लाया जाना भी अत्यंत आवश्यक है। उक्त के सम्बन्ध में श्री जोशी जी द्वारा एक प्रभावी वीडियो फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। विगत चार सालों में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतगत निर्मित शौचालयों एवं स्वच्छता सम्बन्धी कार्यों की परीक्षा की घड़ी आने पर उत्तीर्ण होने के सम्बन्ध में मिशन निदेशक स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण श्रीमती किंजल सिंह द्वारा लोगों को महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर कार्य करने हेतु दिशा निर्देश दिए गए। कार्यशाला के प्रारंभ में मिशन निदेशक द्वारा कोरोना से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को टिप्स दिए गए। कार्यक्रम के अंत में अपर निदेशक राजकुमार द्वारा आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यशाला का प्रभावी संचालन कीर्ति शंकर अवस्थी, नोडल ऑफिसर, स्वच्छ भारत मिशन द्वारा किया गया। यूनिसेफ प्रतिनिधियों के द्वारा कोरोना के सम्बन्ध में पम्फलेट वितरण किया गया।

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