साइबर सिक्योरिटी प्रोग्राम्स में रिसर्च के लिए आईआईटी कानपुर का एलटीटीएस के साथ एमओयू

> आईआईटी कानपुर एलटीटीएस के साथ मिलकर साइबर स्पेस को समर्पित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की करेगा स्थापना।

> एलटीटीएस इंजीनियरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर - पावर प्लांट्स, एयरपोर्ट्स, इन्फोटेनमेंट सिस्टम, फैक्ट्री ऑटोमेशन और ऑटोमोटिव में दुनिया भर में अपना अलग ही नाम रखता है।

> भारत के औद्योगिक क्षेत्र के लिए सेफ, सिक्योर और स्मार्ट समाधान के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगी आईआईटी-कानपुर के साथ एलटीटीएस की साझेदारी: सीईओ, एलटीटीएस


आईआईटी कानपुर के उप निदेशक मणीन्द्र अग्रवाल और एलटीटीएस के सीईओ डॉ केशब पांडा (दाएं) एमओयू एक्सचेंज करते हुए, साथ में हैं एलटीटीएस के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर श्री आशीष खुशु (बाएं) और एलटीटीएस के हेड ऑफ़ साइबर सिक्योरिटी सोलूशन्स श्री अतानु नियोगी।

 

कानपुर (का ० उ ० सम्पादन)। आईआईटी कानपुर और एल एंड टी टेक्नोलॉजी सिस्टम्स (एलटीटीएस) ने हाल ही में एक बहु-वर्षीय समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं, जो कि इंडस्ट्रियल और इंफ्रास्ट्रक्चर साइबर सिक्योरिटी में रिसर्च के सहयोग के लिए है। आईआईटी कानपुर ने साइबर सिक्योरिटी और साइबर डिफ़ेंस ऑफ़ क्रिटिकल इंफ़्रास्ट्रक्चर (सी3आई) के लिए इंटरडिसिप्लिनरी सेंटर की स्थापना करके साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में बढ़त हासिल की है। आईआईटी कानपुर में सी3आई की स्थापना के पीछे प्रेरणा यह है कि टेक्नोलॉजिकल सिक्योरिटी गार्ड्स बनाने और क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की सिक्योरिटी के लिए साइबर सिक्योरिटी में नवीनतम रुझानों का पता लगाने के लिए और रिसर्च, एजुकेशन, ट्रेनिंग की जाए। एल एंड टी टेक्नोलॉजी सर्विसेज लिमिटेड (बीएसई : 540115, एनएसई : एलटीटीएस), इंजीनियरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर - पावर प्लांट्स, एयरपोर्ट्स, इन्फोटेनमेंट सिस्टम, फैक्ट्री ऑटोमेशन और ऑटोमोटिव में दुनिया भर में अपना अलग ही नाम रखता है और आईआईटी कानपुर को व्यापक रूप से कंप्यूटर साइंस में रिसर्च और एजुकेशन में एक ग्लोबल लीडर के रूप में स्वीकार किया जाता है। एमओयू पर आईआईटी कानपुर के उप निदेशक प्रो मनिंद्र अग्रवाल (केंद्र के एक संयुक्त समन्वयक), और डॉ केशव पांडा - एलटीटीएस के सीईओ के बीच हस्ताक्षर और आदान-प्रदान किया गया।

एमओयू के अनुसार, एलटीटीएस और आईआईटी कानपुर मिलकर आईआईटी कानपुर कैंपस में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सी3आई) की स्थापना करेंगे और हनीपोट (नेटवर्क-अटैच्ड सिस्टम) के क्षेत्रों में शोध करेंगे और साइबर अटैक्स और अध्ययन व  हैकिंग के प्रयासों का अध्ययन, घुसपैठ का पता लगाने वाले सिस्टम, मैलवेयर विश्लेषण, ब्लॉक चेन, भेद्यता मूल्यांकन और पैठ परीक्षण और साइबर सुरक्षा जागरूकता और प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करेंगे। एमओयू, आईआईटी कानपुर के अत्याधुनिक टेस्टबेड पर महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के लिए परीक्षण के लिए एलटीटीएस को भी एक्सेस देगा।

एमओयू के अनुसार, सीओई आईआईटी-कानपुर के सी3आई केंद्र का एक हिस्सा होगा, जो भारत सरकार का वन ऑफ़ इट्स काइंड साइबर सिक्योरिटी अनुसंधान केंद्र है, जिसे भारत के स्ट्रेटेजिक (सामरिक) और क्रिटिकल यूटिलिटी इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा के लिए समाधान और प्रौद्योगिकियों पर काम करने के लिए विकसित किया गया था। प्रो संदीप के शुक्ला, सी3आई केंद्र के संयुक्त समन्वयक और आईआईटी-कानपुर में कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख ने कहा कि दुनियाभर में साइबर हमले ने पिछले कुछ वर्षों में लाखों आईटी और ओटी प्रणालियों को प्रभावित किया है, जो परिचालन डाउनटाइम, लॉजिस्टिक फेल्योर और प्रोडक्शन साइकिल डिसरप्शन के कारण हैं। सी3आई केंद्र को साइबर सुरक्षा अनुसंधान में एलटीटीएस की गहन और सिद्ध तकनीकी विशेषज्ञता के साथ मिलकर साइबर अटैक्स का मुकाबला करने में मदद करेगी। एलटीटी में अच्छी तरह से वेल राउंडेड पोर्टफोलियो का समावेश है - ऑटोमोटिव साइबर सिक्योरिटी कंसल्टिंग, थ्रेट मॉडलिंग, कंटीन्यूअस थ्रेट मॉनिटरिंग और सिक्योरिटी अपडेट्स अन्य के बीच पैचिंग। सी3आई सेंटर ओटी, हनीपोट्स, मैलवेयर विश्लेषण और घुसपैठ का पता लगाने वाले इंट्रूशन डिटेक्शन रिसर्च, 8 से अधिक सीवीई प्रकाशित, निर्माण और उपयोग के साथ वल्नेरेबिलिटी असेसमेंट और पेनेट्रेशन टेस्टिंग के मामले में सबसे आगे रहा है। यह साझेदारी देश में सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करेगी। कंपनी के अनुभवी आर्किटेक्ट्स और इंजीनियरों के साथ आईआईटी की शोध प्रतिभा के बड़े पूल में वर्तमान साइबर स्पेस परिदृश्य को बदलने की क्षमता होगी। एल एंड टी टेक्नोलॉजी सर्विसेज के सीईओ और प्रबंध निदेशक, डॉ केशब पांडा ने कहा, “एलटीटीएस एंड-टू-एंड साइबर सिक्योरिटी सोल्यूशन में एक लीडर है जो कई डोमेन में फैली परिसंपत्तियों की एक श्रृंखला है जो एक वैश्विक ग्राहक को पूरा करती है। सिक्योरिटी एनालिसिस, वल्नेरेबिलिटी असेसमेंट, डिजाइन सिक्योरिटी आर्किटेक्चर और सिक्योरिटी रिक्वायरमेंट्स के पार हमारी विशेषज्ञता को दुनिया के कई प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के साथ हमारी साझेदारी ने और मजबूत किया है। आईआईटी-कानपुर के साथ एलटीटीएस की साझेदारी रक्षा और औद्योगिक साइबर सुरक्षा में एक नया अध्याय खोलेगी और भारत के औद्योगिक क्षेत्र के लिए सेफ, सिक्योर और स्मार्ट समाधान के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगी।

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