कृषि मंत्री ने बीज वितरण अधिक से अधिक करने के दिये निर्देश

> कृषि मंत्री ने ल कडाउन के दृष्टिगत खरीफ वर्ष 2020-21 की तैयारियों के सम्बन्ध में की बैठक।


> बैठक में वर्षा, ओलावृष्टि, आंधी आदि से किसानों को होने वाली क्षति की पूर्ति बीमा कम्पनियों के द्वारा कराये जाने की विस्तृत समीक्षा की गयी।



लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कोविड-19 लॉकडाउन के दृष्टिगत सोमवार 27 अप्रैल को विधानभवन कार्यालय मे खरीफ वर्ष 2020-21 की तैयारियों के सम्बन्ध में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि रबी फसलों की कटाई के कार्य पूरे कर लिये जाएं, जिससे वर्षा की वजह से कटाई में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो। वर्षा, ओलावृष्टि, आंधी आदि से हुई क्षति के बारे में अधिकारियों से जनपदवार जानकारी ली। इसके साथ किसानों को होने वाली क्षति की पूर्ति बीमा कम्पनियों के द्वारा कराये जाने की विस्तृत समीक्षा की गयी। बैंकों और किसानों के बीच अच्छे तालमेल बनाने के लिए बैंकों को निर्देश दिये जाने की बात बैठक मे बतायी गयी। कृषि मंत्री द्वारा बीज वितरण के सम्बन्ध में अधिकारियों के साथ समीक्षा की गयी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बीज का वितरण लक्ष्य के मुताबिक सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए कृषि विभाग से जुड़े विभागों को प्राप्त लक्ष्य के अनुसार बीज वितरण सुनिश्चित करवायें। उन्होंने कहा कि बीजों का वितरण अधिक से अधिक किया जाए, जिससे किसानों को सरकार द्वारा दिये जा रहें सस्ते बीज का लाभ मिल सके। उन्होंने अधिकारियों का ध्यान इस ओर भी आकर्षित करते हुए कहा कि विभिन्न वैरायटी के बीजों को तव्वजों दी जाय, जिससे किसानों के उत्पादन को बढ़ाया जा सके। श्री शाही ने ज्वार, बाजरा की स्थिति की जानकारी ली तथा अधिकारियों को इस सम्बन्ध में आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने बीज की उपलब्धता बने रहने के निर्देश अधिकारियों को देते हुए कहा कि बीज की कमी न हो इस बात का विशेष ध्यान रखा जाय। श्री शाही ने मण्डी निदेशक से बाजारों मे फल, सब्जियों एवं खाद्यान्नों की वस्तुस्थिति की जानकारी लेते हुए बिक्री दरों के बारे के विस्तार से समीक्षा किया। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि लॉकडाउन के दौरान फल-सब्जीयों की कमी न रहे। मण्डियों में सोशल डिस्टेंसिग का कड़ाई से अनुपालन कराया जाय। इस अवसर पर मण्डी परिषद के निदेशक जे पी सिंह, उद्यान निदेशक डा एस बी शर्मा, कृषि निदेशक, सोराज सिंह सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।


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