मुख्यमंत्री जी के बाढ सुरक्षा संकल्पों को साकार करना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी : मंत्री, जल शक्ति विभाग

> जलशक्ति मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सिंचाई विभाग की नई व पुरानी बाढ़ परियोजनाओं की समीक्षा की।


> परियोजना वार नोडल अधिकारियों की सूची भी शीघ्रातिशीघ्र भेजी जाये : डॉ महेन्द्र सिंह


> परियोजना क्षेत्रों मे जिला प्रशासन की सहमति और सहभागिता से निर्माण कार्यों को संचालित करें : मंत्री, जल शक्ति विभाग 



लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डॉ महेन्द्र सिंह ने सिंचाई विभाग की बाढ़ से सम्बन्धित नई व पुरानी परियोजानाओं पर अगले दो दिन में कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने परियोजनाओं की गुणवत्ता, समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए परियोजनावार नोडल अधिकारी नामित करने के लिए भी कहा है। उन्होंने यह भी हिदायत दी है कि वर्षा काल से पूर्व संवेदनशील जनपदों की समस्त परियोजनाओं को पूरा करने का प्रयास किया जाए, जिससे जनधन तथा फसलों की क्षति को कम से कम किया जा सके। जलशक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह मंगलवार 28 अप्रैल को लखनऊ स्थित अपने आवासीय कार्यालय 5-ए माल एवेन्यू से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सिंचाई विभाग के जनपदीय व मंडलीय अभियंताओं के साथ प्रदेश की समस्त बाढ़ परियोजनाओं की समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के बाढ सुरक्षा संकल्पों को साकार करना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। जलशक्ति मंत्री ने जनपद व संगठनवार बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के लिए संचालित व नई परियोजनाओं की विस्तार से समीक्षा कर अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर दशा मे दो दिन के अन्तर्गत नयी परियोजनाओं पर कार्य प्रारंभ कर सूचित करें। उन्होंने क्षेत्रीय मुख्य अभियंताओ व अधीक्षण अभियंताओं को भी कड़े निर्देश दिये कि वे भी परियोजना स्थलों का सधन भ्रमण कर मुख्यालय को अवगत करायें। इसी क्रम में श्री सिंह ने यह भी निर्देश दिए कि परियोजना वार नोडल अधिकारी भी नामित करें ताकि उस परियोजना की स्थिति पर उनकी जिम्मेदारी निर्धारित की जा सके। इसके साथ ही सभी नोडल अधिकारियों की सूची भी शीघ्रातिशीघ्र भेजी जाये। जलशक्ति मंत्री ने वैश्विक महामारी कोविड–19 के बचाव हेतु प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रेरक आवाहन तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व मे चलाए जा रहे अभियान को पूर्ण सफल बनाने के लिये सजगता ओर सावधानी की हिदायतें देते हुए कहा कि परियोजना क्षेत्रों मे जिला प्रशासन की सहमति और सहभागिता से निर्माण कार्यों को संचालित करें। बाहर से आने वाली हर सामग्री का विधिवत सेनेटाइजेशन करें, तथा बाहर से आये ट्रक चालकों सहित सभी श्रमिकों की थर्मल स्कैनिंग करा कर उन्हें अलग रखा जायेश्रमिकों को सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन कराते हुए निर्माण कार्य कराये इसके साथा ही श्रमिकों के भोजन की व्यवस्था निर्माण स्थलों पर करायें ताकि बाहरी सक्रमण से बचा जा सके। जलशक्ति मंत्री ने कहा कि सिंचाई विभाग हर चुनोती को स्वीकार कर सफल परिणाम देता है। उन्होंने कहा कि नहरों की सिल्ट सफाई व सफल गंगा यात्रा की मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रशंसा की गई है। उन्होंने निर्माणाधीन परियोजनाओं पर लगाये गये श्रमिकों को कोरोना से बचाव के लिए प्रत्येक श्रमिक को 2 - 2 मास्क, सेनेटाइजर तथा साबुन देने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी स्टाफ की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाये। कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य मंत्री राजस्व एवं बाढ़ नियंत्रण विजय कश्यप ने भी अधिकारियों को समय से कार्य पूर्ण कराने के निर्देश देते हुए जलशक्ति मंत्री को आश्वस्त किया कि सभी योजनाओं को ससमय पूरा करने के लिए वे भी क्षेत्रों का स्थलीय भ्रमण करेंगे। विडियों कॉन्फ्रेंसिंग मे सहभागिता करते हुए सचिव सिंचाई अपर्णा यू तथा प्रमुख अभियंता एवं विभागाध्यक्ष ए के श्रीवास्तव व प्रमुख अभियंता परिकल्प व नियोजन ए के सिंह ने भी अधिकारियों से विमर्श कर उनकी समस्याओं व सुझावों को सुन कर समुचित दिशा निर्देश दिए।


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