टीम 11 को मुख्यमंत्री की नसीहत, समय के साथ सभी गतिविधियों को और इन्टेंसिव किया जाए

> मुख्यमंत्री ने प्रदेश में एल-1, एल-2 और एल-3 अस्पतालों में मौजूद बेडों की स्थिति की समीक्षा की।


> वर्तमान में प्रदेश में 12 लैब्स मौजूद हैं, जिनकी क्षमता 2350 टेस्टिंग प्रतिदिन।


> मुख्यमंत्री ने कमजोर य बीमारियों से ग्रस्त लोगों को सीधे एल-2 हॉस्पिटल में भर्ती करने के दिए निर्देश


> मुख्यमंत्री ने कोरोना से निपटने के लिए मेडिकल प्रशिक्षण हेतु लैब टेक्निशियन, वॉर्ड बॉय तथा स्वीपरों को भी शामिल करने के दिए निर्देश।


> सभी बॉर्डर पूरी तरह से सील कर दिए जाएं और हर हाल में आवागमन रोका जाए : मुख्यमंत्री


> जिन संदिग्धों का 14 दिन का क्वारन्टीन पीरियड पूरा हो गया हो, उन्हें खाद्यान्न सामग्री देते हुए उनके घर पर 14 दिन का होम क्वारन्टीन कराया जाए : मुख्यमंत्री



लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना से निपटने का सबसे कारगर तरीका सोशल डिस्टेन्सिंग है। इसलिए लॉकडाउन की अवधि में जो जहां पर मौजूद है, वहीं पर रहे और सोशल डिस्टेन्सिंग को माने। उन्होंने विभिन्न स्थलों पर रह रहे मजदूरों, श्रमिकों और कामगारों तथा अन्य लोगों से अपील की कि वे अपने निवास स्थल पर ही बने रहें। सरकार उनकी पूरी सहायता करेगी। मुख्यमंत्री योगी बीते शनिवार 11 अप्रैल को अपने सरकारी आवास पर नॉवेल कोरोना वायरस कोविड - 19 पर नियंत्रण हेतु लागू लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा, लॉकडाउन के दौरान जनसामान्य को राहत सहित सभी आवश्यक सामग्री व सुविधाएं सुलभ कराने के लिए गठित 11 कमेटियों के अध्यक्षों (टीम-11) के साथ कर रहे थे। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश में एल-1, एल-2 और एल-3 अस्पतालों में मौजूद बेडों की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने प्रदेश में कोरोना की टेस्टिंग की वर्तमान स्थिति के सम्बन्ध में भी जानकारी प्राप्त करते हुए प्रदेश में टेस्टिंग लैब्स की संख्या और जांचों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्य को त्वरित गति से किया जाए। वर्तमान में प्रदेश में 12 लैब्स मौजूद हैं, जिनकी क्षमता 2350 टेस्टिंग प्रतिदिन की है। उन्होंने कमजोर और विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त लोगों, बच्चों और बूढ़ों को सीधे एल-2 हॉस्पिटल में भर्ती करते हुए उनकी जांच कर इलाज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कोरोना से निपटने के लिए व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाते हुए इसमें नौं, लैब टेक्निशियन, वॉर्ड बॉय तथा स्वीपर इत्यादि को भी शामिल करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने प्रभावित जनपदों के चिन्हित हॉटस्पाट क्षेत्रों को पूर्णतया सील किए जाने की समीक्षा करते हुए कहा कि इन क्षेत्रों में आवागमन को कड़ाई से रोका जाए। इन हॉटस्पाट इलाकों में केवल मेडिकल, सेनिटाइजेशन टीमों एवं डोर स्टेप डिलीवरी से जुड़े व्यक्तियों को ही आवागमन की अनुमति दी जाए। इन क्षेत्रों में डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था को प्रभावी बनाया जाए, ताकि लोगों को कोई दिक्कत न हो। हॉटस्पाट क्षेत्रों को सील करने की कार्यवाही को स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन एवं पुलिस द्वारा लागू कराया जाए। उन्होंने आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के अंतर्राज्यीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर कड़ाई से आवागमन रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी बॉर्डर पूरी तरह से सील कर दिए जाएं और हर हाल में आवागमन रोका जाए। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान पूरे प्रदेश में खाद्यान्न, सब्जी, फल, दूध  की सप्लाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने गरीबों को खाद्यान्न वितरण के दौरान सोशल डिस्टेन्सिंग मेन्टेन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कहीं भी किसी भी प्रकार का आयोजन न होने पाए, क्योंकि भीड़ इकट्ठी होने पर अभी तक की सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड - 19 के सम्बन्ध में संवेदनशील क्रियाकलापों से जुड़े कर्मियों हेतु पीपीई किट व एन–95 मास्क आदि की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखी जाए। उन्होंने कहा कि शेल्टर होम में रखे गए जिन संदिग्धों का 14 दिन का क्वारन्टीन पीरियड पूरा हो गया हो, उन्हें खाद्यान्न सामग्री देते हुए उनके घर पर 14 दिन का होम क्वारन्टीन कराया जाए और उनकी मॉनीटरिंग की जाए। उन्होंने कहा कि गेहूं की कटाई के लिए किसानों को सोशल डिस्टेन्सिंग के साथ अनुमति दी गई है। उन्होंने किसानों के लिए 1900 रुपए प्रति कुन्टल का एमएसपी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, पर्याप्त संख्या में हार्वेस्टर और रीपिंग मशीनों की भी उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि किसान पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में भूसे का भण्डारण कर लें। उन्होंने चीनी मिलों की मदद से हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों का सैनेटाइजेशन करवाने के लिए भी कहा। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जी को टीम - 11 के सभी सदस्यों ने अपनी - अपनी कमेटियों के कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने टीम - 11 की सभी कमेटियों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि समय के साथ सभी गतिविधियों को और इन्टेंसिव किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए। सभी को आवश्यक वस्तुएं सुलभ करायी जाएं। इस अवसर पर मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव कुमार मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस पी गोयल एवं संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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