12054 इलाकों जिनमें 9023 नॉन हॉटस्पॉट तथा 3031 हॉटस्पॉट कन्टेनमेंट जोन में सर्वेक्षण का कार्य किया गया : प्रमुख सचिव स्वास्थ्य 

आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 9 लाख से अधिक कामगारों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया, इनमें 926 लोगों में कोरोना के लक्षण पाये गये : प्रमुख सचिव स्वास्थ्य


> स्किल मैपिंग के प्रथम चरण में कुल 14,75,424 विभिन्न क्षेत्रों के कुशल कामगारों ने अपना पंजीकरण कराया है : एसीएस इन्फो  


> गोरखपुर में अब तक 199 ट्रेन से 2,51,014 कामगार एवं श्रमिक आए : एसीएस इन्फो 


> प्रदेश में सर्वाधिक गुजरात से 457 ट्रेन से 6,60,655 लोग आए हैं : एसीएस इन्फो 


> अब तक धारा 188 के तहत 57,897 लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई : एसीएस इन्फो 


> फेक न्यूज के तहत अब तक 1205 मामलों का संज्ञान में लेते हुए साइबर सेल को सूचित किया गया है : एसीएस इन्फो


> अब तक कुल 272.88 लाख कुंतल से अधिक गेहूँ की खरीद की जा चुकी है : एसीएस इन्फो


> प्रदेश की 82,362 औद्योगिक इकाइयों द्वारा रु 1678.00 करोड़ के वेतन का वितरण किया जा चुका है : एसीएस इन्फो


> पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेन्ट एवं मास्क सहित कुल 70 इकाईयां क्रियाशील : एसीएस इन्फो


> अब तक 91,869 निगरानी समिति के माध्यम से 3 करोड़ 63 लाख से अधिक लोगों से सम्पर्क किया गया है : प्रमुख सचिव स्वास्थ्य



प्रेस वार्ता में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने अनुरोध किया कि यदि आपके अंदर कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो तत्काल अपनी जांच करवाएं, जो जांच तुरंत करवा लेते हैं उन्हें कोई समस्या नहीं आती और 14 दिन में उपचारित होकर अपने घर चले जाते हैं। दिक्कत उन्हें होती है जिनकी जांच विलम्ब से होती है जिससे उपचार में जटिलताएं आती हैं। जांच और इलाज की व्यवस्था निशुल्क है। यदि हममें या हमारे आस पास किसी में खांसी या सांस फूलने की समस्या आती है तो 1800 180 5145 में तत्काल फ़ोन कर समाधान प्राप्त करें।


लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने मंगलवार 26 मई को लोक भवन मीडिया सेल में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न राज्यों से उत्तर प्रदेश आने के इच्छुक कामगारों/ श्रमिकों की सूची प्राप्त करने के लिए सम्बन्धित राज्य सरकारों को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार सभी कामगारों की सुरक्षित प्रदेश वापसी के लिए प्रतिबद्ध है। कामगारों की सम्मानजनक व सुरक्षित वापसी के लिए केन्द्र व उत्तर प्रदेश सरकार ने निःशुल्क ट्रेन तथा बस की व्यवस्था की हैउन्होंने कहा है कि प्रदेश आने वाले सभी कामगारों व श्रमिकों की स्क्रीनिंग करते हुए उन्हें आवश्यकतानुसार क्वारंटीन सेन्टर अथवा होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। कामगारों सहित सभी जरूरतमंदों को कम्युनिटी किचन के माध्यम से फूड पैकेट सुलभ कराए जाए। होम क्वारंटीन के लिए घर जाने वाले कामगारों को राशन किट उपलब्ध कराई जाए। होम क्वारंटीन के दौरान इन्हें 01 हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता प्रदान किया जाए। इनके लिए खाद्यान्न की नियमित व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु कामगारों के नए राशन कार्ड भी बनाए जाएं। उन्होंने 01 जून, 2020 से प्रारम्भ होने वाले खाद्यान्न वितरण अभियान के आगामी चरण की तैयारियां अभी से प्रारम्भ करने के निर्देश भी दिए हैं। श्री अवस्थी ने बताया कि अन्य प्रदेशों से आए कामगारों की स्किल मैपिंग के प्रथम चरण में कुल 14,75,424 लोगों द्वारा अपना पंजीकरण कराया गया है। इनमें ऑटो मैकेनिक, मोटर साइकिल रिपेयर, कारपेन्टर, फर्नीचर एण्ड फिटिंग, रियल एस्टेट, ड्राइवर, इलेक्ट्रिशियन, इलेक्ट्रॉनिक्स, गारमेन्ट टेलरिंग, हैण्डीक्राफ्ट्स एण्ड कार्पेट्स, हाउसकीपिंग, लॉन्ड्री सर्विसेस, नर्स, लैब टेक्निशियन, पैरामेडिकल स्टाफ, फार्मा इण्डस्ट्री, पेन्टर, प्लम्बर, टीचर, म्यूजिक टीचर, योग तथा फिटनेस ट्रेनर, डाटा इन्ट्री ऑपरेटर, आई टी सेक्टर, टेलीकॉम, सिक्योरिटी गार्ड सहित अन्य क्षेत्रों के कुशल कामगारों ने अपना पंजीकरण कराया है। श्री अवस्थी ने बताया कि देश में सबसे अधिक कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं। प्रदेश में अब तक 1454 ट्रेन के माध्यम से लगभग 20.17 लाख से अधिक कामगार एवं श्रमिक को लाये जाने की व्यवस्था की गई है, इनमें से अब तक 1265 ट्रेन से 17 लाख लोगों को प्रदेश में लाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि अगले 24 घंटे में 100 ट्रेन और प्रदेश में आ जाएंगी। सभी जनपदों के जिलाधिकारी द्वारा सम्बंधित जनपदों में ट्रेन से आ रहे कामगारों का स्वास्थ्य परीक्षण कराकर उनको उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में अब तक 199 ट्रेन से 2,51,014 कामगार एवं श्रमिक आये हैं। लखनऊ में 86 ट्रेन के माध्यम से 1,09,572 लोग आए हैं। वाराणसी में 83, आगरा में 10, कानपुर में 17, जौनपुर में 94, बरेली में 12, बलिया में 61, प्रयागराज में 53, रायबरेली में 19, प्रतापगढ़ में 65, अमेठी में 13, मऊ में 42, अयोध्या में 32, गोण्डा में 63, उन्नाव में 27, बस्ती में 64 ट्रेन जबकि आजमगढ़ में 31, कन्नौज में 03, गाजीपुर में 28, बांदा में 16, सुल्तानपुर में 23, बाराबंकी में 12, सोनभद्र में 03, अम्बेडकरनगर में 20, हरदोई में 16, सीतापुर में 09, फतेहपुर में 08, फर्रुखाबाद में 02, कासगंज में 09, चंदौली में 12, इटावा में 01, मानिकपुर (चित्रकूट) में 01, एटा में 01, जालौन में 02, रामपुर में 01, शाहजहांपुर में 01, अलीगढ़ में 06, मिर्जापुर में 09, देवरिया में 83, सहारनपुर में 04, चित्रकूट में 02, बलरामपुर में 15, मुजफ्फरनगर में 01, झांसी में 05, पीलीभीत में 01 ट्रेन आ चुकी हैं। कौशांबी, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, कुशीनगर, हमीरपुर, बहराइच, भदोही, लखीमपुर खीरी में भी ट्रेन आ रही हैं। श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 457 ट्रेन से 6,60,655 लोग, महाराष्ट्र से 280 ट्रेन से 3,80,443 लोग, पंजाब से 204 ट्रेन से 2,22,453 कामगारों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। इसके साथ ही तेलंगाना से 23, कर्नाटक से 48, केरल से 10, आन्ध्र प्रदेश से 09, तमिलनाडु से 22, मध्य प्रदेश से 02, राजस्थान से 32, गोवा से 17, दिल्ली से 82, छत्तीसगढ़ से 01, पश्चिम बंगाल से 01, उडीसा से 01 ट्रेन, असम से 02 ट्रेन, त्रिपुरा से 01 ट्रेन, हिमाचल प्रदेश से 01 ट्रेन तथा उत्तर प्रदेश से 72 ट्रेन के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कामगारों को पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली से प्रतिदिन 06 उन्होंने बताया कि हरियाणा राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं उत्तराखण्ड राज्यों से परिवहन विभाग की बसों के माध्यम से कुल 2,57,032 कामगार को प्रदेश में वापस लाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कहीं भी किसी भी जनपद में कोई पैदल यात्रा न करे। कामगार/ श्रमिक स्वयं तथा अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल अथवा अवैध व असुरक्षित वाहन से घर के लिए यात्रा न करें। सरकार समस्त श्रमिकों के लिए सुरक्षित यात्रा हेतु पर्याप्त निःशुल्क बस एवं ट्रेन की व्यवस्था कर रही है। श्री अवस्थी ने बताया कि कोरोना वायरस के दृष्टिगत प्रदेश में लॉकडाउन अवधि में पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही में अब तक धारा 188 के तहत 57,897 लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई। प्रदेश में अब तक 47,90,998 वाहनों की सघन चेकिंग में 46,012 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 21,80,53,331 रुपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 2,64,222 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 846 लोगों के खिलाफ 653 एफआईआर दर्ज करते हुए 306 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 1009 हॉटस्पॉट क्षेत्र के 533 थानान्तर्गत 8,48,065 मकान चिन्हित किये गये। इनमें 48,95,090 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन हॉटस्पॉट क्षेत्रों में कोरोना पॉजिटिव पाये गये लोगों की संख्या 2488 है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार फेक न्यूज पर कड़ाई से नजर रख रही है। फेक न्यूज के तहत अब तक 1205 मामलों का संज्ञान में लेते हुए साइबर सेल को सूचित किया गया है। अब तक ट्वीटर के 38, फेसबुक के 37, टिकटॉक के 47 तथा व्हाटसऐप के 01 एकाउण्ट कुल 123 एकाउण्ट्स को ब्लॉक किया जा चुका है। अभी तक कुल 40 एफआईआर पंजीकृत करायी गयी हैं। विभिन्न जनपदों में 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में हॉटस्पॉट वाले बस्तियों की अनुमानित जनसंख्या 54,31,410 के सापेक्ष 3487 डोर स्टेप डिलिवरी मिल्क बूथ अथवा मैन के द्वारा दूध वितरित किया गया है। डोर स्टेप डिलिवरी में फल, सब्जी के कुल 4342 वाहन लगाये गये हैं। डोर स्टेप डिलिवरी वाले प्रोविजन स्टोर की संख्या 3997 है। प्रोविजन स्टोर के माध्यम से डिलिवरी करने वाले व्यक्तियों की संख्या 4222 है। हॉट स्पॉट क्षेत्रों में कुल 164 प्रचलित सामुदायिक किचन हैं। इन बस्तियों में 17,11,563 राशन कार्डो पर खाद्यान्न वितरण किया गया है। इसके अतिरिक्त सरकारी संस्थाओं, सामुदायिक किचन के माध्यम से 62,497 नागरिकों को लाभान्वित तथा धार्मिक एवं स्वैच्छिक संस्थाओं के माध्यम से 49,794 नागरिकों को लाभान्वित किया गया है। उन्होंने बताया गेहूं खरीद के लिए 5864 क्रय केन्द्र स्थापित किये गये हैं। अब तक कुल 272.88 लाख कुंतल से अधिक गेहूँ की खरीद की जा चुकी है। श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश की 82,362 औद्योगिक इकाइयों द्वारा रु 1678.00 करोड़ के वेतन का वितरण किया जा चुका है। निर्माण कार्यों से जुड़े 17.73 लाख श्रमिकों, नगरीय क्षेत्र के 8.71 लाख श्रमिकों तथा ग्रामीण क्षेत्रों के 6.54 लाख निराश्रित व्यक्तियों को रु 1,000–1,000 के आधार पर कुल 32.98 लाख लोगों को 329.86 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। प्रदेश की पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेन्ट एवं मास्क सहित कुल 70 इकाईयां क्रियाशील हैं। प्रदेश में 1099 फ्लोर मिल, 499 तेल मिल एवं 312 दाल मिल संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को गारमेन्ट हब बनाने की दिशा में कार्य किया जाए। प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के 75 जनपदों में 2680 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 3698 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि कल कुल 865 पूल टेस्ट किये गये, जिसमें से 775 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 90 पूल 10-10 सैम्पल के थे। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु अलर्ट जनरेट होने पर लोगों को कन्ट्रोल रूम से कॉल किया जा रहा है। अब तक कल 35,932 लोगों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गयी है जिसमें 96 ने बताया कि वो संक्रमित हैं और अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे हैं, 1223 लोग इनमें से अभी क्वारंटाइन में हैं तथा 47 लोग ठीक हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा कामगारों, श्रमिकों के घर पर जाकर सम्पर्क कर उनके लक्षणों का परीक्षण कर रही हैं, जिसके आधार पर आवश्यकतानुसार कामगारों का सैम्पल इकट्ठा कर जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 9,01,543 कामगारों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया, इनमें 926 लोगों में कोरोना के लक्षण पाये गये। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 91,869 निगरानी समिति के माध्यम से 72,45,753 घरों में रह रहे 3,63,83,287 लोगों से सम्पर्क किया गया है। श्री प्रसाद ने बताया कि घरेलू उड़ान से कल 2827 लोग आये हैं उसमें से उत्तर प्रदेश के 2007 लोग आये हैं उनको होम क्वारंटीन हेतु भेजा गया है और 721 लोग किसी कार्य से उत्तर प्रदेश में आये हैं, उन्होंने अपना विवरण दिया है उनको क्वारंटीन नहीं किया गया है, वे अपना कार्य करके वापस चले जाएंगे। उन्होंने बताया कि कोरोना के पॉजीटिव मरीजों में 0-20 आयु वर्ग के 18.33 प्रतिशत, 21-40 आयु वर्ग के 52.63 प्रतिशत, 41-60 आयु वर्ग के 22.76 प्रतिशत तथा 60 वर्ष से ऊपर आयु वर्ग के लोगों का प्रतिशत 6.29 है।


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