बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करने की अभी से ठोस व प्रभावी कार्ययोजना बनायें : उप मुख्यमंत्री
> अनावश्यक शासनादेशों को निरस्त कराने कि कार्यवाही की जायेगी : उप मुख्यमंत्री
लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उ प्र के उप मुख्मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोक निर्माण, सेतु निगम व राजकीय निर्माण निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वह सड़कों के किनारे व विभाग की खाली पड़ी भूमि तथा निरीक्षण भवनों आदि में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करने की अभी से तैयारी करें व इस हेतु ठोस व प्रभावी कार्ययोजना बनायें। पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के महत्व व उसकी महत्ता पर प्रकाश डालते हुये उन्होने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को उनके सामाजिक दायित्वों का बोध कराते हुये कहा है कि वर्षा काल आने पर अधिक से अधिक वृक्षारोपण कराया जाय। यही नहीं श्री मौर्य ने हर्बल रोड भी विकसित किये जाने की आवश्यकता पर बल दिया है और निर्देश दिये हैं कि ज्यादा से ज्यादा सड़कों के किनारे हर्बल (औषधीय) पौधे लगाने का प्रयास किया जाय। श्री मौर्य ने निर्देश दिये हैं कि विभाग में जो बहुत पुराने शासनादेश हैं और अनुपयोगी व अनावश्यक हैं, उन्हे निरस्त करने हेतु एक कमेटी का गठन किया जाए और वह कमेटी यह निर्णय लेगी कि किन-किन शासनादेशों की वर्तमान परिवेश में आवश्यकता नहीं है। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर अनावश्यक शासनादेशों को निरस्त कराने कि कार्यवाही की जायेगी। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि लोक निर्माण विभाग, सेतु निगम व राजकीय निर्माण निगम में कुल मिलाकर 2021 कार्य प्रारम्भ कर दिये गये हैं, जिनपर 28950 श्रमिक कार्य कर रहे हैं और इन कार्यों की कुल लागत 2,29,384.27 लाख रुपए है। इसमें लोक निर्माण विभाग के 1601 कार्य हैं जिनपर 20181 मजदूर कार्य कर रहे हैं तथा सेतु निगम के 113 कार्य हैं, जिनपर 2242 श्रमिक व राजकीय निर्माण निगम के 307 कार्य हैं, जिनपर 6527 श्रमिक कार्य कर रहे हैं।