देशी, विदेशी मदिरा, बियर व मॉडल शॉप के अनुज्ञापी गणों ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को लिखा पत्र


जिलाधिकारी को ज्ञापन देने पहुंचे अनुज्ञापी गण जिनमें कुलदीप, कमलेश, अरविन्द कुमार, अनुराग सिंह व अभिषेक जायसवाल समेत अन्य उपस्थित थे।  


फर्रुखाबाद (जिला संवाददाता)। वैश्विक महामारी कोविड 19 के कारण उत्पन्न समस्याओं को देखते हुए लॉकडाउन अवधि की फुटकर अनुज्ञापियों की लाइसेंस फीस एवं पूर्व निर्धारित कोटा समाप्त करने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने सीएम योगी को पत्र लिखा है। पात्र में कहा गया है कि जिले के समस्त अनुज्ञापी गण (देशी मदिरा एवं विदेशी मदिरा, बियर व मॉडल शॉप) की ओर से निवेदन है कि प्रार्थीगण आबकारी अनुज्ञापित धारी हैं और उन्हें वर्ष 2020 - 2021 हेतु नवीनीकरण के माध्यम से दुकानें आवंटित की गई हैं।  वर्ष 2019 - 2020 को देखते हुए प्रार्थीगणों ने अपनी दुकानों का आबकारी वर्ष 2020 - 2021 में नवीनीकरण हेतु आवदेन दिया था जिसे सरकार द्वारा तत्कालीन परिस्थितियों को ध्यान में रखकर बनाई गई आबकारी नीति और नियमों के अनुसार स्वीकृत किया गया था। आबकारी वर्ष 2020 - 2021 का प्रारम्भ 1 अप्रैल 2020 से होना था परन्तु मार्च 2020 से भारत में वैश्विक महामारी कोविड 19 का प्रकोप बढ़ने लगा जिस कारण सरकार द्वारा 22 मार्च 2020 को सम्पूर्ण भारत में जनता कर्फ्यू का आह्वाहन किया गया और तत्पश्चात 24 मार्च 2020 से सम्पूर्ण लॉकडाउन घोषित किया गया जिसे राज्य सरकार की सहमति से लागू किया गया जिस कारण 24 मार्च 2020 से 3 मई 2020 तक प्रार्थियों की दुकानें बंद रहीं और किसी भी प्रकार की बिक्री संभव नहीं हुई। भारत सरकार द्वारा लॉकडाउन पुनः 3 मई 2020 से 17 मई 2020 तक बढ़ाया गया है। परन्तु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में सामाजिक दूरियों के दिशा निर्देश का पालन करने की शर्त के साथ आबकारी अनुज्ञापी धारियों को शराब बिक्री करने की छूट दी गई है। आबकारी वर्ष 2020 - 2021 की गणना 11 मई 2020 से करने का आदेश दिया गया है। कोविड 19 के प्रकोप के कारण देशभर में सभी प्रकार के प्रतिष्ठान कार्यालय कारखाने फैक्टरियां, उद्योग आदि लगभग पूर्ण रूप से बंद हैं। भारत सरकार द्वारा भी यह तथ्य प्रत्यक्ष य अप्रत्यक्ष रूप से माना गया है कि इस वैश्विक महामारी के प्रकोप के कारण देश के नागरिकों की आर्थिक स्थिति ख़राब हुई है। इसके सुधार हेतु सरकार द्वारा कई महत्वपूर्ण कदम भी उठाये जा रहे हैं परन्तु यह भी सत्य है कि नागरिकों की आर्थिक स्थिति मार्च 2020 से पूर्व की भाँती पुनः होने में अभी और कितने माह लगेंगे। इसकी जानकारी किसी को भी नहीं है और इसमें जल्द सुधार की संभावनाएं भी नगण्य प्रतीत हो रही है जिसके पक्ष में लगभग सभी अर्थशास्त्रियों ने अपनी सहमति भी प्रकट की है। प्रदेश में देशी मदिरा, विदेशी मदिरा एवं बियर की दुकानों के लगभग सभी ग्राहक निम्न आय वर्ग  माध्यम आय वर्ग से आते हैं। कोविड 19 के प्रकोप का सबसे बुरा प्रभाव इन्ही वर्ग के परिवारों पर पड़ा है। जिस कारण आने वाले समय में उनकी आर्थिक स्थिति सुधरने तक आबकारी उत्पादों की मार्च 2020 से पहले जैसी बिक्री संभव नहीं है। महोदय का ध्यान हम इस ओर भी आकृष्ट कराना चाहते हैं कि इस महामारी के दौर में सभी प्रकार के मांगलिक कार्यक्रमों (वैवाहिक आदि) पर भी रोक है तथा पूर्व निर्धारित शराब बिक्री का समय प्रातः 10 बजे से रात्रि 10 बजे तक को भी कम प्रातः 10 बजे से सायं 7 बजे तक कर दिया गया है। अतः विदित हो की इस महामारी के दौर में प्रार्थीगणों की शराब बिक्री मार्च 2020 के पूर्व की बिक्री की तुलना में घटकर लगभग आधी रह गई है। अतः अनुज्ञापियों को आर्थिक हानि तथा मानसिक शोषण से बचाव हेतु श्रीमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से प्रार्थना है कि लॉकडाउन की अवधि में सभी प्रकार की आबकारी अनुज्ञापनों के लाइसेंस फीस माफ़ की जाए। सभी प्रकार की देशी मदिरा, विदेशी मदिरा एवं बियर के निर्धारित कोटे को समाप्त किया जाए। समयावधि को प्रातः 10 बजे से रात्रि 10 बजे तक निर्धारित किया जाए।


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