लगभग 3600 फंसे हुए लोगों को आगरा और कानपुर लाया गया

> उत्तर मध्य रेलवे द्वारा 16 पासिंग और तीन टर्मिनेटिंग  श्रमिक विशेष ट्रेनों का किया गया परिचालन।

> अन्य सभी यात्री और उपनगरीय ट्रेनें 17.05.2020 तक निरस्त हैं, अत: कोई भी रेलवे स्टेशन ना आए।

 


 

प्रयागराज (मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी)। सामान्य यात्री ट्रेन संचालन 17 मई 2020 तक पूरी तरह से स्थगित है, किंतु कुछ राज्य के विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों के लिए कुछ विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। रेलवे द्वारा केवल राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत और लाए जा रहे यात्रियों को ही यात्रा की सुविधा प्रदान की जा रही है। किसी अन्य यात्री या व्यक्ति के समूह को स्टेशन पर आने की अनुमति नहीं है। किसी भी स्टेशन पर कोई टिकट नहीं बेचा जा रहा है। राज्य सरकारों द्वारा मांग की गई ट्रेनों के अतिरिक्त रेल द्वारा कोई अन्य ट्रेन नहीं चलाई जा रही है। तदनुसार, उत्तर मध्य रेलवे में अब तक 16 पासिंग और 03 टर्मिनेटिंग श्रमिक विशेष रेलगाड़ियों का परिचालन किया गया है। आगरा और कानपुर में 03 टर्मिनेटिंग श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से लगभग 3600 यात्रियों का परिवहन किया गया और सभी यात्रियों को संबंधित स्टेशनों पर सामाजिक दूरी, थर्मल स्कैनिंग और अन्य निर्धारित मानदंडों का पालन करते हुए ट्रेन से उतार कर संबंधित राज्य सरकार के अधिकारियों को सौंपा गया। तिथि 03 मई 2020 को गाडी संख्या 00953 साबरमती कानपुर स्पेशल से 1205 यात्री, 3 मई 2020 को गाड़ी संख्या 00961 साबरमती से आगरा कैंट स्पेशल से 1196 यात्री व 4 मई 2020 को गाड़ी संख्या 09415 पालनपुर से आगरा कैंट स्पेशल गाड़ी से 1229 यात्री पहुँचाये गए। इस बीच श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के सुरक्षित, समयनिष्ठ, निर्बाध और सुचारु संचालन हेतु रेलवे बोर्ड ने जोनल रेलवे के लिए विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए हैं। 4 मई को इन ट्रेनों के संचालन के लिए जारी की गई विस्तृत गाइडलाइन में आकस्मिक स्थितियों की हैंडलिंग, प्रारंभिक एवं गंतव्य स्टेशनों पर पालन किए जाने वाले प्रोटोकॉल, इन ट्रेनों में ऑनबोर्ड गतिविधियों और इन ट्रेनों के लिए आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में दिशानिर्देश हैं। रेलवे बोर्ड द्वारा जारी व्यापक दिशा निर्देश में  कोविड 19 संक्रमण से रेल कर्मियों के बचाव हेतु प्रोटोकॉल जिसमें आवश्यक पीपीई के उपयोग, कोविड 19 के संबंध में कर्मचारियों की काउंसलिंग, बैकअप टीम का गठन, लोगों से सम्मानजनक रूप से व्यवहार करने और इन ट्रेनों के माध्यम से फंसे हुए व्यक्तियों को निकालने के संबंध में विस्तार से बताया गया है।

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