लगभग 800 किलोमीटर लंबी सड़कों को हर्बल मार्ग के रूप में किया जायेगा विकसित : केशव प्रसाद मौर्य

वृक्षारोपण अभियान के तहत लोक निर्माण विभाग करेगा कार्य

 

卐 हर्बल मार्ग निर्माण में उपयोग होने वाले औषधीय पौधों की सुरक्षा के लिये ट्री - गार्ड्स की हो व्यवस्था : उप मुख्यमंत्री 

卐 उप मुख्यमंत्री ने सड़कों के किनारे रेनवाटर रिचार्जिंग के लिये कार्ययोजना बनाकर इसे अमल में लाये जाने के निर्देश दिए हैं।

 


फोटो: दिनांक 15 अगस्त 2018 को लखनऊ के चंद्रिका देवी मार्ग से बीकेटी मार्ग पर वृक्षारोपण कर हर्बल मार्ग का शुभारंभ करते उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य।

 

लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे सड़कों को हर्बल रोड के रूप में विकसित करने का हर-सम्भव प्रयास करें। श्री मौर्य ने बताया कि इस वर्ष उनके दिशा निर्देशन में 800 किमी सड़कों को हर्बल रोड के रूप में विकसित करने की कार्ययोजना बनायी जा रही है। उन्होंने निर्देश दिये हैं कि सड़कों के किनारे हर्बल व औषधीय पौधे लगाये जाने की योजना (हर्बल रोड) के तहत सड़कों के किनारे औषधीय एवं फलदार पौधे जैसे - पीपल, आंवला, नीम, जामुन, सहजन, बेल आदि लगाये जाएं। उन्होंने इन पौधों को लगाए जाने के लिये अभी से तैयारी करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने निर्देश दिये हैं कि जो पौधे लगाए जाएं उनकी सुरक्षा के लिये ट्री - गार्ड्स की व्यवस्था भी बरसात से पूर्व ही कर ली जाए तथा उनकी सुरक्षा व संरक्षण के लिये बेलदारों व मेटों को भी जिम्मेदारी सौंपी जाए। श्री मौर्य ने कहा कि हर्बल रोड विकसित किये जाने से जहां एक ओर पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं औषधीय पौधों से तमात प्रकार की दवाईयों को बनाये जाने में उपयोग में लाया जा सकेगा। यही नहीं सड़कों के किनारे इन पौधों के रोपण से वर्षा से सड़कों की कटान रोकने में भी मदद मिलेगी। उप मुख्यमंत्री ने सड़कों के किनारे रेनवाटर रिचार्जिंग के लिये भी कार्ययोजना बनाकर इसे अमल में लाये जाने के निर्देश दिये हैं, इससे भू-गर्भ जल को बचाने में मदद मिलेगी।

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