लॉकडाउन में सोनू सूद ने की 350 मजदूरों की मदद, बसों की व्यवस्था कर खुद विदा करने पहुंचे


मुम्बई। कोरोना वायरस संकट के बीच अभिनेता सोनू सूद लगातार गरीबों व जरूरतमंद लोगों की मदद करते नजर आए हैं। एक बार फिर सोनू ने लोगों का दिल जीत लिया है। ये फिल्मों के हीरो हीं बल्कि असल जिंदगी के हीरो साबित हुए हैं। मुंबई में फंसे प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए सोनू सूद आगे आए और उन्होंने गरीबों व मजदूरों के लिए ट्रांसपोर्ट बस का इंतजाम करवाया। इतना ही नहीं सोनू सूद मजदूरों को खुद छोड़ने भी आए। सोनू सूद की ये पहल सराहनीय है। देशभर में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में सबसे ज्यादा प्रभावित प्रवासी मजदूर हुए हैं। उनकी हालत देख किसी का भी दिल पसीज उठे। ऐसे में सोनू सूद ने मदद का बीड़ा उठाया। लंबे समय से ये मजूदर कई कोसों मील पैदल ही निकलने को तैयार थे। ऐसे में सोनू सूद की मदद का ये जरिया सबसे लाभदायी साबित होगा। खुशी तो उन तस्वीरों को देखकर हुई जिनमें वह खुद मजदूरों को सी-ऑफ करने आए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सोनू सूद ने इस पहल की शुरुआत पूरे नियम कायदों के साथ की। उन्होंने महाराष्ट्र और कर्नाटक सरकार से परमिशन ली। इसके बाद उनकी ओर से ठाणे से करीब दस बसें प्रवासी मजदूरों को छोड़ने के लिए रवाना हुई। अभिनेता ने मजदूरों के लिए बसों का इंतजाम किया। इससे कई मजदूरों को घर पहुंचने की सुविधा मिली। साथ ही उन्होंने इन बसों में खाना और यात्रा में कोई समस्या न आए इसका भी खास ध्यान दिया। ऐसा नहीं है कि सोनू सूद ने एक फोन घूमाया और प्रबंध कर डाला। उन्होंने प्रवासियों के लिए इस कदम की निगरानी खुद की। वह खुद बसों में बैठाने के लिए पहुंचे। मीडिया से बातचीत में सोनू सूद ने कहा कि महामारी के बीच हर भारतीयों को अपने परिवार के साथ रहना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार की परमिशन के बाद ये काम हुआ। सोनू सूद इससे पहले आर्थिक मदद के अलावा होटल और खाना जैसी मदद गरीबों के लिए कर चुके हैं।

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