प्रवासी कामगारों की टेस्टिंग को पूल टेस्टिंग के माध्यम से अविलम्ब प्रारम्भ किया जाए

मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय लॉकडाउन समीक्षा बैठक में दिए निर्देश


मुख्यमंत्री ने टीम 11 को दिए निर्देश :


> प्रवासी श्रमिकों को वृहद स्तर पर रोजगार देने के लिए कार्य योजना बनाई जाए।


> प्रदेश आने वाले प्रत्येक कामगार, श्रमिक को भोजन उपलब्ध कराया जाए।


> प्रवासी कामगारों, श्रमिकों को क्वारंटीन सेन्टर में रखने के दौरान ही उनकी स्किलिंग की जाए, ताकि इन्हें रोजगार दिलाने के प्रयास प्रारम्भ किए जा सकें।


> पीआरवी 112 को सक्रिय करने के निर्देश दिए और कहा कि पुलिस प्रभावी पेट्रोलिंग सुनिश्चित करे।


> कोविड अस्पतालों की बेड क्षमता बढ़ाकर 01 लाख बेड की जाए।


> गांवों और शहरों में पूरी सक्रियता से कार्य करें निगरानी समितियां।



प्रदेश में प्रवासी श्रमिकों की सकुशल वापसी की जिम्मेदारी के साथ ही प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य एवं प्रदेश की अर्थव्यवस्था के सुदृणीकरण हेतु मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ प्रतिदिन वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा करते हैं। रविवार 17 मई को यह बैठक उनके लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर संपन्न हुई।

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लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रवासी श्रमिकों व कामगारों की सकुशल व सुरक्षित वापसी के लिए प्रतिबद्ध है। फील्ड में तैनात अफसर अन्य राज्यों से संवाद बनाकर उत्तर प्रदेश लौट रहे श्रमिकों, कामगारों को श्रमिक एक्सप्रेस अथवा सुरक्षित वाहनों से ही भेजने की व्यवस्था करें। प्रदेश आने वाले प्रत्येक कामगार, श्रमिक को भोजन उपलब्ध कराया जाए। जगह - जगह पेयजल की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। इन्हें क्वारंटीन सेन्टर ले जाकर इनकी मेडिकल स्क्रीनिंग सुनिश्चित की जाए। प्रवासी कामगारों, श्रमिकों को क्वारंटीन सेन्टर में रखने के दौरान ही उनकी स्किलिंग की जाए, ताकि होम क्वारंटीन पूरी होने के बाद प्रदेश में ही इन्हें रोजगार दिलाने के प्रयास अभी से प्रारम्भ किए जा सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी प्रदेश के विभिन्न जनपदों में स्थापित गेहूं क्रय केन्द्रों पर जाकर निरीक्षण करते हुए किसानों की उपज की खरीद में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारी पीडीएस से जुड़ी सभी कोटे की दुकानों का निरीक्षण करें और नागरिकों को राशन उपलब्ध करवाने में सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के बॉर्डर पर पहुंचने वाले प्रवासी श्रमिकों के लिए खाने - पीने की व्यवस्था सुनिश्चित की है। उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाने की भी व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने निर्देश दिए कि अवैध वाहनों जैसे ट्रक, डाला, बाइक, साइकिल इत्यादि का उपयोग कर प्रवासी श्रमिक यात्रा कदापि न करें। उन्होंने कहा कि पुलिस इसे रोके और प्रवासी श्रमिकों को इस सम्बन्ध में जागरूक भी करें, क्योंकि ऐसे साधनों से चलने पर दुर्घटना की सम्भावना रहती है। इसलिए सभी प्रवासी श्रमिक सुरक्षित साधनों जैसे बस अथवा ट्रेन से ही यात्रा करें। उन्होंने पीआरवी 112 को सक्रिय करने के निर्देश दिए और कहा कि पुलिस प्रभावी पेट्रोलिंग सुनिश्चित करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर व कम्युनिटी किचन में साफ - सफाई सुनिश्चित की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई व्यक्ति भूखा न सोने पाए। कम्युनिटी किचन से सभी जरूरतमंदों को गर्म व ताजा भोजन उपलब्ध कराया जाए। जरूरतमंदों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। सभी कोविड अस्पतालों में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हों और इन अस्पतालों की बेड क्षमता बढ़ाकर 01 लाख बेड की जाए। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए गांवों और शहरों में गठित की गई निगरानी समितियों की बहुत बड़ी भूमिका है। इसलिए वे पूरी सक्रियता से कार्य करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश आने वाले प्रवासी श्रमिकों, कामगारों की स्क्रीनिंग की जाए और उन्हें क्वारंटीन किया जाए। उन्होंने प्रवासी श्रमिकों, कामगारों की टेस्टिंग को पूल टेस्टिंग के माध्यम से अविलम्ब प्रारम्भ करने तथा इस क्षमता को आगामी दो - तीन दिन में 10 हजार प्रतिदिन तक ले जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी जनपदों में वेंटीलेटर क्रियाशील किए जाएं। साथ ही, डॉक्टरों और पैरामेडिक्स को प्रशिक्षित किया जाए। सभी कोविड तथा नॉन कोविड अस्पतालों में पीपीई किट, एन 95 मास्क, सेनिटाइजर सहित अन्य चिकित्सा सुविधाएं मौजूद हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन सख्ती से लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज के अनुसार कार्ययोजना बनाई जाए। प्रदेश में नया निवेश आकर्षित करने के लिए नियमों का सरलीकरण किया जाए। इसके अलावा प्रवासी श्रमिकों को वृहद स्तर पर रोजगार देने के लिए कार्य योजना बनाई जाए। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस पी गोयल तथा संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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