प्रवासी श्रमिकों के बारे जो व्यापक कार्ययोजना घोषित की गई है, इसमें देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में राशन देने की व्यवस्था है : योगी आदित्यनाथ

प्रदेश में बेहतर उपचार मुहैया करवाने में हम सफल हुए : योगी आदित्यनाथ


> एफआरबीएम की सीमा को 3 फीसदी से बढ़ाकर 5 फीसदी करने की मांग को केंद्र सरकार ने एक वर्ष की सहमति दी है : योगी आदित्यनाथ


> एमएसएमई सेक्टर को देखेंगे तो इनसॉल्वेंसी के नियमों में ढील दी गई है : योगी आदित्यनाथ


> प्रवासी श्रमिकों के सकुशल वापसी के लिए सरकार श्रमिक स्पेशल ट्रेन चला रही है : योगी आदित्यनाथ


> प्रवासी श्रमिक बिना कोई शुल्क दिए सकुशल अपने घर पहुंच सकता है : योगी आदित्यनाथ


> उत्तर प्रदेश में अब तक 18 करोड़ लोगों को तीन बार मुफ्त में राशन उपलब्ध करवाया जा चुका है : योगी आदित्यनाथ


> प्रदेश में अब तक 1.75 लाख टेस्ट किए जा चुके हैं : योगी आदित्यनाथ


> प्रदेश के सभी 75 जनपदों में वेंटीलेटर की सुविधा उपलब्ध हुई : योगी आदित्यनाथ 



लखनऊ (का उ सम्पादन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश को स्वावलंबन और आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा घोषित किए गए पैकेज की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि आर्थिक पैकेज से देश की अर्थव्यवस्था को एक नई गति मिलेगी। जिससे न केवल देश का हर नागरिक खुशहाल होगा, बल्कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई को जीतने में हम सफल होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री राहत पैकेज के माध्यम से वित्तमंत्री ने चार दिनों में अलग - अलग पैकेज की घोषणा की है। इस पैकेज के माध्यम से देश आत्मनिर्भर बन सकेगा। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री राहत पैकेज प्रत्येक नागरिक तक शासन की सुविधाओं को पहुंचाने और उनके स्वावलंबन का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने कहा कि सभी राज्य एफआरबीएम (फिस्कल रिस्पांसिबिलिटी एंड बजट मैनेजमेंट) की सीमा को 3 फीसदी से बढ़ाकर 5 फीसदी करने की मांग कर रहे थे। राज्यों की इस मांग को केंद्र सरकार ने एक वर्ष की सहमति दी है। इससे राज्यों को अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए लोन लेने की बड़ी सुविधा मिल जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने रोजगार, शिक्षा, इंडस्ट्री और गरीब कल्याण को लेकर जो घोषणा की है, उसका लाभ देश के हर एक नागरिक को मिलेगा। एमएसएमई सेक्टर के लिए जो घोषणा हुई है, आज उसका पूरा देश स्वागत कर रहा है। लोकल को ग्लोबल बनाने की प्रधानमंत्री ने जो बात कही है, उसका ये आधार है। उन्होंने कहा कि एमएसएमई सेक्टर को देखेंगे तो इनसॉल्वेंसी के नियमों में ढील दी गई है। उत्तर प्रदेश व तमिलनाडु समेत एमएसएमई सेक्टर वाले राज्य देश की अर्थव्यवस्था की बैकबोन है, इससे बहुत मजबूती मिलेगी, रोजगार के सृजन होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों के सकुशल वापसी के लिए सरकार श्रमिक स्पेशल ट्रेन चला रही है। इसमें जो खर्चा आ रहा है, उसका 85 फीसदी वहन रेल मंत्रालय व भारत सरकार कर रहा है, जबकि शेष राशि का वहन संबंधित राज्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि सभी राज्य अपने हिस्से की राशि का सहयोग दे देंगे, तो प्रवासी श्रमिक बिना कोई शुल्क दिए सकुशल अपने घर पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 475 से अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेन आई हैं। इसमें 6 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जनपद के क्वारंटीन सेंटर तक पहुंचाने का काम किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रवासी श्रमिकों के बारे जो व्यापक कार्ययोजना घोषित की गई है, इसमें देश के 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में राशन देने की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब तक 18 करोड़ लोगों को तीन बार मुफ्त में राशन उपलब्ध करवाया जा चुका है। इसके अलावा प्रदेश में रोजगार सृजन के कार्य शुरू हुए हैं। एमएसएमई सेक्टर की इंडस्ट्री चालू हुई हैं, इसमें रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मनरेगा में प्रतिदिन 30 लाख लोगों को रोजगार दे रहे हैं। इसमें 300 करोड़ रोजगार सृजित करने लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए 40 हजार करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। मानसून के दौरान भी सभी लोगों को कार्य मिले सके, इसका भी प्रावधान किया गया है। प्रवासी मजदूरों के लिए भी इसमें व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वास्थ्य सेक्टर में उत्तर प्रदेश पिछले तीन साल में बेहद मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट जब शुरू हुआ तो हमारे पास पर्याप्त सामान नहीं थे, लेकिन मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश में 26 लैब हैं। पर्याप्त मात्रा में केंद्र सरकार हमें किट मुहैया करवा रही है। प्रतिदिन 6000 टेस्ट हो रहे हैं। अगले दो तीन दिन में इसे बढ़ाकर 10 हजार किया जा रहा है। प्रदेश में अब तक 1.75 लाख टेस्ट किए जा चुके हैं। केंद्र सरकार के सहयोग से इसकी क्षमता में विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लेवल 1, 2 व 3 के कोविड अस्पतालों की एक लंबी श्रृखंला खड़ी की गई है। कोरोना पाजीटिव मरीजों के लिए 55 हजार बेड स्थापित किए गए हैं। आज प्रदेश के सभी 75 जनपदों में वेंटीलेटर की सुविधा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीपीई किट उत्पादन की 26 यूनिट अकेले उत्तर प्रदेश में स्थापित हुई हैं। उत्तर प्रदेश से 28 राज्यों में सेनीटाइजर भेजा जा रहा है। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेक्टर में बड़ा काम हुआ है। उत्तर प्रदेश में तीन साल के अंदर में 29 नए मेडिकल कालेज बनने प्रारंभ हुए हैं। इसमें पिछले साल 7 मेडिकल कालेज में प्रवेश भी शुरू हुआ। दो नए एम्स प्रारंभ हुए हैं। गोरखपुर और रायबरेली में ओपीडी के साथ - साथ पाठ्यक्रम भी प्रारंभ हुआ। शेष में कार्य तेजी के साथ चल रहा है। करोना संकट के समय इन मेडिकल कालेज का बड़ा योगदान मिला है। बेहतर उपचार मुहैया करवाने में हम सफल हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान स्कूल कॉलेज बंद चल रहे हैं। इस दौरान बच्चों के लिए आनलाइन शिक्षा का प्लेटफार्म उपलब्ध करवाया गया है। सरकार द्वारा आनलाइन शिक्षा के लिए 12 चैनल शुरू किया गया है। शिक्षा सेक्टर में इस प्लेटफार्म को उत्तर प्रदेश ने अपनाया है।


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