टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि करते हुए इसे इस सप्ताह के अन्त तक 10,000 टेस्ट प्रतिदिन किये जाएँ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

 प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए, हर परिवार को आवश्यकतानुसार खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए : मुख्यमंत्री


> मुख्यमंत्री ने सभी जनपदों में पर्याप्त संख्या में थर्मल स्कैनर, इंफ्रारेड थर्मामीटर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।


> मुख्यमंत्री ने बैठक में निगरानी समितियों के सर्विलांस कार्य को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए।


> महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए अचार, पापड़ आदि की कम्युनिटी किचन में आपूर्ति की जाए : मुख्यमंत्री



लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए। हर परिवार को आवश्यकतानुसार खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए। मुख्यमंत्री योगी गुरुवार 15 मई को यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर, आश्रय स्थल में प्रवासी कामगारों के अच्छी तरह से रहने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध किए जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि क्वारंटीन सेन्टर में साफ - सफाई की समुचित व्यवस्था हो। प्रवासी कामगारों को शुद्ध एवं पर्याप्त मात्रा में भोजन उपलब्ध कराया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी कामगारों की सुरक्षित एवं सम्मानजनक ढंग से वापसी कराई जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी प्रवासी कामगार पैदल, दोपहिया वाहन आदि किसी भी असुरक्षित साधन से यात्रा न करें। इन्हें बस, ट्रेन जैसे सुरक्षित साधनों से पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि गृह जनपद में क्वारंटीन सेन्टर पर प्रवासी कामगार की थर्मल स्कैनिंग की जाए। कोरोना की दृष्टि से संदिग्ध प्रवासी कामगार की पूल टेस्टिंग के माध्यम से मेडिकल जांच की जाए। जो बिल्कुल स्वस्थ हों, उन्हें राशन किट उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटीन के लिए सुरक्षित घर पहुंचाया जाए। होम क्वारंटीन के दौरान उन्हें 1,000 रुपए का भरण - पोषण भत्ता भी उपलब्ध कराया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग फेस कवर लगाकर ही बाहर निकलें। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सप्लाई चेन के सुचारू संचालन से लोगों को आवश्यक सामग्री सुगमतापूर्वक प्राप्त हो रही है। सुनिश्चित किया जाए कि यह व्यवस्था इसी प्रकार प्रभावी ढंग से जारी रहे। मुख्यमंत्री ने सभी जनपदों में पर्याप्त संख्या में थर्मल स्कैनर, इंफ्रारेड थर्मामीटर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि करते हुए इसे इस सप्ताह के अन्त तक 10,000 टेस्ट प्रतिदिन किया जाए। सभी वेन्टीलेटरों को क्रियाशील रखा जाए। अधिक से अधिक चिकित्सा कर्मियों को वेन्टीलेटर संचालन की ट्रेनिंग दी जाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकॉल के अनुरूप इमरजेंसी मेडिकल सेवाओं का संचालन कराया जाए। इसके लिए जरूरी है कि नर्सिंग होम व निजी अस्पतालों सहित सभी चिकित्सालयों में पीपीई किट, एन 95 मास्क तथा सेनिटाइजर की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सर्वविदित है कि इम्युनिटी को विकसित कर कोविड - 19 से बचा जा सकता है। शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के उद्देश्य से भारत सरकार ने आरोग्य सेतु एप तथा प्रदेश सरकार ने आयुष कवच-कोविड एप लॉन्च किया है। इसका व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए अधिक से अधिक लोगों को 'आरोग्य सेतु' तथा 'आयुष कवच-कोविड' एप डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी 75 जनपदों में सम्बन्धित जिलाधिकारी को सहयोग प्रदान करने के लिए नामित किए गए आईएएस अधिकारी तथा वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी द्वारा क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन की साफ - सफाई एवं सुरक्षा प्रबन्धों का निरन्तर अनुश्रवण करते हुए व्यवस्थाओं को बेहतर बनाया जाए। होम क्वारंटीन में रहने वाले प्रवासी कामगार की निगरानी के लिए निगरानी समितियों के सर्विलांस कार्य को सुदृढ़ किया जाए। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन द्वारा अधिक से अधिक निगरानी समितियों से संवाद कर इनकी मॉनिटरिंग की जाए। बैठक में यह जानकारी दी गई कि सर्विलांस टीम द्वारा अब तक 03 करोड़ से अधिक लोगों को सर्वेक्षित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनौती को अवसर में बदलने के लिए कठिन समय में सकारात्मक सोच के साथ प्रयास करने की आवश्यकता है। एमएसएमई सेक्टर में रोजगार की असीम सम्भावनाएं हैं। रोजगार की दृष्टि से प्रवासी कामगारों को इस सेक्टर से जोड़ने के लिए उनकी स्किल मैपिंग का कार्य निरन्तर जारी रखा जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए अचार, पापड़ आदि की कम्युनिटी किचन में आपूर्ति की जाए। इससे समूहों के उत्पाद की सुनिश्चित बिक्री को प्रोत्साहन मिलेगाउन्होंने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए मास्क और अंगौछे आवश्यक हैं। वर्तमान समय में इनकी मांग भी अधिक है। इसके दृष्टिगत महिला स्वयं सहायता समूहों को मास्क तथा अंगौछा तैयार करने के कार्यों से जोड़ते हुए समूहों की आय में वृद्धि की जा सकती है। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस पी गोयल तथा संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव कृषि डॉ देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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