उ म रे की 143 श्रमिक स्पेशल टर्मिनेटिंग ट्रेनों में 20 ट्रेनें कानपुर सेन्ट्रल आई

उ म रे द्वारा 1 लाख 22 हज़ार से अधिक प्रवासियों और फंसे हुए व्यक्तियों की निकासी के लिए उ म रे द्वारा 92 श्रामिक विशेष रेलगाड़ियों का किया जाएगा संचालन


> शनिवार 23 मई को कुल 11 ट्रेन चलाई गईं 


> अधिक संख्या में रेल ट्रैफिक के बावजूद भी प्रत्येक ट्रेन के सुचारु संचालन हेतु उस पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की जा रही है मॉनिटरिंग।


> आईआरसीटीसी के साथ मिल कर उ म रे ने प्रयागराज, झांसी और आगरा मंडलों के विभिन्न स्टेशनों पर सभी श्रमिक ट्रेनों में प्रवासियों को भोजन और पानी प्रदान करने के लिए विस्तृत व्यवस्था की।


> कुल 574 ट्रेनों में स्टेशनों पर कुल 8,11,667 भोजन / भोजन के पैकेट प्रदान किए गए।


> 22 मई तक, 143 टर्मिनेटिंग ट्रेनों द्वारा और 24 पासिंग ट्रेनों के उ म रे के स्टेशनों पर ठहराव के माध्यम से कुल 2,14,979 प्रवासियों को सुरक्षित रूप से लाया गया।



प्रयागराज (मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी, उ म रे)। उत्तर मध्य रेलवे द्वारा श्रमिक विशेष ट्रेनों के परिचालन को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की जा रही है और प्रवासियों और अन्य फंसे व्यक्तियों के त्वरित परिवहन के लिए इन ट्रेनों के संचालन को दैनिक आधार पर बढ़ाया जा रहा है। उत्तर मध्य रेलवे में प्रति दिन औसतन 200 श्रमिक विशेष ट्रेनें और खाली कोचिंग रेक चल रही हैं। पश्चिम और मध्य रेलवे से चल रही श्रमिक ट्रेनों के अधिक संख्या में आगमन के बावजूद भी प्रत्येक श्रमिक ट्रेन एवं खाली रेकों के सुचारु संचालन हेतु उस पर उत्तर मध्य रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है। यात्रियों की निकासी के लिए, शनिवार 23 मई को दादरी से कटिहार, दादरी से मुज़फ़्फ़रपुर, दादरी से दानापुर, दादरी से अररिया, झाँसी से गोरखपुर (02 ट्रेन), झाँसी से बरौनी, झांसी से देवरिया, कोसी कला से दानापुर और ललितपुर से गोरखपुर (02 ट्रेन) कुल 11 ट्रेन चलाई जा रही है। इन गाड़ियों से लगभग 17600 प्रवासियों को परिवहित किया जा रहा है। इनके साथ अब तक उत्तर मध्य रेलवे द्वारा 122052 प्रवासियों और अन्य फंसे हुए व्यक्तियों की निकासी के लिए उत्तर मध्य रेलवे द्वारा 92 श्रामिक विशेष रेलगाड़ियों का संचालन कर लिया जाएगा। आईआरसीटीसी के साथ मिल कर उत्तर मध्य रेलवे ने प्रयागराज, झांसी और आगरा मंडलों के विभिन्न स्टेशनों पर सभी श्रमिक ट्रेनों में प्रवासियों को भोजन और पानी प्रदान करने के लिए विस्तृत व्यवस्था की है। दोपहर के भोजन और रात के खाने के पैकेट के साथ-साथ डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों और पानी की बोतलें भी प्रदान की जा रही हैं। श्रमिक विशेष ट्रेनों में निम्न विवरणानुसार भोजन और पैकेज्ड खाद्य पदार्थ प्रदान किए जा रहे हैं। आगरा मंडल में उत्तर मध्य रेलवे द्वारा सेवित ट्रेन कुल 4 में 4,260 भोज्न पैकेट प्रदान किए। आगरा मंडल में आईआरसीटीसी द्वारा सेवित कुल 45 ट्रेन में कुल 60,931 भोज्न पैकेट प्रदान किए गए। झांसी मंडल में उत्तर मध्य रेलवे द्वारा सेवित कुल 9 ट्रेन में कुल 12,262 भोज्न पैकेट प्रदान किए। झांसी मंडल में आईआरसीटीसी द्वारा सेवित कुल 120 ट्रेन में कुल 1,97,455 भोज्न पैकेट प्रदान किए गए। ऐसे ही प्रयागराज मंडल में उत्तर मध्य रेलवे द्वारा सेवित कुल 73 ट्रेन में कुल 92,924 भोज्न पैकेट प्रदान किए और प्रयागराज मंडल में आईआरसीटीसी द्वारा सेवित कुल 323 ट्रेन में कुल 443835 भोज्न पैकेट प्रदान किए गए। इस प्रकार शुक्रवार 22 मई को तक विभिन्न स्टेशनों पर 86 ट्रेनों में उत्तर मध्य रेलवे द्वारा कुल 1,09,446 और आईआरसीटीसी द्वारा 488 ट्रेनों में 7,02,221 भोजन / भोजन के पैकेट और पानी प्रदान किए गए हैं। इस तरह कुल 574 ट्रेनों में प्रयागराज जंक्शन, कानपुर, प्रयागराज छिवकी, मानिकपुर, मिर्जापुर, टूंडला, झांसी, आगरा कैंट, आगरा किला, मथुरा आदि स्टेशनों पर कुल 8,11,667 भोजन / भोजन के पैकेट प्रदान किए गए। दिनांक 22 मई 2020 तक, 143 टर्मिनेटिंग ट्रेनों द्वारा और 24 पासिंग ट्रेनों के उत्तर मध्य रेलवे के स्टेशनों पर ठहराव के माध्यम से कुल 2,14,979 प्रवासियों को उत्तर मध्य रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर सुरक्षित रूप से लाया गया है। इन 143 ट्रेनों को उत्तर मध्य रेलवे के विभिन्न स्टेशनों सोनभद्र (01 ट्रेन), प्रयागराज जंक्शन (48 ट्रेन), फतेहपुर (09 ट्रेन), एटा(01 ट्रेन), इटावा (01 ट्रेन), अलीगढ़ (05 ट्रेन) कानपुर (20 ट्रेनें), आगरा कैंट (06 ट्रेनें), ग्वालियर (10 ट्रेनें), झांसी(02), उरई (03 ट्रेनें), बांदा (11 ट्रेन), छतरपुर (12 ट्रेन), मीरजापुर  (08  ट्रेनें), मानिकपुर (01), टीकमगढ़ (04 ट्रेन) एवं चित्रकूट (01 ट्रेन)पर लाया गया। आने वाली इन ट्रेनों में साबरमती, सूरत, अहमदाबाद, पालनपुर, गोधरा, वीरमगाम, मेहसाणा, मोरबी, अंजार, नवसारी, दाहोद, वडोदरा, सुरेंद्रनगर, कन्हानगढ़, जूनागढ़,  कुरनूल,  अंकलेश्वर, बेंगलुरु, पुणे, नई दिल्ली, रेवाडी, रोहतक, गुड़गांव, फिरोजपुर, लुधियाना, थिविम, कोपरगाँव, जोधपुर, कोल्हापुर, बोरीविली, भरुच, कटरा, संबलपुर, घाटकेसर, उदयपुर इत्यादि स्थानों से प्रवासी आए हैं।


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