01 लाख से अधिक मेडिकल स्क्रीनिंग टीम के गठन की कार्यवाही को तत्काल अन्तिम रूप दिया जाए

मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय अनलॉक समीक्षा बैठक में टीम 11 को दिए निर्देश


मुख्यमंत्री के टीम 11 को निर्देश :


> नोडल अधिकारियों के फीडबैक के आधार पर आवश्यकतानुसार जरूरी कदम उठाए जाएं।


> समस्त जनपदों के लिए नामित विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों को आवंटित जिले के कोविड एवं नॉन कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाओं का नियमित अनुश्रवण करने के निर्देश।


> चिकित्साकर्मियों को मेडिकल इंफेक्शन से सुरक्षित रखने के लिए इनके प्रशिक्षण कार्यक्रम निरंतर जारी रखे जाएं।


> पुलिस व पीएसी कर्मियों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी सावधानियां बरती जाएं।


> कोविड अस्पतालों में भर्ती रोगियों के परिजनों को उनके स्वास्थ्य की प्रतिदिन जानकारी दी जाए।


> कोविड-19 के उपचार कार्य में 108, 102, एएलएस तथा निजी अस्पतालों की एम्बुलेंस का उपयोग किया जाए।


> ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में सेनिटाइजेशन का कार्य निरंतर जारी रखा जाए।


मुख्यमंत्री जी ने वृक्षारोपण की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा


लक्ष्यों के आवंटन के अनुसार कार्यों का अनुश्रवण भी सुनिश्चित किया जाए।



उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 24 जून, 2020 को लोक भवन, लखनऊ में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक के दौरान अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए।                                                   (फोटो : मुख्यमंत्री सूचना परिसर)


लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने 01 लाख से अधिक मेडिकल स्क्रीनिंग टीम के गठन की कार्यवाही को तत्काल अन्तिम रूप देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने में मेडिकल स्क्रीनिंग का कार्य अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इसके दृष्टिगत टीम के सदस्यों को प्रशिक्षण प्रदान करते हुए समस्त आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जाए। मेडिकल स्क्रीनिंग टीम को इंफ्रारेड थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराया जाए। टीम के सदस्यों के लिए मास्क, ग्लव्स तथा सेनिटाइजर की व्यवस्था भी की जाए। मुख्यमंत्री योगी बुधवार 24 जून को यहां लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा सैम्पल लिए जाएं। 11 जनपदों में नोडल अधिकारी के तौर पर तैनात प्रशासनिक अधिकारियों तथा वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञों के साथ शासन स्तर से निरंतर संवाद रखा जाए। इनके फीडबैक के आधार पर आवश्यकतानुसार जरूरी कदम उठाए जाएं। उन्होंने समस्त जनपदों के लिए नामित विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों को आवंटित जिले के कोविड एवं नॉन कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाओं का नियमित अनुश्रवण करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लक्षणरहित कोरोना संक्रमित को कोविड हॉस्पिटल में रखा जाए। ऐसे व्यक्तियों के स्वास्थ्य का नियमित परीक्षण किया जाए। अस्वस्थ होने की दशा में इन्हें उपचार हेतु तत्काल कोविड अस्पताल में भर्ती किया जाए। चिकित्साकर्मियों को मेडिकल इंफेक्शन से सुरक्षित रखने के लिए इनके प्रशिक्षण कार्यक्रम निरंतर जारी रखे जाएं। पुलिस व पीएसी कर्मियों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी सावधानियां बरती जाएं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड अस्पतालों में भर्ती रोगियों के परिजनों से संवाद रखते हुए उन्हें रोगी के स्वास्थ्य की प्रतिदिन जानकारी दी जाए। रोगियों को सुपाच्य भोजन तथा पीने के लिए गुनगुना पानी उपलब्ध कराया जाए। कोविड-19 के उपचार कार्य में 108, 102, एएलएस तथा निजी अस्पतालों की एम्बुलेंस का उपयोग किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी एम्बुलेंस में ऑक्सीजन उपलब्ध रहे। एम्बुलेंस में पल्स ऑक्सीमीटर की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में सेनिटाइजेशन का कार्य निरंतर जारी रखा जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कामगारों और श्रमिकों को केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराने की कार्यवाई निरंतर जारी रखी जाए। कामगारों और श्रमिकों को आवश्यकतानुसार बैंक से ऋण उपलब्ध कराने में एमएसएमई विभाग द्वारा मदद की जाए। मुख्यमंत्री जी ने पर्यावरण, प्राकृतिक संतुलन एवं जल संरक्षण के लिए वृक्षारोपण की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि 25 करोड़ वृक्षारोपण के लिए कार्ययोजना तैयार करते हुए स्थलों को चिन्हित कर लिया जाए। लक्ष्यों के आवंटन के अनुसार कार्यों का अनुश्रवण भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण कार्य में सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस पी गोयल, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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