लाभार्थियों के विवरण को विशेष अभियान चलाकर डिजीटलाइज्ड करने का लिया गया निर्णय
> निदेशक, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार ने वीडियों कांफ्रेसिंग कर समस्त जनपद जिला कार्यक्रम अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक।
> कॉमन सर्विस सेन्टर की सहायता से लाभार्थियों से संबधित जानकारियों को डिजिटल प्रारूप में संग्रहीत किया जाए : निदेशक, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार
> दर्ज किये गए विवरण को बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा किया जायेगा सत्यापित : डॉ सारिका मोहन
लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। प्रदेश की निदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार डॉ सारिका मोहन ने गुरूवार 25 जून 2020 को वीडियों कांफ्रेसिंग कर समस्त जनपद जिला कार्यक्रम अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि कॉमन सर्विस सेन्टर की सहायता से लाभार्थियों से संबधित जानकारियों को डिजिटल प्रारूप में संग्रहीत किया जाए तथा विशेष अभियान चलाकर 30 जून 2020 के मध्य सभी लाभार्थियों का डाटा अपडेट किया जाए। उन्होंने कहा कि लाभार्थी का मोबाइल नम्बर उपलब्ध न होने की दशा में परिवार के किसी भी सदस्य का मोबाइल नम्बर दर्ज किया जाए। इस कार्य का अनुश्रवण समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारियों (सीडीपीओ) द्वारा समयान्तर्गत सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कॉमन सर्विस सेन्टर के प्रतिनिधि द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा अपडेटेड हस्ताक्षरित रजिस्टर की फोटो ली जाएगी। जिसमें उक्त विवरण अंकित होगा। जिसे सीएससी द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्रवार पृथक-पृथक गूगल फार्म में दिनांक 01 से 05 जुलाई, 2020 के मध्य दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दर्ज किये गए विवरण को बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा सत्यापित किया जायेगा तथा आवश्यकतानुसार 07 जुलाई, 2020 तक उक्त विवरण में संशोधन किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सीएससी द्वारा गूगल फार्म पर तैयार किये गये विवरण को दैनिक आधार पर बाल विकास परियोजना अधिकारी को सौंपा जायेगा तथा उसकी प्रति निदेशालय को भी प्रेषित किया जाए। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिया कि सी०एस०सी० के जिला प्रबन्धक की सहायता से समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी स्तर के डेटा को समेकित कर 10 जुलाई तक राज्य स्तर पर प्रेषित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि समस्त जिला कार्यक्रम अधिकारियों को सीएससी के जिला प्रबन्धकों की सूची और संपर्क विवरण उपलब्ध करा दिया गया है। जिला कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देशित किया जा रहा है वह बाल विकास परियोजना अधिकारियों की सूची उनके संपर्क विवरण परियोजनावार अगनवाड़ी की सूची फोन नम्बर के साथ सीएससी के जिला प्रबन्धकों को उपलब्ध करा दें ताकि आपस में समन्वय स्थापित कर समयान्तर्गत उक्त कार्य पूर्ण किया जा सके। डॉ सारिका मोहन ने समस्त जिला कार्यक्रम अधिकारियों को कहा कि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं को और गति से सम्पादित कराएं। उन्होंने कहा कि संचालित योजनाओं के अन्तर्गत लक्षित लाभार्थियों यथा 06 माह से 03 वर्ष, 03 से 06 वर्ष तक की आयु के बच्चों, गर्भवती व धात्री महिलाओं एवं 11 से 14 वर्ष की स्कूल न जाने वाली किशोरी बालिकाओं की डिजीटलाइज्ड सूची तैयार करने के लिए प्रदेश के समस्त आंगनवाड़ी केन्द्र स्तर पर सभी लाभार्थियों के विवरण को विशेष अभियान चलाकर डिजीटलाइज्ड करने का निर्णय लिया गया है।