सभी जनपदों में ट्रू-नेट मशीन की उपलब्धता से लोगों को काफी राहत मिलेगी : मुख्यमंत्री

> मुख्यमंत्री ने जनपद आजमगढ़ भ्रमण के दौरान जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने जिला अस्पताल के पैथोलाॅजी लैब, इमरजेंसी वार्ड, सिटी स्कैन वार्ड, साफ-सफाई, चिकित्सीय व्यवस्था, दवाओं की उपलब्धता आदि का जानकारी की।


> मुख्यमंत्री जी द्वारा सीएमओ एवं जिला अस्पताल के एसआईसी से जानकारी प्राप्त की गयी कि अब तक कितने मरीजों की सर्जरी हुई है, कितने मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होने निर्देश दिया कि जिला अस्पताल के ओपीडी एवं इमरजेंसी सेवायें चालू रखें।


> मुख्यमंत्री ने आजमगढ़ पुलिस लाइन सभागार में जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ अलग-अलग की बैठक।


> गम्भीर बीमारी से पीड़ित मरीजों का ऑपरेशन प्राथमिकता के आधार पर करें : मुख्यमंत्री


> प्रदेश में प्रतिदिन 15 हजार कोविड सैम्पल की जांच की जा रही है : मुख्यमंत्री


> प्रदेश में कोविड मरीजों की भर्ती के लिए 01 लाख बेड की व्यवस्था की गयी है : मुख्यमंत्री


> डबल सीरीज की टू-नेट मशीन से एक दिन में लगभग 20 कोरोना मरीजों की हो सकती है जांच : सीएमओ, आजमगढ़ 


मुख्यमंत्री ने कोविड-19 की जांच के लिए जिला अस्पताल में स्थापित ट्रू-नेट मशीन का अवलोकन किया


कहा जिन मरीजों का ऑपरेशन लम्बित है, उनकी ट्रू-नेट मशीन द्वारा करें जांच, जांच के उपरान्त मरीज की जांच रिपोर्ट निगेटिव आती है, तो उसकी सर्जरी की जाए।



वैश्विक महामारी कोरोना के दृष्टिगत, स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति जानने के लिए जनपद आजमगढ़ में मंडलीय जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करते मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी साथ में हैं मण्डलायुक्त आजमगढ़ श्रीमती कनक त्रिपाठी, जिलाधिकारी आजमगढ़ राजेश कुमार, पुलिस उप महानिरीक्षक रेंज आजमगढ़, आजमगढ़ के सीएमओ व जिला अस्पताल के एसआईसी ।  (फोटो : मुख्यमंत्री सूचना परिसर)


लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सोमवार 8 जून को जनपद आजमगढ़ भ्रमण के दौरान जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। भ्रमण के दौरान उन्होंने जिला अस्पताल की पैथोलॉजी लैब, इमरजेंसी वॉर्ड, सी टी स्कैन वॉर्ड, साफ-सफाई, चिकित्सीय व्यवस्था, दवाओं की उपलब्धता आदि की भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कोविड-19 की जांच के लिए जिला अस्पताल में स्थापित की गयी ट्रू-नेट मशीन का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के उपचार के लिए प्रोटोकॉल के अनुसार सभी उपाय सुनिश्चित किए जाएं। मुख्यमंत्री जी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोरोना महामारी के चलते जिन मरीजों का ऑपरेशन लम्बित है, उनकी ट्रू-नेट मशीन द्वारा जांच करें कि मरीज में कोरोना के लक्षण तो नहीं हैं। यदि जांच के उपरान्त मरीज की जांच रिपोर्ट निगेटिव आती है, तो उसकी सर्जरी की जाए। यदि जांच रिपोर्ट में कोरोना के लक्षण प्रतीत होते हैं, तो उनके सैम्पल को जांच के लिए भेजा जाए एवं उस मरीज को फैसिलिटी क्वारंटाइन सेन्टर में रखा जाए। मुख्यमंत्री जी ने यह भी निर्देश दिये कि गम्भीर बीमारी से पीड़ित मरीजों का ऑपरेशन प्राथमिकता के आधार पर करें और जो मरीज इमरजेंसी में आता है तो उसका इलाज तत्परता के साथ किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि मरीजों का बेहतर इलाज किया जाए, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न की जाए। मुख्यमंत्री जी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से मरीजों की सर्जरी के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अब तक किए गए ऑपरेशनों तथा अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या तथा उन्हें उपलब्ध कराए जा रहे इलाज के विषय में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने जिला अस्पताल में इमरजेंसी सेवाओं को चालू रखने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री जी द्वारा पुलिस लाइन के सभागार में जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठक की गई। बैठक के उपरान्त मुख्यमंत्री जी ने मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में कोविड व नॉन-कोविड, दो प्रकार के अस्पताल संचालित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रतिदिन 15 हजार कोविड सैम्पल की जांच की जा रही है, अब तक लगभग 4 लाख लोगों की मेडिकल टेस्ट किया जा चुका है एवं 4 करोड़ लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग की गयी है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में कोविड मरीजों की भर्ती के लिए 01 लाख बेड की व्यवस्था की गयी है। गम्भीर बीमारी से ग्रसित मरीजों की कोविड जांच हेतु प्रदेश के सभी 75 जनपदों के जिला अस्पताल में टू-नेट आईटीपीसीआर मशीन उपलब्ध करायी जा रही है। ऑपरेशन से पहले मरीज के कोरोना संक्रमण की जांच टू-नेट मशीन से किये जाने की व्यवस्था की गयी है। सभी जनपदों में टू-नेट मशीन की उपलब्धता से लोगों को काफी राहत मिलेगी। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अवगत कराया कि यह टू-नेट मशीन डबल सीरीज की है, एक दिन में लगभग 20 कोरोना मरीज की जांच की जा सकती है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद आजमगढ़ में अब तक 1,57,000 श्रमिक और कामगार वापस आ चुके हैं। 01 मई, 2020 से अब तक 85,700 श्रमिक और कामगार आए हैं, जिसमें से 54,000 श्रमिकों और कामगारों को 1000 रुपये का भरण-पोषण भत्ता उपलब्ध कराया गया है। प्रदेश में 34 लाख श्रमिकों और कामगारों को भरण-पोषण के लिए 1,000 रुपये की धनराशि उपलब्ध करायी गई है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के 86,71,000 वृद्धावस्था, विधवा, दिव्यांगों को पेंशन दी गयी है। साथ ही, प्रदेश में 18 करोड़ जरूरतमंद लोगों को छठवीं बार राशन उपलब्ध करा दिया गया है। 02 करोड़ 4 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अन्तर्गत 2000 रुपये की किश्त दी गयी है। इस अवसर पर आयुक्त आजमगढ़ मण्डल, डीआईजी, जिलाधिकारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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