विश्व विख्यात संत प्रज्ञा पीठाधीश्वर स्वामी प्रज्ञानंद गिरि जी महाराज का निधन

卐 अंतर्राष्ट्रीय प्रज्ञा मिशन के संस्थापक के निधन पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने व्यक्त किया गहरा शोक।

 


 

नई दिल्ली (का उ वार्ता)। आपको ज्ञात हो कि अंतरराष्ट्रीय विश्व विख्यात संत प्रज्ञा पीठाधीश्वर स्वामी प्रज्ञानंद गिरि जी महाराज के निधन से संत समाज व उनके शिष्यों में शोक व्याप्त है। अंतरराष्ट्रीय प्रज्ञा मिशन के संस्थापक महामंडलेश्वर स्वामी प्रज्ञानंद महाराज शनिवार की शाम दिल्ली स्थित आश्रम में ब्रह्मलीन हो गए। सोमवार को कटंगी स्थित प्रज्ञाधाम में संतों के द्वारा समाधि दी जाएगी। स्वामी प्रज्ञानंद की शिष्या साध्वी विभानंद ने बताया कि स्वामी जी ने शनिवार को दैनिक चर्या के साथ ही सुबह नाश्ता और दोपहर में भोजन किया और विश्राम में चले गए। दोपहर में विश्राम में जाने के पहले उनकी मोबाइल पर बात हुई थी। जिसमें उन्होंने बताया कि भोजन करने की इच्छा नहीं हो रही है। इसलिए शाम को सूप लूंगा। शाम को सेवक जब उनके कमरे में गया तो उन्होंने कोई हरकत नहीं की। बताया जा रहा है कि सोते समय उन्हें हृदयाघात हुआ। सड़क मार्ग से स्वामी प्रज्ञानंद का पार्थिव देह रविवार को दिल्ली से कटंगी लाया गया। जिसके बाद संतों द्वारा अभिषेक किया गया। 15 जून 2020, सोमवार को सुबह 11 बजे प्रज्ञाधाम कटंगी (जबलपुर) में समाधि दी जाएगी। कटंगी में 3 सितंबर 1945 को जन्मे महामंडलेश्वर प्रज्ञानंद महाराज के शिष्य कई देशों में हैं। 75 देशों में उन्होंने भारतीय संस्कृति की पताका लहराई। मां रामबाई और पिता ठाकुर ढेलम सिंह 4 पुत्र और 4 पुत्रियों में वे बड़े पुत्र थे। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अंतर्राष्ट्रीय प्रज्ञा मिशन के संस्थापक, श्री पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा  के महामंडलेश्वर एवं दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष परम पूज्य श्री स्वामी प्रज्ञानंद जी महाराज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें व शोक संतप्त शिष्यों को दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। 

 

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