भारत के स्वाभिमान पर यदि चोट पहुँचाने की कोशिश की गई तो हम किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे : राजनाथ सिंह

> मैं जवानों के बीच आकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ : रक्षा मंत्री



लेह (का उ)। शुक्रवार 17 जुलाई 2020 की सुबह लद्दाख़ पहुँच कर सीमावर्ती इलाक़ों का रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने दौरा किया और लुकुंग चौकी पर जाकर भारतीय सेना के जांबाज़ जवानों एवं अधिकारियों के दर्शन करते हुए उनसे बातचीत भी की। उन्होंने सम्बोधित करते हुए कहा कि जो कुछ भी अब तक बातचीत की प्रगति हुई है, उससे मामला हल होना चाहिए। कहाँ तक हल होगा इसकी गारंटी नहीं दे सकता। लेकिन इतना यक़ीन मैं ज़रूर दिलाना चाहता हूँ कि भारत की एक इंच ज़मीन भी दुनिया की कोई ताक़त छू नहीं सकती, उस पर कोई कब्ज़ा नहीं कर सकता। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत दुनिया का इकलौता देश है जिसने सारे विश्व को शांति का संदेश दिया है। हमने किसी भी देश पर कभी आक्रमण नहीं किया है और न ही किसी देश की ज़मीन पर हमने क़ब्ज़ा किया है। उन्होंने कहा कि भारत ने वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश दिया है। हम अशांति नहीं चाहते हम शांति चाहते हैं। हमारा चरित्र रहा है कि हमने किसी भी देश के स्वाभिमान पर चोट मारने की कभी कोशिश नहीं की है। रक्षा मंत्री ने कड़े शब्दों में चेताया कि भारत के स्वाभिमान पर यदि चोट पहुँचाने की कोशिश की गई तो हम किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे और मुंहतोड़ जवाब देंगे। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सेना के ऊपर हमें नाज़ है। मैं जवानों के बीच आकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। हमारे जवानों ने शहादत दी है। इसका ग़म 130 करोड़ भारतवासियों को भी है। उन्होंने कहा कि भारत का नेतृत्व सशक्त है। हमें श्री नरेंद्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री मिला है। फ़ैसला लेने वाला प्रधानमंत्री मिला है। यदि हम आज लद्दाख़ में खड़े हैं तो आज के दिन मैं कारगिल युद्द में भारत की सीमाओं की अपने प्राणों की बाज़ी लगाकर रक्षा करने वाले बहादुर सैनिकों को भी स्मरण एवं नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।


 


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