बुधवार 15 जुलाई को 48,086 टेस्ट करते हुए देश में अग्रणी राज्य हुआ है उत्तर प्रदेश

> मुख्यमंत्री नेअंतर विभागीय समन्वय पर बल देते हुए कहा...... 


स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग, नगर विकास विभाग, गृह विभाग, पुलिस समेत अन्य विभाग के समन्वय हेतु 75 जिलों के लिए 75 प्रशासनिक नोडल अधिकारी नियुक्त किये गए हैं। पुलिस के लिए भी पुलिस विभाग के 75 पुलिस नोडल अधिकारी नियुक्त किये गए हैं। शुक्रवार की रात तक प्रत्येक नोडल अधिकारी अपने अपने जनपद में उपस्थित रहेंगे और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी शनिवार और रविवार को सेनिटाइजेशन कराएंगे।


> बुधवार 15 जुलाई को 48,086 टेस्ट करते हुए देश में अग्रणी राज्य हुआ है उत्तर प्रदेश, 50 हज़ार टेस्ट को प्राप्त करने का लक्ष्य का रास्ता साफ़ हो चूका है।


> एल-1 कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं : मुख्यमंत्री


> टेली कन्सल्टेंसी द्वारा चिकित्सीय परामर्श को प्रोत्साहित किया जाए : मुख्यमंत्री


> जनपद कानपुर नगर समेत झांसी, वाराणसी, लखनऊ तथा प्रयागराज में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता : मुख्यमंत्री



उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी 16 जुलाई 2020 को अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए।   (फोटो: मुख्यमंत्री सूचना परिसर)


लखनऊ (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कोविड-19 तथा संचारी रोग के नियंत्रण के सम्बन्ध में अंतर विभागीय समन्वय के माध्यम से समग्र रणनीति तैयार कर उसका प्रभावी क्रियान्वयन कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि हर जनपद में नोडल अधिकारी प्रत्येक दिन इसकी समीक्षा करें। मुख्यमंत्री योगी गुरुवार 16 जुलाई 2020 को यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा जनपदवार नामित किए गए वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारीगण अपने प्रभार वाले जनपद में स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन के विशेष अभियान की मॉनिटरिंग मुख्यालय से करें। अभियान के दौरान कोविड-19 तथा संचारी रोगों की रोक-थाम, मेडिकल स्क्रीनिंग की कार्यवाही, स्वच्छ पेयजल आपूर्ति, स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन सम्बन्धी कार्य पूरी गति से संचालित किए जाएंउन्होंने विशेष स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन अभियान के दौरान छिड़काव व फॉगिंग अनिवार्य रूप से कराए जाने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में 48 हजार टेस्ट प्रतिदिन की टेस्टिंग क्षमता अर्जित किए जाने पर संतोष व्यक्त करते हुए इसे बढ़ाकर 50 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके अन्तर्गत आरटीपीसीआर विधि से 30 - 35 हजार टेस्ट, ट्रू नेट मशीन से 2 - 2.5 हजार टेस्ट तथा रैपिड एन्टीजन टेस्ट के माध्यम से 20 - 25 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाएं। उन्होंने कहा कि टेली कन्सल्टेंसी द्वारा चिकित्सीय परामर्श को प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक करने में इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मीडिया के साथ-साथ जगह-जगह पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग किए जाने पर भी बल दिया। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद झांसी, वाराणसी, लखनऊ, कानपुर नगर तथा प्रयागराज में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। इसके दृष्टिगत इन जिलों में कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस बल को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी सावधानियां बरती जाएं। प्रवर्तन ड्यूटी करने वाले पुलिस कार्मिकों को मास्क, ग्लव्स तथा सेनिटाइजर अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराया जाए। कन्टेनमेंट जोन में पुलिस बल को सहयोग प्रदान करने के लिए होमगार्ड तथा पीआरडी के जवानों के साथ-साथ एनसीसी कैडेटों की सेवाएं भी प्राप्त करने पर विचार किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 एक संक्रामक रोग है, जिसे नियंत्रित रखने में साफ-सफाई अत्यन्त आवश्यक है। इसके दृष्टिगत एल-1 कोविड अस्पताल वहीं बनाए जाएं, जहां स्वच्छता सहित सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हों। उन्होंने एल-1 कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए सभी जरूरी उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि एल-1 श्रेणी के कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास तथा पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस पी गोयल, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद एवं सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार और सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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